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बचपन से ही हमें हमारी दादी या नानी किस्से-कहानी सुनाती आ रही हैं। लेकिन बाणभट्ट द्वारा रचित "कादम्बरी" एक ऐसा अनोखा उपन्यास है, जिसमें तोता कहानी सुनाता है। दिलचस्प बात यह है कि, इस उपन्यास में तोता फर्राटेदार संस्कृत बोलता है। हालांकि, वास्तव में तोते वाकई बुद्धिमान होते हैं, और बोल भी लेते हैं।
“कादम्बरी” संस्कृत में लिखा गया एक प्रेम प्रसंग का उपन्यास (Romantic Novel) है। इसका लेखन मुख्य रूप से 7वीं शताब्दी ई.पू. के आसपास बाणभट्ट द्वारा किया गया था। दुर्भाग्यवश, वह इसे पूरा नहीं कर सके, लेकिन उनके बाद उनके बेटे भूषणभट्ट ( कुछ स्रोतों में बेटे का नाम पुलिंदभट्ट बताया गया है) ने इसे वहीं से शुरू किया, जहां उन्होंने (बाणभट्ट) ने इसे छोड़ा था। भूषणभट्ट ने अपने पिता की योजना के अनुसार ही इसे पूरा किया। उपन्यास को दो भागों में विभाजित किया गया है, पहला भाग जिसे "पूर्वभाग" के नाम से जाना जाता है, बाणभट्ट द्वारा लिखा गया था, और दूसरा भाग यानि “उत्तरभाग”, भूषण भट्ट द्वारा लिखा गया था।
इस उपन्यास में वर्णित कहानी अपने आप में काफी जटिल है और इसे तुरंत संक्षेप में प्रस्तुत करना थोड़ा कठिन हो सकता है। कहानी का मुख्य विषय इसके नायक चंद्रापीड और नायिका कादंबरी के बीच प्रेमपूर्ण रिश्ते के इर्द-गिर्द घूमता है। लेकिन, दिलचस्प बात यह है कि "कादम्बरी" जिसके नाम पर पूरा उपन्यास लिखा गया है, कहानी के आधे भाग तक दिखाई भी नहीं देती है। इसके कुछ पात्र अलग-अलग बिंदुओं पर मनुष्य और देवता या जानवर दोनों के रूप में दिखाई देते हैं। इस कहानी को इस प्रकार लिखा गया है, कि जैसे एक कहानी, दूसरी कहानी के भीतर बताई जा रही हो। इस पूरे उपन्यास में एक तोता एक ऋषि से सुनी हुई कहानी को दोबारा सुनाता है, और उस कहानी में पात्र एक-दूसरे को उप-कहानियाँ सुनाते हैं।
यह कहानी शूद्रक नाम के एक बहादुर राजा पर केंद्रित है, जो विदिशा में अपनी राजधानी के साथ एक बड़े और समृद्ध राज्य पर शासन करता था। एक दिन, एक वनवासी चांडाल कन्या उनके दरबार में आती है और उस राजा को “वैशम्पायन” नाम का एक तोता उपहार में देती है। कुछ स्वादिष्ट भोजन का आनंद लेने और आराम करने के बाद, तोते ने एक लंबी कहानी सुनाना शुरू किया और कहा, "महाराज, यदि आप उत्सुक हैं, तो मैं आपको एक कहानी सुनाना चाहूंगा।" आज्ञा मिलने के बाद तोते ने बताया कि वह अपने बूढ़े पिता के साथ विंध्य वन में रहता था। एक दिन, सबर नामक शिकारियों ने जंगल में हमला कर दिया, जिसमें उस तोते (वैशम्पायन) के पिता की मौत हो गई। जिसके बाद तोता भटकता रहा और अंततः उसकी भेंट ऋषि जाबालि से होती है। जाबालि फिर आगे जो कहानी सुनाते हैं, वही कहानी ‘कादंबरी’ उपन्यास के केंद्र में रहती है।
ऐसा माना जाता है कि, इसे गुणाढ्य की बृहत्कथा में पाई गई राजा सुमनस की कहानी से रूपांतरित किया गया है, जो अब मौजूद नहीं है। यही कहानी सोमदेव के कथासरित्सागर में भी आती है, जिसे गुणाढ्य के काम का संस्कृत सारांश माना जाता है। इस उपन्यास का मूल संस्कृत पाठ, पीटरसन और केन (Peterson And Kane) द्वारा मानक संस्करणों में प्रकाशित किया गया है। इसके अंग्रेजी अनुवाद ब्लैक (Black), लेने (Layne) , और रीडिंग (Ridding) द्वारा किए गए हैं। इसके अतिरिक्त, बालन (केशवलाल ध्रुव द्वारा संपादित) द्वारा गुजराती में इसका एक संक्षिप्त संस्करण भी उपलब्ध है।
कई जानकार मानते हैं कि "कादम्बरी" दुनिया के पहले उपन्यासों में से एक हो सकता है। हालांकि, यह एक विवादित विषय है। यह जानना दिलचस्प है कि कन्नड़ और मराठी में, “कादंबरी” का प्रयोग रोमांस या उपन्यास के लिए एक सामान्य शब्द के रूप में किया जाता है। “कादम्बरी” के लेखक बाणभट्ट ने “हर्षचरित” भी लिखी थी, जो राजा हर्षवर्धन की जीवनी को दर्शाती है।
