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समुद्री भोजन की आपूर्ति श्रृंखला उत्पाद (उदाहरण के लिए जमे हुए बनाम ताजा, खेती की गई बनाम जंगली पकड़ी गई) के आधार पर अलग-अलग होती है। और इनका ‘किसके लिए’ और ‘कहाँ’ व्यापार किया जाए, इसका निर्धारण भी उत्पाद पर निर्भर किया जाता है। हालांकि, औसतन, अंतिम उत्पाद के उपभोक्ता तक पहुंचने से पहले, समुद्री खाद्य आपूर्ति श्रृंखलाओं में आमतौर पर मछुआरों और किसानों के बीच 10 से 15 तक मध्यवर्ती व्यापारी होते हैं।उदाहरण के लिए, एक फ्रांसीसी कंपनी आइसलैंड (Iceland) से एक दिन में लगभग 3000 टन जमी हुई मछली खरीदती है। जमी हुई मछली आमतौर पर वजन के हिसाब से उपभोक्ता को बेची जाती है।
आइसलैंड की इस मछली को फिर चीन (China) जमाने के लिए भेजा जाता है, जहां उनका भार बढ़ाने के लिए उन्हें अधिक पानी के इंजेक्शन (Injection) दिए जाते हैं। मछलियों को जमाने के बाद उन्हें फिर फ्रांस (France) वापस भेज दिया जाता है। इतने देशों में घूमने के बाद अब जो उत्पाद उपभोक्ता के पास आएगा उसकी संभवतः गुणवत्ता निश्चित रूप से संदेहनीय है तथा इसके पर्यावरण पदचिह्न भी असहनीय है। इसके अतिरिक्त जमी हुई मछली के नाम पर उसका मूल्य भी अधिक लिया जाता है क्योंकि यह जमे हुए पानी के कारण तीन गुना भारी हो चुकी है। वहीं मत्स्य पालन में एक अन्य दिलचस्प कहानी भी है। यह तो हम सभी जानते हैं कि मछली पालन के लिए अधिक विशेष कुछ नहीं लगाया जाता है, परंतु इनके उत्पादन और उपभोग योग्य बनाने के बाद इनसे काफी अधिक कचरा उत्पन्न होता है। उदाहरण के लिए, एक व्यक्ति द्वारा सैल्मन (Salmon) का पालन किया जा रहा है तो उनको खिलाने के लिए उसे अब चारे की आवश्यकता है, लेकिन प्रश्न यह उठता है कि यह चारा आएगा कहाँ से ? इसका उत्तर आसान है, सैल्मन को खिलाने के लिए चारा जंगली समुद्री मछलियों को पकड़ कर बनाया जाता है। फिर उन्हें पकड़ने के बाद सूखे चारे के रूप में बदलने के लिए चीन भेजा जाता है, और उसके बाद स्कॉटलैंड (Scotland) जैसे देशों में वापस भेज दिया जाता है, जहां बड़े सैल्मन उत्पादन केंद्रों द्वारा अंततः इन उत्पादों को वापस फ्रांस या जर्मनी को बेच दिया जाता है।
इससे इन मछलियों के उत्पाद में आधारभूत संरचना, समय और मछलियों से निकलने वाला कचरा परिस्थितिक तंत्र को प्रत्यक्ष रूप से प्रभावित करता है। साथ ही इन सभी लंबी यात्राओं के बावजूद भी मछलियों के ये उत्पाद काफी सस्ते होते हैं और ताजी मछली की तुलना में कम कीमत पर बेचे जाते हैं। इसे इस उदाहरण से समझते हैं, कि मेन (Maine) या कनाडा (Canada) से लाया गया एक जमा हुआ लॉबस्टर (Lobster) यूरोप में 23 EUR में बेचा जाता है। लेकिन यदि एक व्यक्ति फ्रांस में ब्रिटनी (Brittany) से ताजा लॉबस्टर खरीदता है, तो वह लगभग 51 यूरो में बेचा जाता है, जो कि जमे हुए की कीमत के दोगुने से भी अधिक है । ऐसा इसलिए है क्योंकि जमें हुए उत्पाद का पानी डालकर वजन बढ़ा दिया जाता है और हमारे द्वारा इसे विश्व भर में कहीं से भी प्राप्त किया जा सकता है। लेकिन पानी की मदद से बढ़ाए गए इन उत्पाद के वजन की वजह से हमारी सेहत में पड़ने वाले प्रभाव को हम अधिकांश तौर पर नजरअंदाज कर देते हैं।
वहीं जब बड़े औद्योगिक मत्स्य नौका समुद्र में जाते हैं, तो वे एक दिन में लगभग 30 लाख टन मछली पकड़ने की कोशिश करते हैं इसके लिए चाहे उन्हें 5000 किलोमीटर दूर यात्रा करनी पड़े । , बड़ी मात्रा में मछली पकड़ना परिवहन लागत को अतुलनीय बना देता है। किंतु एक तीन लोगों वाले मछुआरों की नाव द्वारा प्रतिदिन 80 से 200 किलोग्राम मछली ही पकड़ी जाती हैं। आप इसे सैल्मन और श्रिंप जैसे मछली पालन वाले समुद्री भोजन के प्रारूप में भी देख सकते हैं।
