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2020 में पहले लॉकडाउन के बाद से लक्ज़री घड़ी (Luxury Watches) में निवेश की मांग में काफी
वृद्धि को देखा गया है। भारत में घड़ियों के इतिहास पर एक नजर डालें तो भारत की सबसे पुरानी
और सबसे प्रतिष्ठित घड़ी कंपनी एच.एम.टी घड़ियों का 1961 में उत्पादन शुरू किया गया था तथा
इसके लिए कंपनी ने जापान की घड़ी निर्माता कंपनी सिटीजन (Citizen Watch Co.) से अनुबंध
किया था। एचएमटी घड़ियों का पहला बैच (Batch) भारत के पहले प्रधान मंत्री जवाहरलाल नेहरू
द्वारा जारी किया गया था। उनका अंतर्निहित विचार युवा देश के श्रमिकों को सस्ती कलाई घड़ी
प्रदान करके समय की पाबंदी के प्रति प्रोत्साहित करना था। साथ ही कंपनी ने कंचन (सोना),
आदित्य (सूर्य) और जनता (सार्वजनिक) सहित अपने कई लोकप्रिय प्रतिरूपों के लिए भारतीय नामों
का इस्तेमाल किया।लेकिन ये भारतीय बाजार में बढ़ते विदेशी ब्रांडों की बढ़ती मांग से प्रतिस्पर्धा नहीं
कर सका और अंतः विफल हो गया। एचएमटी की स्थिति इतनी विकट थी कि कंपनी कर्मचारियों को
वेतन नहीं दे पा रही थी। इसका घाटा 2000-01 में 59.18 करोड़ रुपये (9.72 मिलियन डॉलर) से
बढ़कर 2012-13 में 242.47 करोड़ रुपये (39.87 मिलियन डॉलर) हो गया था।
विश्व में सबसे पहले घड़ी का निर्माण 15 वीं शताब्दी में किया गया था, घड़ियां वहनीय स्प्रिंग-
संचालित घड़ियों से विकसित हुई थी, जो पहली बार 15वीं सदी में दिखाई दीं।ऐसा माना जाता है कि
घड़ियों का इतिहास 16वीं सदी के यूरोप (Europe) में शुरू हुआ। घड़ी को आविष्कारकों और इंजीनियरों
द्वारा 16वीं शताब्दी से लेकर 20वीं शताब्दी के मध्य तक एक यांत्रिक उपकरण के रूप में विकसित
किया गया था, जो एक मुख्य स्प्रिंग को घुमाकर गियर को संचालित करके घड़ी की सुई को घुमाता
था।1960 के दशक में बिजली से चलने वाले क्वार्ट्ज (Quartz) घड़ी का आविष्कार किया गया, जो
एक तरह के क्वार्ट्ज क्रिस्टल (Quartz crystal) के कंपन करने के साथ घड़ी की सुई को घुमाकर
समय को बताता है, यह घड़ी बनाने वाले उद्योग के लिए एक महत्वपूर्ण प्रस्थान साबित हुआ।1980
के दशक के दौरान क्वार्ट्ज घड़ियों ने यांत्रिक घड़ियों से बाजार पर कब्जा कर लिया, एक प्रक्रिया
जिसे "क्वार्ट्ज संकट (Quartz crisis)" कहा जाता है। हालाँकि यांत्रिक घड़ियाँ अभी भी घड़ी के
बाज़ार में बिकती हैं, लेकिन 2020 तक अधिकांश घड़ियों में क्वार्ट्ज सबसे अधिक मांग में है।
क्वार्ट्ज द्वारा उत्पादित की गई सबसे पहली घड़ी Seiko 35 SQ Astron थी, जो 25 दिसंबर 1969 को
काफी उच्च मात्रा में बिकी थी और उस समय यह विश्व की सबसे पहली सटीक कलाई घड़ी थी।चूंकि
प्रौद्योगिकी जापानी (Japanese), अमेरिकी (American) और स्विस (Swiss) के योगदान से विकसित हुई
है, कोई भी क्वार्ट्ज कलाई घड़ी के पूरे संचार को पेटेंट (Patent) नहीं कर सकता,जिस वजह से अन्य
