क्यों घट गई है, मिठाइयों पर लगाये जाने वाले वर्क की मांग

स्वाद- खाद्य का इतिहास
28-02-2020 12:10 PM
क्यों घट गई है, मिठाइयों पर लगाये जाने वाले वर्क की मांग

मिठाईयों पर लगाया जाने वाला चांदी का वर्क जितना आकर्षक लगता है, सेहत के लिए भी उतना ही फायदेमंद होता है। वर्क शुद्ध धातुओं की महीन शीट (sheet) होती है, जो आमतौर पर चांदी लेकिन कभी-कभी सोने की होती है। इसका इस्तेमाल दक्षिण एशियाई मिठाइयों और भोजन को सजाने के लिए किया जाता है, वहीं केसर के चावल को और अधिक आकर्षक बनाने के लिए वर्क को लगाया जाता है। स्वादहीन होने के बावजूद चांदी और सोना खाने योग्य होता है।

वर्क को कुछ माइक्रोमीटर (आमतौर पर 0.2 माइक्रोन-0.8 माइक्रोन) मोटी शीट में चांदी को पीसकर बनाया जाता है, चांदी की इन महीन शीटों को आमतौर पर समर्थन देने के लिए कागज की दो तीन परतों के बीच में रखा जाता है। वर्क इतने महीन होते हैं कि वे सीधे हाथ के संपर्क में आने से टूट जाते हैं। वहीं वर्क की पत्ती जो 0.2 सुक्ष्ममापी मोटी होती है अगर हाथ में पकड़े जाने पर पिघल जाती है।

चांदी और सोने जैसी कीमती धातुओं और मोती और शंख के टुकड़ों का खाने को सजाने के लिए उपयोग की प्रथा का उद्भव प्राचीन आयुर्वेदिक से माना जाता है। वर्क का उल्लेख कई प्राचीन संस्कृत दस्तावेजों में किया गया है, विशेष रूप से आयुर्वेदिक और चिकित्सा साहित्य में और साथ ही वर्क शब्द का उल्लेख इन दस्तावेजों में स्वर्ण, तारा या रूपर के साथ किया गया है। वहीं ब्यूटी विताउट क्रूएल्टी (Beauty without cruelty) के आंकड़ों के अनुसार वार्क की अनुमानित खपत 275 टन (बीडब्ल्यूसी- के बिना क्रूरता के आंकड़ों के अनुसार) सालाना है।

परंतु वर्तमान समय में वर्क की नैतिक स्वीकार्यता और खाद्य सुरक्षा के बारे में कई प्रकार की चिंताएं सामने आ रही हैं, क्योंकि सभी वर्क शुद्ध चांदी से नहीं बने होते हैं। साथ ही कुछ लोगों का मानना है कि ये स्वच्छ रूप से तैयार नहीं किये जाते हैं, जैसे पिछले कुछ वर्षों में इसके निर्माण प्रक्रिया में गाय और बैल की खाल के उपयोग की अफवाएं सामने आई हैं, जिसके कारण चांदी के वर्क की मांग में काफी कमी को देखा गया था। जहां कुछ दशक पहले वर्क बनाने वाली कई छोटे खंड होते थे, लेकिन शाकाहारी और मांसाहारी मुद्दों के चलते, जर्मन प्लास्टिक और मशीनों (जो आसानी से बड़ी मात्रा में सिल्वर फ़ॉइल (silver foil) बना सकता है) का उपयोग किया जा रहा है, जिसके चलते कई पारंपरिक दुकानें बंद हो गई हैं।

संदर्भ :-
1. https://en.wikipedia.org/wiki/Vark
2. https://en.wikipedia.org/wiki/Gold_leaf#Culinary_uses
3. https://bit.ly/38V0ekm

पिछला / Previous अगला / Next

Definitions of the Post Viewership Metrics

A. City Subscribers (FB + App) - This is the Total city-based unique subscribers from the Prarang Hindi FB page and the Prarang App who reached this specific post.

B. Website (Google + Direct) - This is the Total viewership of readers who reached this post directly through their browsers and via Google search.

C. Total Viewership — This is the Sum of all Subscribers (FB+App), Website (Google+Direct), Email, and Instagram who reached this Prarang post/page.

D. The Reach (Viewership) - The reach on the post is updated either on the 6th day from the day of posting or on the completion (Day 31 or 32) of one month from the day of posting.