लंदन से लेकर लखनऊ चौक पहुंचने तक बड़ा ही रोमांचक रहा एटीएम मशीन का सफर

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लंदन से लेकर लखनऊ चौक पहुंचने तक बड़ा ही रोमांचक रहा एटीएम मशीन का सफर

आधुनिकता और बदलावों को अपनाने के संदर्भ में भारतीय जन, दुनियां में किसी भी दूसरे मुल्क से पीछे नहीं हैं, बशर्ते वह बदलाव देश और आम जनता के हित में हो। जिस तरह से हमने इंटरनेट और यूपीआई (UPI) जैसे आधुनिक नवाचारों को अपनाया, वह यह दर्शाता है कि एक सही दिशा मिलने पर कई वर्षों में होने वाले बदलाव भी भारत में कुछ महीनों या कुछ हफ़्तों में घटित हो सकते हैं। भारतीयों द्वारा नई तकनीकों को अपनाने और इनका प्रयोग करने का एक और सफल उदाहरण एटीएम मशीन (ATM Machine) भी है, जिसने भारतीयों के पैसे जमा करने और पैसे खर्च करने के तरीके को ही बदल कर रख दिया। एटीएम यानी स्वचालित टेलर मशीन (Automatic Teller Machine), एक ऐसी प्रणाली होती है, जो किसी बैंक के अपने ग्राहकों को बिना किसी इंसानी मदद के अपना बुनियादी बैंकिंग लेनदेन करने की अनुमति देती है। कई विवादित आविष्कारों की भांति, कई अमेरिकी लोग एटीएम का आविष्कार करने का दावा या श्रेय भी खुद ही ले लेते हैं। अमेरिकी लोग मानते हैं कि एटीएम मशीन का विचार लूथर सिमजियन (Luther Simjian's) का था। लेकिन वास्तव में एटीएम की खोज एक विवादित मुद्दा है। कई जानकार मानते हैं कि एटीएम की खोज प्रमुख तकनीकी अग्रदूतों में से एक जॉन एड्रियन शेफर्ड-बैरन (John Adrian Shepherd-Barron) द्वारा की गई थी, जो कि भारत के मेघालय में पैदा हुए एक अंग्रेज थे। होनहार आविष्कारक रहे, लूथर सिमजियन ने ही सबसे पहले एक "होल-इन-द-वॉल मशीन (Hole-In-The-Wall Machine)" की कल्पना की, जिसकी मदद से ग्राहक वित्तीय लेनदेन कर सकें। 1939 में, उन्होंने अपने एटीएम आविष्कार से संबंधित 20 पेटेंट (Patent) दायर किए और सिटीकॉर्प (Citicorp) के तहत इसका परीक्षण भी किया। हालाँकि इसके मात्र छह महीने के बाद, बैंक ने एटीएम की मांग में कमी की सूचना देते हुए इस मशीन का संचालन बंद कर दिया। 1905 में तुर्की में जन्मे, लूथर सिमजियन ने पहले चिकित्सा का अध्ययन किया लेकिन उन्हें फोटोग्राफी का अधिक शौक था। उनका पहला बड़ा आविष्कार सेल्फ-पोज़िंग और सेल्फ-फ़ोकसिंग पोर्ट्रेट कैमरा (Self-Posing And Self-Focusing Portrait Camera) था। उन्होंने हवाई जहाज के लिए उड़ान गति संकेतक, एक स्वचालित डाक मीटरिंग मशीन (Automated Postage Metering Machines), एक रंगीन एक्स-रे मशीन (Color X-Ray Machine), एक टेलीप्रॉम्प्टर (Teleprompter) और माइक्रोस्कोप (Microscopes) से छवियों को प्रोजेक्ट करने और पानी के नीचे नमूनों की तस्वीर खींचने के तरीकों का भी आविष्कार किया। 1934 में, वह न्यूयॉर्क चले गए और अपने आविष्कारों को विकसित करने के लिए अपनी खुद रिफ्लेक्टोन (Reflecton) नाम की कंपनी शुरू की।
आधुनिक एटीएम का आविष्कार करने का दावा कई लोग करते हैं। कुछ लोग मानते हैं कि स्कॉटलैंड (Scotland) के जेम्स गुडफेलो (James Goodfellow) ने 1966 में पहले आधुनिक एटीएम (Modern ATM) मशीन का आविष्कार किया था। वहीँ कई अन्य लोग यह मानते कि संयुक्त राज्य अमेरिका के जॉन डी. व्हाइट (John D. White) ने 1966 में पहली फ्री-स्टैंडिंग एटीएम (First Free-Standing ATM) का आविष्कार किया था। अधिकांश लोग यह भी मानते हैं कि 1967 में, जॉन शेफर्ड-बैरन ने एटीएम का आविष्कार किया और लंदन के बार्कलेज़ बैंक (Barclays Bank) में इसकी स्थापना भी कर दी थी। 24/7 कैश डिस्पेंसर का विचार भी पहली बार 1960 के दशक में डे ला रु इंस्ट्रूमेंट्स (De La Rue Instruments) के प्रबंध निदेशक जॉन शेफर्ड-बैरन के मन में उभरा था। डी ला रु आज भी नकदी निकालने वाली मशीनें बनाती है। दुनिया में हर पांच में से एक एटीएम में इन्ही की तकनीक का उपयोग किया जाता है। यदि हम मान के चलते हैं कि दुनियां की सबसे पहली एटीएम का आविष्कार शेफर्ड-बैरन ने किया था, तो इस हिसाब से दुनिया का पहला एटीएम 1967 में उत्तरी लंदन में बार्कलेज बैंक शाखा के बाहर स्थापित किया गया था। यह जनता द्वारा उपयोग किया जाने वाला पहला एटीएम था। डॉन वेटज़ेल ने 1968 में भी एक अमेरिकी निर्मित एटीएम का आविष्कार किया था। हालाँकि, 1980 के दशक के मध्य से लेकर अंत तक बैंकों में एटीएम आम हो गए थे। शुरुआती एटीएम मशीनें ऑफ-लाइन हुआ करती थीं। शुरुआती एटीएम सीधे-सीधे कंप्यूटर से नहीं जुड़े होते थे, इसलिए उस समय खातों से पैसे स्वचालित रूप से नहीं निकाले जाते थे। बैंक इस मामले में भी बहुत चयनात्मक थे क्यों कि वे एटीएम की सुविधा केवल अच्छे बैंकिंग रिकॉर्ड (Banking Records) वाले क्रेडिट कार्ड धारकों (Credit Card Holders) को ही देते थे।
