मोबाइल की दुनिया में एक प्रमुख नाम रखने वाली कंपनी ‘नोकिया’ के उत्थान और पतन की कहानी

आधुनिक राज्य: 1947 से अब तक
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मोबाइल की दुनिया में एक प्रमुख नाम रखने वाली कंपनी ‘नोकिया’ के उत्थान और पतन की कहानी
दूरसंचार और डिजिटल बुनियादी ढांचे में वैश्विक स्तर पर, नोकिया 1998 से 2012 तक, दुनिया का सबसे बड़ा मोबाइल फ़ोन विक्रेता था। हालाँकि, कंपनी के द्वारा कई ऐसे गलत निर्णय लिए गए, जिनके कारण नोकिया विफ़ल हो गया। हम सभी इस कहानी को जानते हैं कि कैसे 20 वीं सदी के अंत में दो अपेक्षाकृत छोटी कंपनियां एप्पल और सैमसंग ने नोकिया को बाज़ार से बाहर कर दिया। जिस नोकिया कंपनी का बाज़ार मूल्य, कभी 250 बिलियन डॉलर हुआ करता था, वह आज 14 बिलियन डॉलर से भी कम हो गया है। 2007 में, 463 मिलियन फ़ोन बेचने वाली कंपनी के 2013 में केवल 4.4 मिलियन फ़ोन ही बिक पाए। मोबाइल फ़ोन की दुनिया में एक प्रमुख नाम रखने वाली कंपनी नोकिया के उत्थान और पतन की कहानी आज के डिजिटल परिदृश्य में सफ़लता की चाह रखने वालों के लिए महत्वपूर्ण सबक प्रदान करती है। नोकिया को जिन चुनौतियों का सामना करना पड़ा, वे लचीले होने, स्मार्ट निर्णय लेने और चल रही रचनात्मकता को बढ़ावा देने के महत्व को उजागर करते हैं। तो आइए, आज हम मोबाइल फ़ोन बाज़ार में नोकिया की गिरावट के कारणों के बारे में जानते हैं। इसके बाद, हम नोकिया की उल्लेखनीय वापसी, मोबाइल फ़ोन से लेकर 5 जी तकनीक और उससे भी आगे तक के बदलाव पर चर्चा करेंगे। अंत में, हम नोकिया के इतिहास और विकास के बारे में गहराई से जानेंगे।
नोकिया की विफ़लता के कारण:
नोकिया की विफ़लता, बाज़ार में एक स्थापित खिलाड़ी के ख़त्म होने के सबसे प्रसिद्ध उदाहरणों में से एक है। नोकिया दुनिया के सबसे प्रमुख मोबाइल फ़ोन ब्रांडों में से एक था। किसी के भी पास नोकिया 3310 का होना उसके लिए गर्व की बात होती थी। स्मार्टफ़ोन की दुनिया में, नोकिया ने 2007 में, जी पी एस, वाई- फ़ाई , स्टीरियो स्पीकर और 5 एम पी कैमरा के साथ नोकिया एन 95 लॉन्च करके क्रांति ला दी थी। तो अब प्रश्न उठता है कि इतनी दिग्गज कंपनी क्यों विफ़ल हो गई। वास्तव में, नोकिया की विफलता के पीछे का प्रमुख कारण समय के साथ बदलने और विकसित होने की इसकी अनिच्छा थी।
नोकिया की विफलता के पीछे पांच प्रमुख कारण निम्न प्रकार हैं:
1. वातावरण के अनुरूप न ढलना:

स्मार्टफ़ोन की ओर लोगों के बढ़ते रुझान के बावज़ूद, नोकिया अपने फ़ीचर फ़ोन को लेकर अड़ा रहा। नोकिया की यह अवधारणा कि मोबाइल प्रौद्योगिकी के भविष्य में फ़ीचर फ़ोन का वर्चस्व होगा, यह बात, ग़लत साबित हुई और उसके पतन का कारण बनी। एंड्रॉइड (Andoid) और टच स्क्रीन स्मार्टफ़ोन में देरी से अद्यतन करना नोकिया के लिए घातक साबित हुआ। जब दुनिया की अन्य मोबाइल फ़ोन निर्माता कंपनियां, अपने स्मार्टफ़ोन में सुधार कर रही थीं, तब नोकिया अपने फ़ीचर फ़ोन को लेकर जिद्दी बना रहा।
2. माइक्रोसॉफ़्ट ऑफ़र:
कंपनी ने उपभोक्ताओं की बदलती प्राथमिकताओं को नज़रअंदाज कर दिया और प्रतिस्पर्धा में बने रहने में विफल रही। वैश्विक स्तर पर नोकिया की बाज़ार हिस्सेदारी, 50% से घटकर 5% से भी कम हो गई। एक समय मोबाइल फ़ोन उद्योग में एक घरेलू नाम होने के बाद, नोकिया ने अपना बाज़ार प्रभुत्व खो दिया और उसे अपना हैंडसेट व्यवसाय माइक्रोसॉफ्ट को बेचने के लिए मजबूर होना पड़ा।
3. खराब विपणन रणनीतियाँ:
नोकिया की विपणन रणनीति विफ़ल रही और इसने विभिन्न ब्रांड नामों जैसे एन सीरीज़, ई सीरीज़ आदि के साथ पूरी तरह से नए मॉडल लॉन्च करने की कोशिश की। परिणामस्वरूप, उपभोक्ता विकल्प चुनते समय भ्रमित हो गए। साथ ही, यह इन उत्पादों के लिए ब्रांड अपील बनाने में भी असमर्थ रहा।
4. उद्योग के रुझानों को अपनाने में देरी:
नोकिया की स्थापना, उन लोगों के लिए सरल फ़ोन बनाने के लिए की गई थी, जो जटिल तकनीक से परेशान नहीं होना चाहते थे। हालांकि, शुरुआत में कंपनी उस प्रयास में सफ़ल रही, लेकिन समय के साथ न चलने के कारण, एप्पल और सैमसंग के हाथों अपनी बाज़ार हिस्सेदारी खो दी। और फिर, 2007 में, जब एप्पल ने आईफ़ोन (iPhone) लॉन्च किया तो नोकिया को एक बड़ा झटका लगा। यह नोकिया के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुआ। इससे नोकिया को एहसास हुआ, कि उन्हें अपनी रणनीति बदलने की ज़रूरत है और नोकिया ने भी नए स्मार्टफ़ोन पेश किए, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी क्योंकि तब तक सैमसंग उनकी जगह ले चुका था।
5. अति आत्मविश्वास:
नोकिया, 14 वर्षों तक मोबाइल फ़ोन बाजार में अग्रणी रहा। इसकी बाज़ार हिस्सेदारी 70% थी और यह मोबाइल फ़ोन का सबसे बड़ा विक्रेता था। लेकिन पांच साल के अंदर ही कंपनी बाज़ार से लगभग पूरी तरह बाहर हो गई। कंपनी ने अपनी ब्रांड वैल्यू को ज्यादा आंका। नोकिया इसी गलत अवधारणा में रही, कि अगर वे बेहतर सॉफ्टवेयर का उपयोग करें, तो लोग अभी भी केवल नोकिया निर्मित फ़ोन ही खरीदेंगे और बाज़ार में उनका नेतृत्व बरकरार रहेगा, जो हकीकत से कोसों दूर थी।
उम्मीद की किरण: 6जी का मार्ग प्रशस्तीकरण:
हालाँकि, अब 'बेल लैब्स कोर रिसर्च' (Bell Labs Core Research) के अध्यक्ष पीटर वेटर (Peter Vette) ने 6जी युग के लिए नोकिया के दृष्टिकोण के बारे में बताते हुए उम्मीद जताई है कि नोकिया बेल लैब्स के विश्व-प्रसिद्ध शोध की बदौलत, नोकिया ने 5 जी युग और उससे आगे 6 जी युग के लिए मूलभूत प्रौद्योगिकियों को परिभाषित करने का कार्य शुरू कर दिया है। 2030 से पहले उद्योग में, 6 जी को वास्तविकता बनाने के लिए, नोकिया अगली पीढ़ी के वायरलेस नेटवर्क में अनुसंधान के लिए यूरोपीय आयोग की 6 जी फ़्लैगशिप पहल हेक्सा-एक्स का नेतृत्व कर रहा है। कई 6 जी अनुसंधान पहलों का हिस्सा होने के अलावा, नोकिया नेक्स्ट जी अलायंस का संस्थापक सदस्य भी है, जो उत्तर अमेरिकी मोबाइल प्रौद्योगिकी नेतृत्व को आगे बढ़ाने के लिए एक अभियान है।
नोकिया का इतिहास:
नोकिया, एक फ़िनिश बहुराष्ट्रीय कंपनी है, जो उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स, सूचना प्रौद्योगिकी और दूरसंचार में विशेषज्ञता रखती है। कंपनी की स्थापना 1865 में फ़्रेड्रिक इडेस्टैम (Fredrik Idestam), लियो मेचेलिन (Leo Mechelin) और एडुआर्ड पोलोन (Eduard Polón) द्वारा एक पेपर मिल के रूप में की गई थी। ज़ल्द ही इसका विस्तार नज़दीकी शहर नोकिया तक हो गया, जिससे 1871 में कंपनी को अपना नाम लेने की प्रेरणा मिली।
इडेस्टैम (Idestam) 1896 में सेवानिवृत्त हो गए, जिसके बाद मेकेलिन के लिए 1902 में कंपनी का विस्तार विद्युत उत्पादन के क्षेत्र में किया। दो साल बाद, पोलोन ने 'फिनिश रबर वर्क्स फ़ैक्ट्री ' (Finnish Rubber Works factory) की स्थापना की, जो कार टायर और रबर जूते जैसी वस्तुओं का निर्माण करती थी। इसी दिशा में 1912 में एक तीसरी कंपनी फ़िनिश केबल वर्क्स' (Finnish Cable Works) की स्थापना की गई जिसमें इलेक्ट्रिक केबल, टेलीफ़ोन और टेलीग्राफ़ संचार के उपकरणों का निर्माण किया जाता था।
1967 में, इन दोनों कंपनियों को मिलाकर 'नोकिया कॉर्पोरेशन' का गठन किया गया, जिसने कागज़ और रबर उत्पाद, सैन्य संचार, कंप्यूटर, टेलीविज़न, परमाणु ऊर्जा संयंत्र बुनियादी ढांचे और यहां तक कि टॉयलेट पेपर सहित विभिन्न प्रकार के उत्पाद बेचे।
