समयसीमा 229
मानव व उनकी इन्द्रियाँ 963
मानव व उसके आविष्कार 757
भूगोल 211
जीव - जन्तु 274
Post Viewership from Post Date to 04- Mar-2023 31st | ||||
---|---|---|---|---|
City Subscribers (FB+App) | Website (Direct+Google) | Total | ||
1323 | 995 | 2318 |
जब कभी भी जलवायु परिवर्तन और प्रदूषण के दुष्प्रभावों की बात आती है, तो इसका सारा ठीकरा वाहनों और कारखानों से निकलने वाले धुएं के सिर फोड़ दिया जाता है। लेकिन इस बीच किसी का भी ध्यान इस तरफ नहीं जाता, कि हमारे सिर के ऊपर उड़ने वाले कई टन वजनी हवाई जहाज भी बड़ी मात्रा में प्रदूषण फैला सकते हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार, वैश्विक स्तर पर हानिकारक कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) के उत्सर्जन का लगभग 2.4% विमानन क्षेत्र से आता है। हवाई जहाज़ के इंजन में होने वाले जीवाश्म ईंधन के दहन के कारण गैसों, तीव्र शोर और हानिकारक कणों का उत्पादन होता है। हालांकि, गुजरते समय के साथ विमानन उद्योग (Aviation Industry) अधिक ईंधन कुशल हो गया है, लेकिन इसके बावजूद भी उत्सर्जन बढ़ रहा है, क्योंकि समय के साथ- साथ हवाई यात्रा की मात्रा में वृद्धि हुई है। आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि बढती विमानन दक्षता के बावजूद विमानन कार्बन उत्सर्जन 2020 तक 2005 की तुलना में 70% अधिक हो गया है। अनुमान लगाया जा रहा है कि 2050 तक कार्बन उत्सर्जन की यह मात्रा 300% तक बढ़ सकती है। जानकारों के अनुसार, लंदन (London) से सैन फ्रांसिस्को (San Francisco) के बीच की एक वापसी उड़ान के द्वारा ही प्रति व्यक्ति दर से लगभग 5.5 टन CO2 का उत्सर्जन होता है। आपको यह जानकार हैरानी होगी कि कार्बन उत्सर्जन कीयह मात्रा एक वर्ष में एक पारिवारिक कार द्वारा उत्पादित उत्सर्जन की मात्रा के दोगुने से भी अधिक है। समय के साथ विमानों से हानिकारक गैसों का उत्सर्जन तेजी से बढ़ रहा है, जिसमें 2013 से 2018 के बीच में ही 32% की वृद्धि हुई हैं। एक नए अध्ययन के अनुसार, विमानन से होने वाले 50% कार्बन उत्सर्जन के लिए दुनिया की केवल 1%आबादी ही जिम्मेदार है।
विमानों का तीव्र शोर उच्च ध्वनि प्रदूषण उत्पन्न करता है, इसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि नीचे जमीन पर रहते हुए भी आपको हजारों फुट ऊपर उड़ते विमान की आवाज भी बहुत तेजी से सुनाई देती है। कभी-कभी तो यह ध्वनि प्रदूषण हृदय संबंधी जोखिम भी बढ़ा सकता है और आम लोगों की नींद तथा छोटे बच्चों की शिक्षा को भी बाधित करता है। इसके अलावा हवाई जहाज़ों के रखरखाव में प्रयोग किए जाने वाले तरल रसायनों के अनुचित रखरखाव के कारण आसपास के निकायों का जल भी प्रदूषित होता हैं। साथ ही विमानन गतिविधियाँ ओजोन (Ozone) और अल्ट्राफाइन कणों (Utrafine Particles) का उत्सर्जन करती हैं, जो स्वास्थ्य के लिए अत्यंत हानिकारक होते हैं ।
विमानों में बेहतर ईंधन का प्रयोग करके वैमानिकी के पर्यावरणीय दुष्प्रभावों को कम किया जा सकता है। एविएशन बायोफ्यूल (Aviation Biofuel), उत्सर्जन ट्रेडिंग (Emission Trading) और कार्बन ऑफसेटिंग (Carbon Offsetting) भी कार्बन उत्सर्जन को कम कर सकते है। ईंधन से चलने वाले विमानों को हाइब्रिड इलेक्ट्रिक विमानों (Hybrid Electric Aircraft) और बिजली या हाइड्रोजन-संचालित विमानों (Hydrogen-Powered Aircraft) द्वारा प्रतिस्थापित भी किया जा सकता है।
