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17 वीं शताब्दी में, चीनी मिश्रित मसालेदार मछली और मसाले (अमोय बोली में कोए-चीप या के-चीप) का अर्थ अचार वाली मछली या सीपदार मछली से था। 18 वीं शताब्दी की शुरुआत तक, मलय राज्यों (Malay States, वर्तमान में मलेशिया और सिंगापुर) में टेबल सॉस (Table Sauce) आ गया था, जहां अंग्रेजी उपनिवेशवादियों ने पहली बार इसका स्वाद चखा था। सॉस के लिए मलेशियाई-मलय शब्द कीकेप (kicap) या केकेप (Kecap) था। यही शब्द अंग्रेजी के शब्द "केचप (Ketchup)" में विकसित हुआ।
टमाटर केचप की परिचित सामग्री हैं - टमाटर पेस्ट (लाल पके टमाटर से संकेंद्रित), आस्वित सिरका (Distilled Vinegar), उच्च फ़्रुक्टोस मकई शरबत (high fructose corn syrup), नमक, मसाला, प्याज पाउडर, और प्राकृतिक स्वाद बनाने का मसाला (नेचुरल फ्लेवर) लेकिन यह वो प्रक्रिया है जो इन सरल सामग्रियों से गुजरती है और दुनिया के सबसे लोकप्रिय मसाले को जन्म देती है।
टमाटर की छँटाई, धोने और काटने,के बाद पकने से पहले संरक्षण के लिए बड़े स्टील के वटों (Vats) में रखा जाता है। जहां टमाटर के रस और गूदे को छानकर अलग किया जाता और उसकी जाँच (Screening) होती है। एक बार अलग होने के बाद, रस को आगे केचप में संसाधित किया जाता है। इसके बाद केचप प्रसंस्करण में अतिरिक्त सामग्री को शामिल किया जाता है, पकाया जाता है, अतिरिक्त स्क्रीनिंग और फ़िल्टरिंग, एयर-रिमूवल, पैकेजिंग और कूलिंग आदि चरण होते हैं। रस निस्पंदन के बाद वांछित स्वाद और स्थिरता को प्राप्त करने के लिए मिश्रण में अतिरिक्त तत्व मिलाए जाते हैं। पूरी प्रक्रिया के दौरान, यह सुनिश्चित करने के लिए तापमान को लगातार मॉनिटर किया जाना चाहिए कि सभी सामग्री ठीक से मिश्रित हैं। फिर ऑक्सीकरण को रोकने और उचित रंग बनाए रखने और किसी भी अवांछित बैक्टीरिया के विकास को रोकने के लिए के लिए हवा को हटा दिया जाता है। पैक किए जाने से पहले, संदूषण को रोकने के लिए केचप को लगभग 190 ° F (88 ° C) गर्म किया जाता है। पैकेजिंग के बाद, बोतलों को तुरंत सील कर दिया जाता है और ताजगी बनाए रखने और उत्पाद के स्व-जीवन में सुधार के लिए बोतलों को ठंडा किया जाता है।
सन्दर्भ:
1. https://www.youtube.com/watch?v=Ixp2CxdRVXo
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