निर्माताओं को क्वार्ट्ज घड़ी बाजार के तेजी से विकास में भाग लेने का एक अच्छा मौका मिला।
2010 में, जापान के मियोटा (Miyota(Citizen Watch)) ने एक नए विकसित संचार की शुरुआत की
जिसमें एक नए प्रकार के अति उच्च आवृत्ति (262.144 kHz) के साथ क्वार्ट्ज क्रिस्टल का उपयोग
किया गया, ऐसा दावा किया जाता है कि यह एक वर्ष में +/- 10 सेकंड सटीक है। 2019 में,
सिटीजन वॉच ने क्वार्ट्ज घड़ी की सटीकता को वर्ष में +/- 1 सेकंड तक विकसित कर दिया।
वहीं 1990 में, जुंगहंस ने पहली रेडियो (Radio) नियंत्रित कलाई घड़ी, MEGA 1 की पेशकश की।
इसमें घड़ी के क्वार्ट्ज ऑसिलेटर को सरकार द्वारा संचालित समय स्टेशनों जैसे JJY, MSF, RBU,
DCF77, और WWVB द्वारा प्रसारित कोडित रेडियो समय संकेतों को दैनिक रूप से सही समय पर
द्वारा दैनिक सही समय पर सेट (Set) किया करते थे।यह घड़ी को परमाणु घड़ियों के समान
दीर्घकालिक सटीकता रखने की अनुमति देता है जो समय संकेतों को नियंत्रित करती हैं। हाल के
प्रतिरूप दुनिया भर के विभिन्न टाइम स्टेशनों (Time Station) से तुल्यकालन संकेत प्राप्त करने में
सक्षम हैं।2013 में बाथिस हवाई (Bathys Hawaii) ने अपनी सीज़ियम 133 एटॉमिक वॉच
(Cesium133 Atomic Watch) को पेश किया, जो एक आंतरिक परमाणु घड़ी के साथ समय बनाए
रखने वाली पहली घड़ी थी।ऊपर वर्णित रेडियो घड़ियों (जो क्वार्ट्ज क्लॉक सर्किट के साथ परमाणु
घड़ी की सटीकता प्राप्त करती हैं, जिन्हें सरकारी परमाणु घड़ियों से प्राप्त रेडियो समय संकेतों द्वारा
ठीक किया जाता है।) के विपरीत,इस घड़ी में एक चिप (Chip) पर एक छोटी सीज़ियम परमाणु घड़ी
होती है। यह 1000 वर्षों में एक सेकंड की सटीकता के साथ समय दिखाने के लिए जानी जाती
है।साथ ही नई तकनीक से बनी स्मार्टवॉच (Smartwatch) घड़ी आज के समय में सबसे लोकप्रिय है,
और यह समय दिखाने के अलावा सेल फोन (Cell Phone), पोर्टेबल म्यूजिक प्लेयर (Portable
music player) या अन्य व्यक्तिगत डिजिटल सहायक की क्षमता होती है। पहली स्मार्टवॉच लिनक्स
वॉच (Linux Watch) थी, जिसे 1998 में स्टीव मान द्वारा विकसित किया गया था, इसे उन्होंने 7
फरवरी, 2000 को प्रस्तुत किया था। Seiko ने जापान में रुपयुटर को लॉन्च (Launch) किया था।
संदर्भ :-
https://bit.ly/3xdHvPX
https://bit.ly/3JrLtXK
https://bit.ly/3Kt4UAH
https://bit.ly/3LXyVsv
चित्र संदर्भ
1. घड़ियों की क्रमागत उन्नति को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
2. टाइटैनिक आपदा के एक अज्ञात व्यक्ति की लाश से ली गई पॉकेट घड़ी को दर्शाता एक अन्य चित्रण (wikimedia)
3. Seiko 35 SQ Astron घड़ी को दर्शाता एक अन्य चित्रण (wikimedia)
4. नई तकनीक से बनी स्मार्टवॉच (Smartwatch) घड़ी को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
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