अंतर-तारकीय अंतरिक्ष में शांति और सद्भावना का प्रतिनिधित्व करते हैं, वॉयजर गोल्डन रिकॉर्ड्स

य़ातायात और व्यायाम व व्यायामशाला
21-04-2021 09:44 AM
अंतर-तारकीय अंतरिक्ष में शांति और सद्भावना का प्रतिनिधित्व करते हैं, वॉयजर गोल्डन रिकॉर्ड्स


लखनऊ में इसरो टेलीमेट्री (ISRO Telemetry), ट्रैकिंग (Tracking) और कमांड नेटवर्क (Command Network - ISTRAC) को इसरो (Indian Space Research Organization) के सभी उपग्रहों और लॉन्च वाहन मिशनों (Launch Vehicle Missions) को ट्रैकिंग सहायता प्रदान करने की प्रमुख जिम्मेदारी सौंपी गयी है। लखनऊ में इसका ग्राउंड स्टेशन (Ground station) भी है, जो कि, भारतीय गहन अंतरिक्ष नेटवर्क (Indian Deep Space Network) का हिस्सा है और सभी निम्न पृथ्वी उपग्रहों को समंवित और नियंत्रित करने में मदद करता है, लेकिन कुछ ऐसे उपग्रह हैं, जो पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण प्रभाव से अप्रभावित रहते हुए सूरज से भी आगे निकल जाते हैं, तथा तारकीय (Interstellar) अंतरिक्ष में तल्लीन हो जाते हैं। वॉयजर गोल्डन रिकॉर्ड्स (Voyager Golden Records), दो ऐसे फोनोग्राफ (Phonograph) रिकॉर्ड हैं, जिन्हें 1977 में प्रक्षेपित किये गये दोनों वॉयजर अंतरिक्षयानों में रखा गया था। रिकॉर्ड में अनेक ध्वनियों और चित्रों का समावेश किया गया है, ताकि दूसरे ग्रह पर जिस किसी को भी यह मिले उसे पृथ्वी पर जीवन और उसकी संस्कृति की विविधता का पता चल सके।
वॉयजर -1 प्रोब (Probe) मानव निर्मित वस्तु है, जो वर्तमान समय में पृथ्वी से बहुत दूर स्थित होगा। वॉयजर -1 और वॉयजर-2 दोनों, सितारों के बीच उस क्षेत्र में पहुंच गये हैं, जहां गैलेक्टिक प्लाज्मा (Galactic plasma) मौजूद है। इस क्षेत्र को अंतर-तारकीय अंतरिक्ष भी कहा जाता है। वॉयजर-1 और वॉयजर-2 को एक तरह के टाइम कैप्सूल (Time capsule) के साथ नासा (National Aeronautics and Space Administration - NASA) द्वारा लॉन्च किया गया था। ऐसा करने का मुख्य उद्देश्य पृथ्वी या उसके वायुमंडल से बाहर रहने वाले जीवों से संचार स्थापित करना था, ताकि उन्हें पृथ्वी पर मनुष्यों के जीवन के बारे में बताया जा सके। ऐसा माना गया है कि, यदि दूसरी दुनिया में जीवन है, तो वहां रहने वाले लोग इसे अवश्य सुनेंगे तथा धरती से सम्बंधित विशेषताओं को जान पाएंगे। 1977 में लॉन्च किया गया, वॉयजर-1, 1990 में यम ग्रह (Pluto) से होकर गुजरा तथा नवंबर 2004 में इसने सौर मंडल को छोड़ दिया। यह अब कुइपर बेल्ट (Kuiper belt) में है। मार्च 2012 में, वॉयजर-1 सूर्य से 1790 करोड़ किलोमीटर से भी अधिक दूरी पर था और लगभग 61,000 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से यात्रा कर रहा था, जबकि वॉयजर-2 सूर्य से 1470 करोड़ किलोमीटर की दूरी पर था, तथा लगभग 56,000 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से आगे बढ़ रहा था। मई 2005 में, यह बताया गया था कि, वॉयजर–1, हेलियोशीथ (Heliosheath – यह अंतरिक्ष का विशाल, बुलबुले जैसा क्षेत्र है, जिसे सूर्य द्वारा घेरा और निर्मित किया गया है) क्षेत्र में प्रवेश कर चुका था। यह क्षेत्र टर्मिनेशन शॉक (Termination shock) के दूसरी ओर स्थित है। टर्मिनेशन शॉक वह क्षेत्र है, जहां सूर्य से लगातार बाहर की ओर बहने वाली विद्युत आवेशित गैस की एक पतली धारा का प्रवाह तारों के बीच मौजूद गैस के दबाव से धीमा हो जाता है। वॉयजर-1 पर ग्यारह उपकरण रखे गए थे, जिनमें से पांच अभी भी चालू हैं, और आज भी सूचनाओं का प्रेषण कर रहे हैं। 