साहित्‍य की एक विशिष्‍ट शैली जादुई यथार्थवाद

द्रिश्य 1 लेंस/तस्वीर उतारना
29-01-2019 02:34 PM
साहित्‍य की एक विशिष्‍ट शैली जादुई यथार्थवाद

जादुई यथार्थवाद कल्पना की एक शैली है जो आधुनिक दुनिया के यथार्थवादी दृष्टिकोण को चित्रित करते हुए उसमें जादुई तत्वों का भी समावेश करती है। यह साहित्‍य की एक प्रसिद्ध शैली है जिसमें कल्‍पना को सत्‍य और सत्‍य को मिथक साबित कर दिया जाता है। यह शैली मुख्‍यतः किताबों, कहानियों, कविताओं, नाटकों और फिल्‍मों, तथ्यात्मक कथा और विस्‍तृत कल्पनाओं के माध्‍यम से समाज और मानव प्रकृति की अंतर्दृष्टि को प्रकट करती है। इसमें उपस्थित कई तथ्‍य काल्‍पनिक भी होते हैं किंतु पाठक उन्‍हें अस्‍वीकार नहीं कर पाते हैं।

साहित्यिक जादुई यथार्थवाद की उत्पत्ति लैटिन अमेरिका में हुई। तत्‍कालीन लेखक अक्सर अपने मूल स्‍थान से यूरोपीय भ्रमण पर निकलते थे तथा यहां की कला से अत्‍यंत प्रभावित होते थे। उदाहरण के लिए, क्यूबा के लेखक अलेजो कारपेंटियर और वेनेज़ुएला के आर्टुरो उसलार-पिएत्री, 1920 और 1930 के दशक में पेरिस में रहते थे तथा इस दौरान यूरोप में होने वाले कलात्मक आन्‍दोलन जैसे अतियथार्थवाद आदि से काफी प्रभावित थे। इसी प्रकार अन्‍य लेखक भी यहां होने वाली गतिविधियों से प्रभावित हुए जिसे इन्‍होंने अपने लेखों में प्रस्‍तुत करना प्रारंभ किया। यहीं से जन्‍म हुआ जादुई यथार्थवाद का। जॉर्ज लुइस बोर्जेस ने अपने पहले जादुई यथार्थवादी प्रकाशन, ‘हिस्टोरिया यूनिवर्सल डे ला इन्फैमिया’ (Historia Universal De La Infamia) से जादुई यथार्थवाद के विकास के लिए अन्य लैटिन अमेरिकी लेखकों को प्रेरित और प्रोत्साहित किया। 1940 और 1950 के बीच, लैटिन अमेरिका में जादुई यथार्थवाद अपने चरम पर पहुंच गया, जिसमें प्रमुख लेखक उभरकर सामने आये, मुख्य रूप से अर्जेंटीना के। यूरोपीय लेखकों ने दावा किया कि वास्तविकता के साथ पौराणिक और जादुई दृष्टिकोण के उपयोग से एक सामूहिक चेतना पैदा की जा सकती है।

उपरोक्‍त विवरण से आप परियों या भूतों की कहानियों, विज्ञान की कथा जैसी काल्‍पनिक कहानियों को जादुई यथार्थवाद समझ सकते हैं, किंतु काल्‍पनिक कहानियों और जादुई यथार्थवाद में भिन्‍नता होती है। किसी भी लेखन को जादुई यथार्थवाद में शामिल होने के लिए, इन छह विशेषताओं में से एक का होना अनिवार्य है:

1. स्थिति और घटनाएँ जिनका कोई तर्क न हो: लॉरा एस्क्विवेल के आठवें उपन्यास, लाइक वाटर फॉर चॉकलेट (Like Water for Chocolate), में शादी से मना किये जाने पर एक महिला ने भोजन में जादू कर दिया था, जिसका उपयोग भौतिक दुनिया में आंतरिक, सामान्य रूप से दमित भावनाओं को प्रकट करने के लिए किया गया है। अमेरिकी लेखक टोनी मॉरिसन की ‘बिलवेड’ (Beloved) ने सेथी नामक एक महिला की भयानक कहानी लिखी है: सेथी एक दास के रूप में पैदा हुयी थी और ओहायो में भाग गयी थी, लेकिन फिर भी अठारह साल बाद भी वह स्‍वतंत्र नहीं हो पायी थी। उसके पास अतीत की बहुत सारी यादें थी जहां बहुत सारी घृणित घटनाएं हुई थी। उसका नया घर उसके बच्चे के भूत से प्रेतवाधित था, जो नामहीन ही मर गया था और उसकी कब्र पर एक ही शब्द उकेरा गया था: बिलवेड। ये कहानियाँ बहुत अलग हैं, फिर भी दोनों एक ऐसी दुनिया से संबंधित हैं जहाँ वास्तव में कुछ भी हो सकता है।

2. मिथक और किंवदंतियां: जादुई यथार्थवाद में बहुत सी विचित्रता लोकगीतों, धार्मिक दृष्टांतों, रूपक और अंधविश्वासों से ली जाती हैं।

3. ऐतिहासिक संदर्भ और सामाजिक प्रसंग: वास्तविक वैश्‍विक राजनीतिक घटनाएं और सामाजिक आंदोलन कल्‍पना के साथ मिलकर नस्लवाद, लिंगवाद, असहिष्णुता, और अन्य सामाजिक चुनौतियों जैसे मुद्दों की छान-बीन करते हिं। सलमान रष्डी की ‘मिडनाइट्स चिल्ड्रन’ (Midnight’s Children) भारत की आज़ादी के समय पैदा हुए व्यक्ति की गाथा है। रष्डी का यह किरदार दूरसंवेदन के रूप से समान घंटे में पैदा हुए हज़ारों जादुई बच्चों के साथ जुड़ा हुआ है और उनका जीवन उनके देश की प्रमुख घटनाओं को दर्शाता है।

4. विरूपित समय और अनुक्रम: जादुई यथार्थवाद में, किरदार कई बार भूतकाल और भविष्‍य के बीच यात्रा करते दिखाई देते हैं।

5. वास्तविक वैश्विक परिस्थिति: जादुई यथार्थवाद अंतरिक्ष खोजकर्ताओं या जादूगरों के बारे में नहीं है। सलमान रष्डी के मुताबिक जादुई यथार्थवाद में मौजूद जादू की जड़ें वास्तविकता में दबी हैं। उनके जीवन में असाधारण घटनाओं के बावजूद, सभी किरदार साधारण लोग ही हैं।

6. उदासीन लहज़े में विवरण: जादुई यथार्थवाद की सबसे विशिष्ट विशेषता निष्‍पक्ष कथनात्मक वाणी है। विचित्र घटनाओं को एक आम तरीके से वर्णित किया जाता है। किरदारों के साथ कई बार बड़ी विचित्र घटनाएं घटती हैं परन्तु इन वास्तविक स्थितियों पर वे कभी सवाल नहीं उठाते हैं।

जादुई यथार्थवाद अधिकृत रूप से मान्यता प्राप्त फिल्म शैली नहीं है, लेकिन साहित्य में मौजूद जादुई यथार्थवाद की विशेषताओं को काल्पनिक तत्वों के साथ कई चलचित्रों में भी पाया जा सकता है। साथ ही इन विशेषताओं को तथ्‍यों और स्पष्टीकरण के बिना भी प्रस्तुत किया जा सकता है।

संदर्भ :

1.https://www.thoughtco.com/magical-realism-definition-and-examples-4153362
2.https://bookriot.com/2018/02/08/what-is-magical-realism/
3.https://en.wikipedia.org/wiki/Magic_realism

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