नीचे कुछ अहम सुझाव दिए गए हैं, जिन्हें अपनाकर उड़ानों के कार्बन पदचिह्न को कम करने में मदद मिल सकती है:
1.छोटी उड़ानों से बचें: नासा (NASA) और सैन फ्रांसिस्को विश्वविद्यालय (University of San Francisco) जैसे कई संस्थानों की रिपोर्टों के अनुसार, हवाई जहाज के कारण कार्बन उत्सर्जन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा (अनुमानित 10-30%) उड़ान भरने (Takeoff) और अवतरण (Landing) के दौरान उत्पन्न होता है। अतः कार्बन पदचिह्नों को कम करने के लिए छोटी उड़ानों से बचें और इसके बजाय निजीवाहन , ट्रेन या बस से जाने पर विचार करें।
2.बेहतर उड़ान के लिए संघर्ष: आज सरकारों द्वारा नए विमान डिजाइन, संचालन और ईंधन दक्षता में सुधार करने के लिए विमानन कंपनियों पर दबाव डालने की आवश्यकता है। इन्हें स्वच्छ बिजली और जैव ईंधन का प्रयोग करने के लिए प्रेरित करने की आवश्यकता है। साथ ही इन कंपनियों पर अपने जहाज़ों के बेड़े को आधुनिक बनाने के लिए दबाव भी डाला जा सकता है। उदाहरण के लिए, नए ड्रीमलाइनर (Dreamliner) में बहुत ईंधन-कुशल इंजन हैं जो पुराने विमानों की तुलना में लगभग 20% तक कार्बन उत्सर्जन को कम करते हैं।
3.पदचिह्न की गणना: कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए प्रत्येक व्यक्ति अपनी भूमिका निभा सकता है । इसके लिए प्रत्येक व्यक्ति अपनी यात्रा के लिए एक कार्बन कैलकुलेटर (Carbon Calculator) का उपयोग कर सकता है । इससे यह पता लगाया जा सकता है कि परिवहन के किस माध्यम से सबसे कम कार्बन पदचिह्न उत्पन्न होगा ।
4. कम हवाई यात्रा - आख़िर में कम से कम हवाई यात्रा करना ही कार्बन पदचिह्न को कम करने का सबसे अच्छा तरीका माना गया है।
विशेषज्ञों का अनुमान है कि ये तरकीबें अपनाकर प्रत्येक व्यक्ति अपनी उड़ानों से होने वाले कार्बन उत्सर्जन को लगभग 20% से 45% तक कम कर सकता है ।
संदर्भ
https://bit.ly/41qDMek
https://bit.ly/3m8tWO0
https://bbc.in/3Z2dv4K
https://bit.ly/3ktV2Pl
चित्र संदर्भ
1. हवाई यात्रा को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
2. एयर इंडिया के विमान को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
3. इंडियन एयरलाइंस की लाभप्रदता के प्रवृत्ति चार्ट को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
4. विमान प्रदूषण को दर्शाता एक चित्रण (Max Pixel)
A. City Subscribers (FB + App) - This is the Total city-based unique subscribers from the Prarang Hindi FB page and the Prarang App who reached this specific post.
B. Website (Google + Direct) - This is the Total viewership of readers who reached this post directly through their browsers and via Google search.
C. Total Viewership — This is the Sum of all Subscribers (FB+App), Website (Google+Direct), Email, and Instagram who reached this Prarang post/page.
D. The Reach (Viewership) - The reach on the post is updated either on the 6th day from the day of posting or on the completion (Day 31 or 32) of one month from the day of posting.