आगेचलकर डॉन वेटज़ेल (Don Wetzel), टॉम बार्न्स और जॉर्ज चैस्टेन (Tom Barnes, And George Chastain) ने चुंबकीय पट्टियों और पिन वाले पहले एटीएम कार्ड विकसित किए। एटीएम कार्ड को क्रेडिट कार्ड (जिसमें उस समय चुंबकीय पट्टियाँ नहीं थीं) से अलग बनाया गया ताकि खाते की जानकारी को कार्ड में संग्रहीत की जा सके। यदि हम भारत की बात करें तो देश का पहला एटीएम, एचएसबीसी (HSBC) द्वारा 1987 में मुंबई में स्थापित किया गया था। अगले दस वर्षों में, देश में लगभग 1,500 और एटीएम स्थापित किए गए। आज भारत में लगभग 160,000 एटीएम हैं। 1997 में, भारतीय बैंक संघ (Indian Banks Association (IBA) ने भारत में साझा एटीएम का पहला नेटवर्क स्वधन बनाया। नेशनल फाइनेंशियल स्विच (National Financial Switch (NFS) को भारत में साझा स्वचालित टेलर मशीनों (एटीएम) का सबसे बड़ा नेटवर्क माना जाता है। इसे 2004 में देश के सभी एटीएम को जोड़ने और लोगों के लिए बैंकिंग करना आसान बनाने के लिए बनाया गया था। इसका संचालन नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (National Payments Corporation Of India (NPCI) द्वारा किया जाता है। 31 जनवरी, 2022 तक, एनएफएस नेटवर्क (NFS Network) के 1,203 सदस्य थे, जिनमें 111 प्रत्यक्ष सदस्य, 1,045 उप-सदस्य, 43 क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक और 4 व्हाइट लेबल एटीएम ऑपरेटर शामिल थे। एनएफएस नेटवर्क, नकद जमा मशीनों और रिसाइक्लर्स (Recyclers) सहित 2.55 मिलियन से अधिक एटीएम से जुड़ा हुआ है। अप्रैल 2017 तक,भारत में कुल 2,36,199 एटीएम एनएफएस नेटवर्क से जुड़े हुए है। इनमें 99 प्रत्यक्ष सदस्य बैंकों के 2,16,952 एटीएम, 692 उप सदस्य बैंकों के 4,058 एटीएम, 56 आरआरबी सदस्य बैंकों के 1,034 एटीएम और 8 व्हाइट लेबल एटीएम प्रदाताओं (White Label Atm Providers) के 14,146 एटीएम हैं, जो भारत में एकल नेटवर्क के तहत एटीएम की सबसे बड़ी संख्या है। चलते-चलते एक अच्छी खबर यह भी है कि 1925 में मेघालय के जिस अस्पताल में एटीएम के आविष्कारक रहे जॉन एड्रियन शेफर्ड-बैरन का जन्म हुआ था, हाल ही में वहां पर भी एक एटीएम स्थापित किया गया है। यह दुनिया भर में पहला एटीएम स्थापित होने के 53 साल बाद स्थापित किया गया है। एटीएम डॉ. एच गॉर्डन रॉबर्ट्स अस्पताल (Dr H Gordon Roberts Hospital) में स्थापित किया गया था। अस्पताल द्वारा भारतीय स्टेट बैंक को अनुरोध प्रस्तुत करने के बाद 7 अगस्त 2021 को यहां पर एटीएम स्थापित किया गया था। जिस अस्पताल में एटीएम के आविष्कारक का जन्म 96 साल पहले हुआ था, वहां उन्हीं का एक आविष्कार का स्थापित होना बहुत बड़ी और अच्छी बात है।

संदर्भ

Https://Tinyurl.Com/4uarnnv5
Https://Tinyurl.Com/2p95z37p
Https://Tinyurl.Com/B2am2jy6
Https://Tinyurl.Com/Yewcfun5
Https://Tinyurl.Com/2s4hb5k2
Https://Tinyurl.Com/3puvrxzz

चित्र संदर्भ
1. एटीएम के प्रयोग को संदर्भित करता एक चित्रण (flickr)
2. एटीएम का उपयोग करते व्यक्ति को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
3. एक किताब में छपी लूथर सिमजियन की तस्वीर को दर्शाता एक चित्रण (youtube)
4. लूथर सिमजियन की तस्वीर को दर्शाता एक चित्रण (youtube)
5. बार्कलेज बैंक शाखा में लगे एटीएम को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
6. 2017 में प्रति 100,000 वयस्कों पर स्वचालित टेलर मशीनों (एटीएम) की संख्या को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
7. एक एटीएम के ढांचे को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
8. एटीएम के बाहर लगी भीड़ को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)

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