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आजकल हर कोई शहर की भीड़-भाड़ से दूर एक ऐसी जगह पर जाना चाहता है जहाँ वह जिंदगी के दो पल अपने परिवार के साथ हँसी-खुशी बिता सके। खासकर इस व्यस्त भरी जिंदगी में अगर कोई ऐसी जगह मिल जाए जहाँ आपको पल भर के लिए सुकून मिले तो वो जगह किसी स्वर्ग से कम नही कहलाएगी। मेरठवासियों के लिए ऐसी एक जगह जो मेरठ से सिर्फ 170 किमी दूर है, काफी शांती और सुकून प्रदान करेगी। उत्तराखण्ड के पौड़ी गढ़वाल जिले में स्थित लैंसडाउन एक सुन्दर हिल स्टेशन है।
लैंसडाउन एक शांत और अनूठा हिल स्टेशन (hill station) है और ब्रिटिश शासन से ही यह एक लोकप्रिय गंतव्य रहा है, जो गर्मियों और सर्दी दोनों में शहर की भीड़ भार से दूर एक शांतिपूर्ण और कम लागत वाली यात्रा प्रदान करता है। यह अन्य हिल स्टेशनों से भिन्न है, क्योंकि यह सड़को से जुड़ी हुई है। बलूत और नीले देवदार के जंगलों से घिरा यह हिल स्टेशन समुद्री तट से 1700 मीटर की ऊँचाई पर स्थित, सैलानियों को अपनी ओर आकर्षित करता है। इस शहर का नाम उस समय के भारत के वाइसराय लॉर्ड लैंसडाउन के नाम पर रखा गया था, इन्होंने 1887 में इस हिल स्टेशन की खोज की थी। आज यहाँ भारतीय सेना का गढ़वाल राइफल्स कमांड आफिस स्थित है। इस शहर में स्वतंत्रता से पूर्व के दो चर्च हैं, हालांकी वर्तमान में केवल सेंट जेम्स कार्यात्मक है। साथ ही शहर में एक बड़ा हिंदू मंदिर भी है। लैंसडाउन की कुछ विशेषताएं :- • शांत, कम भीड़, ज्यादा विकसित नहीं और अज्ञात हिल स्टेशन है।• प्रकृति के दृश्य :- लांसडाउन में स्वास्थ्यप्रद और शांत वातावरण वाली पहाड़ी में आप एक लंबी पैदल यात्रा कर सकते हैं।
• नौकायन :- आप भुल्ला ताल (यहाँ की बहुत प्रसिद्ध छोटी-सी झील है) में नौकायन, पैडलिंग (paddling) का आनंद ले सकते हैं। कोटद्वार-लांसडाउन रोड पर स्थित दुर्गा देवी मंदिर के पास खो नदी में भी आप पानी से संबंधित गतिविधियों का भी आनंद ले सकते हैं।
• हिमपात :- सर्दियों में आप यहां बर्फ का भी आनंद ले सकते हैं। बर्फ के दृश्य के लिए आप एक साफ दिन में चौखंबा जैसे महान हिमालयी चोटियों को देख सकते हैं।
लैंसडाउन पहुचने के तरीके: आप लैंसडाउन गाड़ी से या ट्रेन से भी जा सकते है। गाड़ी से आप मेरठ-पौड़ी राष्ट्रीय राजमार्ग से 4 से 5 घंटे में 170 किमी की यह दूरी तय कर सकते हैं। अगर आप ट्रेन से लैंसडाउन जाते है तो मेरठ से बस 2-3 घंटे में कोटद्वार पहुच सकते है। कोटद्वार स्टेशन लैंसडाउन का सबसे करीबी रेलवे स्टेशन है और वहां से आप किसी भी स्थानीय परिवहन के मदद से लैंसडाउन तक जा सकते हैं।A. City Subscribers (FB + App) - This is the Total city-based unique subscribers from the Prarang Hindi FB page and the Prarang App who reached this specific post.
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