12 सितंबर 2013 को, नासा द्वारा घोषणा की गयी, कि वॉयजर-1 ने हेलियोशीथ क्षेत्र को छोड़ दिया है और उसने अंतर-तारकीय अंतरिक्ष में प्रवेश किया है। वॉयजर अंतरिक्ष यानों में रखे गये गोल्डन रिकॉर्ड में 116 चित्रों और विभिन्न प्रकार की ध्वनियों को शामिल किया गया है। इन दोनों अंतरिक्ष यानों में रखे गये रिकॉर्ड की सामग्रियों को कॉर्नेल (Cornell) विश्वविद्यालय के कार्ल सागन (Carl Sagan) की अध्यक्षता में एक समिति द्वारा नासा के लिए चुना गया था। पहले ऑडियो (Audio) अनुभाग में संयुक्त राष्ट्र के तत्कालीन महासचिव कर्ट वाल्डहाइम (Kurt Waldheim) द्वारा अंग्रेजी में बोला गया एक अभिवादन शामिल है, जबकि दूसरे ऑडियो अनुभाग में 55 भाषाओं में बोले गए अभिवादनों को शामिल किया गया है। इन भाषाओं में पंजाबी, बंगाली, उर्दू, हिंदी, गुजराती, मराठी, तेलुगु आदि भाषाएं शामिल हैं। हिंदी में किया गया अभिवादन “धरती के वासियों की ओर से नमस्कार” है, जो ओमर अलजल की आवाज में है। पंजाबी में किये गये अभिवादन (आओ जी, जी आया नु) को जतीन्द्र एन पॉल ने आवाज दी है। इसी प्रकार से उर्दू में किये गये अभिवादन (“अस्सलामु अलैकुम (Assalamu alaikum), हम ज़मीन के रहने वालों की तरफ से आप को खुश आमदीद कहते हैं) को सलमा अलज़ल ने आवाज दी है। अगले ऑडियो भाग में पृथ्वी की विभिन्न आवाजों को शामिल किया गया है, जिनमें समुद्र की उछाल की आवाज, हवा चलने, बादलों के गरजने, ज्वालामुखी के फटने, बारिश के आने, आग की लपटों आदि की आवाज शामिल है।
इसके अलावा इनमें विभिन्न जीवों जैसे, पक्षियों, व्हेल (Whales), डॉल्फ़िन (Dolphins) आदि की आवाजों को भी शामिल किया गया है, जो रिकॉर्ड का सबसे खूबसूरत हिस्सा है। इसमें कई संस्कृतियों के संगीत को भी शामिल किया गया है, जिनमें भारत का प्रसिद्ध संगीत राग भैरवी (जात कहां हो) भी शामिल है। ऑडियो के साथ, रिकॉर्ड में 116 चित्रों का संग्रह भी है, जिनमें ताज महल का चित्र भी शामिल है। इसी प्रकार से अनेकों चीजें रिकॉर्ड में शामिल की गयी है। यह दूसरे ग्रह के प्राणियों को पृथ्वी के जीवन और संस्कृति के बारे में बताने का एक अनोखा प्रयास है, जो दोनों ग्रहों के प्राणियों के बीच शांति को बढ़ावा देने के उद्देश्य से किया गया है। इसलिए इसमें विनाशकारी पहलुओं जैसे युद्ध, बम, नरसंहार आदि को शामिल नहीं किया गया है। इस प्रकार यह रिकॉर्ड विशाल और विस्मयकारी ब्रह्मांड को लेकर मानव की आशा और उसके संकल्प के साथ-साथ शांति और सद्भावना का प्रतिनिधित्व करता है।

संदर्भ:
https://bit.ly/3trwBRH
https://bit.ly/3x1YAcV
https://bit.ly/32ly6oC

चित्र संदर्भ:
मुख्य चित्र अंतरिक्ष यात्रा वॉयेजर स्वर्ण रिकॉर्ड दिखाती है। (पिक्साबे)
दूसरा चित्र वॉयेजर गोल्डन रिकॉर्ड शिलालेख दिखाता है। (फ़्लिकर)
तीसरा चित्र वॉयेजर गोल्डन रिकॉर्ड, सोना चढ़ाना दर्शाता है। (फ़्लिकर)
पिछला / Previous अगला / Next

Definitions of the Post Viewership Metrics

A. City Subscribers (FB + App) - This is the Total city-based unique subscribers from the Prarang Hindi FB page and the Prarang App who reached this specific post.

B. Website (Google + Direct) - This is the Total viewership of readers who reached this post directly through their browsers and via Google search.

C. Total Viewership — This is the Sum of all Subscribers (FB+App), Website (Google+Direct), Email, and Instagram who reached this Prarang post/page.

D. The Reach (Viewership) - The reach on the post is updated either on the 6th day from the day of posting or on the completion (Day 31 or 32) of one month from the day of posting.