1975 में, नए सीईओ कारी कैरामो (Kari Kairamo) की नियुक्ति के बाद, यूरोप के अन्य हिस्सों में नोकिया का विस्तार हुआ। चार साल बाद, नोकिया ने 'मोबीरा ओय टेलीफ़ोन' (Mobira Oy telephone) लॉन्च किया और टेलीविज़न निर्माता सलोरा के साथ एक संयुक्त उद्यम में नॉर्डिक मोबाइल टेलीफोन (Nordic Mobile Telephone (NMT)) सेवा शुरू की।
एन एम टी दुनिया का पहला अंतरराष्ट्रीय सेल नेटवर्क था। कुछ ही समय बाद, नोकिया ने एक मापनीय डिजिटल स्विचिंग प्रणाली 'मोबिरा सीनेटर कार फ़ोन और डीएक्सटी 200' (Mobira Senator car phone and the DXT 200) लॉन्च किया। नोकिया ने 1986 में, दुनिया का पहला हैंडहेल्ड मोबाइल फ़ोन 'मोबिरा सिटीमैन' (Mobira Cityman) भी जारी किया। नोकिया ने इसी समय पर्सनल कंप्यूटर का निर्माण भी शुरू किया, लेकिन इसकी बिक्री कम हुई। हालाँकि, कंपनी डिज़िटल टेलीविज़न और उपग्रह उत्पादों में सफल रही, कंपनी ने स्वीडन में एरिक्सन (Ericsson), ब्रिटेन में आई बी एम (IBM) और फ़्रांस में हिताची (Hitachi) के अलावा, कई अन्य साझेदारियों के लिए उत्पादों का निर्माण किया। 1990 के दशक में, नोकिया ने मुख्य रूप से संचार पर ध्यान केंद्रित करने और कंपनी की शेष व्यावसायिक इकाइयों को बेचने का फ़ैसला किया।
दूरसंचार पर एकमात्र ध्यान केंद्रित करने के साथ, नोकिया ने अगले कुछ वर्षों में निरंतर सफलता प्राप्त की। कंपनी ने प्रतिष्ठित नोकिया रिंगटोन के साथ, नोकिया 1011 और नोकिया 2100 जैसे सफ़ल मोबाइल फ़ोन मॉडल पेश किए। 1991 और 1994 के बीच, नोकिया ने उत्पादन 500,000 से बढ़ाकर 5 मिलियन सेल फ़ोन कर दिया और आज की कीमतों में 1.44 बिलियन डॉलर का लाभ दर्ज किया।
अवनति:
सहस्राब्दी के मोड़ पर, नोकिया ने आंतरिक और बाह्य दोनों ही स्तरों पर कई घातक ग़लतियाँ कीं। प्रबंधन महत्वपूर्ण निर्णय लेने में धीमा था और बड़े पैमाने पर उत्पादन के पक्ष में कंपनी की नवीन संस्कृति से दूर चला गया। कंपनी ने यह मानने से भी इनकार कर दिया कि कोई नया उत्पाद कभी भी उसकी सफ़लता को खतरे में डाल सकता है। 2007 में आईफ़ोन (iPhone) रिलीज़ होने से कुछ समय पहले नोकिया की बाज़ार हिस्सेदारी 49.4% थी। यह 2010 में घटकर 34.2% हो गई और आज केवल 3% रह गई है।
अधिग्रहण और भविष्य:
2013 में, माइक्रोसॉफ़्ट ने 7 अरब डॉलर में नोकिया का अधिग्रहण कर लिया। एक बार जब मोबाइल फ़ोन डिवीजन बिकने के बाद, नोकिया सीमेंस के साथ साझेदारी में डेटा नेटवर्किंग और दूरसंचार उपकरण के क्षेत्र में लौट आई और टेलीकॉम उपकरण कंपनी अल्काटेल-ल्यूसेंट (Alcatel-Lucent) का अधिग्रहण किया।

संदर्भ
https://tinyurl.com/ah6t3bck
https://tinyurl.com/3wdwz7kk
https://tinyurl.com/58bbsabp

चित्र संदर्भ
1. नोकिया के मोबाइल फ़ोनों को संदर्भित करता एक चित्रण (Pexels)
2. नोकिया 6720 क्लासिक को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
3. नोकिया द्वारा बनाये गए विभिन्न मोबाइल फ़ोनों को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
4. नोकिया 5800 एक्सप्रेस म्यूज़िक (XpressMusic) को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
5.1960 के दशक में नोकिया द्वारा निर्मित टॉयलेट पेपर के रोल को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
6. साओ पाओलो (Sao Paulo), ब्राज़ील में नोकिया के एक प्रमुख स्टोर (Flagship Store) को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
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