कादम्बरी में तोते को जितना बुद्धिमान दिखाया गया है, असल जीवन में भी तोते उससे कम बुद्धिमान नहीं होते। लेख में आगे हम तोते की ऐसी ही प्रजातियों पर एक नज़र डालेंगे, जिन्हें अपनी बुद्धिमानी और चतुराई के लिए जाना जाता हैं।
1. अफ़्रीकी ग्रे तोता (African Gray Parrot): अफ्रीकी ग्रे तोते सदियों से इंसानों के पसंदीदा साथी रहे हैं। इस तोते को सबसे बुद्धिमान पक्षी प्रजातियों में से एक माना जाता है, इसकी बुद्धिमत्ता का स्तर मानव बच्चों के बराबर माना जाता है। ये तोते आकृतियों को पहचानने, रंगों की पहचान करने और यहां तक कि शून्य या कुछ भी नहीं की अवधारणा को समझने में माहिर होते हैं।
2. मकाओ (Macaw): मकाओ तोता न केवल सुंदर होता है, बल्कि काफी चतुर भी जान पड़ता है। ये पक्षी इंसानी बोली की नकल करने और करतब दिखाने की क्षमता के कारण भीड़ को आसानी से प्रभावित कर सकते हैं।
3. अमेज़न तोता (Amazon Parrot): अमेज़न तोते को भी अपनी चतुराई के लिए जाना जाता है। इन पक्षियों को उनकी बुद्धिमत्ता और वाणी की सटीक नकल करने की क्षमता के कारण सदियों से पालतू जानवरों के रूप में रखा जाता रहा है। ये होनहार तोते जटिल तरकीबें और कार्य भी सीख सकते हैं।
4. इक्लेक्टस तोता (Eclectus Parrot): खूबसूरत दिखाई देने वाला इक्लेक्टस तोता दिमाग के मामले में भी तेज़ होता है। उचित प्रशिक्षण देने पर ये तोते बात करना और करतब दिखाना सीख सकते हैं। ये तोते मिलनसार होते हैं, इसलिए ये इंसानों के अच्छे साथी बन सकते हैं।
5. भारतीय रिंगनेक तोता (Indian Ringneck Parakeet): भारतीय रिंगनेक तोता भले ही पूरी तरह से मानव भाषा की नकल न कर सके, लेकिन यह अपनी ही आवाज़ के साथ मनोदशा और भावनाओं को व्यक्त करने में माहिर होता है। इस प्रजाति के कुछ तोते तो 250 शब्द भी सीख सकते हैं।
हालांकि, एक अच्छे साथी तोते की तलाश में आप भारतीय तोते को अपने घर में पाल मत लीजियेगा। दरसल, भारतीय तोते को घर में पालतू पक्षी के रूप में रखना कानून के खिलाफ माना जाता है। ऐसा करने पर आप मुसीबत में पड़ सकते हैं, जिसके तहत जुर्माना भरना या इसके लिए 3 साल तक की जेल भी हो सकती है। तोते को पालने पर पड़ने वाला जुर्माना 25,000 रुपये तक हो सकता है। यह अभिलेख 1972 के भारतीय वन्यजीव अधिनियम में दर्ज हैं।
इसका एक उदाहरण कटक में देखा गया, जहां की एक महिला ने अपने खोये हुए तोते को वापस पाने के लिए 5000 रुपये के इनाम की घोषणा कर दी। हालांकि, भले ही वह अपने तोते को वापस लाने में कामयाब रही, लेकिन बाद में उसे इस तोते को वन विभाग के लोगों को सौंपना पड़ा।
कानून कहता है कि “भारत के मूल निवासी किसी भी पक्षी को पालतू जानवर के रूप में नहीं रख सकते है।” जिसका अर्थ है कि हमें उन्हें अपने घरों में पिंजरे में नहीं रखना चाहिए। हालांकि, आप पूरी तरह से ऐसे तोते पाल सकते हैं, जो अन्य देशों से भारत लाए गए हों। 2015 में अदालत के एक फैसले में कहा गया था कि, “पक्षियों को "सम्मान के साथ जीने" का अधिकार है।” इसका मतलब है कि, उन्हें खुले आकाश में उड़ने की पूरी आजादी है।
संदर्भ
https://tinyurl.com/4c6rbxd8
https://tinyurl.com/yrhfrfrc
https://tinyurl.com/yc6sdbkz
चित्र संदर्भ
1. कादम्बरी को संदर्भित करता एक चित्रण (Wikimedia)
2. कादम्बरी उपन्यास के एक पृष्ठ को दर्शाता चित्रण (OPenn)
3. एक महिला और एक तोते को दर्शाता चित्रण (Look and Learn)
4. अफ़्रीकी ग्रे तोते को दर्शाता चित्रण (Wikimedia)
5. मकाओ तोते को दर्शाता चित्रण (Wikimedia)
6. अमेज़न तोते को दर्शाता चित्रण (Wikimedia)
7. इक्लेक्टस तोते को दर्शाता चित्रण (Wikimedia)
8. भारतीय रिंगनेक तोते को दर्शाता चित्रण (Wikimedia)
9. डाल पर बैठे भारतीय रिंगनेक तोते को दर्शाता चित्रण (Wikimedia)
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