बड़े व्यवसायों को पता है कि वे बिक्री की एक निश्चित मात्रा तक पहुँच सकते हैं, इसलिए वे जितना हो सके, उतना उत्पादन करते हैं। इसके साथ ही उनके द्वारा समुद्री भोजन का बड़े पैमाने पर उत्पादन सुनिश्चित किया जाता है ताकि कीमत बहुत प्रतिस्पर्धी हो सके, और उनका व्यवसाय सबसे अधिक बाजार हिस्सेदारी अर्जित कर सकते हैं। इन व्यवसायों का मूल मंत्र है “मात्रा जितनी बड़ी होगी, उत्पाद उतना ही सस्ता होगा, और समुद्री भोजन जितना सस्ता होगा, लोगों के इसे खरीदने और उपभोग करने की संभावना उतनी ही अधिक होगी।” दूसरी तरफ इतने सारे मध्यस्थ होने के कारण लोगों द्वारा समुद्री भोजन की उत्पत्ति का पता लगाना अधिक कठिन हो जाता है। लोगों द्वारा यह बता पाना मुश्किल हो जाता है कि उनके द्वारा लाई गई मछली मूल रूप से किस स्थान से लाई गई है। इस वजह से अवैध रूप से मछली पकड़ने और श्रम, मछली की धोखाधड़ी और अवांछित मछली जैसी समस्याओं का पता लगाना और भी मुश्किल हो जाता है। साथ ही समुद्री खाद्य आपूर्ति श्रृंखलाओं में सबसे बड़ी समस्या उच्च मांग से आती है। जब किसी प्रजाति के लिए काफी उच्च मांग की जाती है, तो आपूर्ति श्रृंखला उत्पादों की आपूर्ति के लिए स्वयं को अनुकूलितकरने का हर संभव प्रयास करती हैं , क्योंकि ग्राहकों द्वारा उनकी अधिक मांग है। जब मांग इतनी अधिक होती है और लाभ अधिक होता है और जब इसमें लाभ सम्मिलित होता है, तब अवैध रूप से मछली पकड़ना, मछली का पता लगाने की क्षमता और धोखाधड़ी, और इसके साथ-साथ अवांछित मछलियों की समस्याएँ अधिक हो जाती हैं।
उदाहरण के लिए, यदि एक कंपनी 100 टन टूना (Tuna) मछली पकड़ कर, बाजार में लगभग 500,000 यूरो प्रति मछली की दर में बेचने के लिए सक्षम रहती है, तो वे इस बात की परवाह क्यों करेंगे कि उनकी इस गतिविधि के बीच में कितनी अन्य अवांछित मछलियाँ पकड़ी जाती हैं? और यही एक समस्या है जो हमारे परिस्थितिक तंत्र को भी अत्यधिक प्रभावित कर रही है।
किंतु अब, साफ और स्वच्छ मछली की आवश्यकता को देखते हुए कई कंपनियों द्वारा इस प्रणाली को बदलने के लिए कई प्रयास किए गए हैं और किए भी जा रहे हैं। उदाहरण के लिए, फ्रेश टू होम (FreshToHome) एक स्टार्टअप (Startup) द्वारा एंटीबायोटिक-मुक्त, रसायन-मुक्त, ताजा और सुरक्षित, स्वस्थ समुद्री भोजन और मीट सप्लाई किया जा रहा है। शान कदविल (Shan Kadavil) द्वारा 2015 में प्रारंभ किया गया यह स्टार्टअप बेंगलुरु, दिल्ली-एनसीआर, चेन्नई, त्रिवेंद्रम, कोचीन और त्रिशूर में ताजा, रसायन मुक्त समुद्री भोजन और मांस वितरित करता है। यह स्टार्टअप मछली, मुर्गी, मटन, स्टेक (Steaks) और फिलेट्स (Fillets) सहित उत्पादों की एक श्रृंखला प्रदान करता है। उनके द्वारा बिना किसी मध्यस्थ के सीधे मछुआरों या किसानों के पास जाकर और सीधे स्रोत से ताजा भोजन खरीदा जाता है।
इसके अलावा, वे स्रोत से उत्पाद लेने के बाद उपभोक्ता के दरवाजे तक सबसे आधुनिक और वैज्ञानिक परिवहन और पैकेजिंग प्रक्रियाओं का पालन करके उत्पाद पहुंचाते हैं। साथ ही उनका कहना है कि वे मांस के स्वस्थ संरक्षण के लिए आवश्यक तापमान और अन्य शर्तों को परिरक्षक के रूप में प्राकृतिक बर्फ के अलावा किसी भी अन्य चीजों से संरक्षित नहीं करते हैं।
संदर्भ :-
https://bit.ly/3XWXMUu
https://bit.ly/3XV8Fps
https://bit.ly/3XRSqJW
चित्र संदर्भ
1. मछली के ताज़े मांस को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
2. बर्फ में संरक्षित की गई मछली को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
3. मछली के स्थानांतरण को दर्शाता एक चित्रण (flickr)
4. पकड़ी गई छोटी मछलियों को दर्शाता एक चित्रण (flickr)
5. फ्रेश टू होम (FreshToHome) एक स्टार्टअप को दर्शाता एक चित्रण (facebook)
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