हमारी त्वचा पर रहते हैं कई सूक्ष्म जीव, पर क्या है इनका योगदान?

कीटाणु,एक कोशीय जीव,क्रोमिस्टा, व शैवाल
28-11-2019 11:37 AM
हमारी त्वचा पर रहते हैं कई सूक्ष्म जीव, पर क्या है इनका योगदान?

सुन्दरता किसे नहीं पसंद है? यह एक ऐसी धारणा है जिसके बलबूते पर विश्व भर की कई कंपनियों के उत्पाद दुनिया भर में अपनी धाक जमाये बैठे हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि कई ऐसे सूक्ष्म जीव हैं जो कि हमारी त्वचा को सुन्दर बनाने का कार्य करते हैं? नहीं? तो आइये इस लेख के माध्यम से हम उन सूक्ष्म जीवों के बारे में अध्ययन करते हैं।

एक मनुष्य की त्वचा करीब 500 से अधिक बैक्टीरिया (Bacteria) की मेज़बानी करती है। हमारे शरीर पर उतनी मात्रा में बैक्टीरिया पाए जाते हैं जो कि शरीर के वज़न के 3% तक के बराबर हो सकते हैं। ये छोटे जीव हमारे शरीर पर रहते हैं और ये शरीर पर ही शरीर को बिना किसी भी प्रकार की हानि पहुंचाये सहवास भी करते हैं और अपनी संख्या को भी बढ़ाते हैं। शरीर पर पाए जाने वाले इन बैक्टीरिया में से कुछ को अच्छा बैक्टीरिया भी कहा जाता है। इन सूक्ष्म जीवों के ही समूह को माइक्रोबायोटा (Microbiota) के नाम से जाना जाता है।

ये सूक्ष्म जीव माइक्रोबायोटा का प्रतिनिधित्व करते हैं और हमारे शरीर की प्रतिरक्षा करते हैं। वर्तमान समय में हम अक्सर टीवी आदि में याकुल्ट नामक उत्पाद का प्रचार देखते हैं जिसमें यह कहा जाता है कि यह अच्छे बैक्टीरिया हैं जो पेट और शरीर को सुरक्षित रखते हैं। वैसे ही ये भी सूक्ष्म जीव हैं जो कि शरीर की त्वचा को सुरक्षित रखने का कार्य करते हैं। वर्तमान काल में कई कॉस्मेटिक कम्पनियाँ (Cosmetic Companies) अनुसंधान के माध्यम से ऐसे उत्पाद बना रही हैं जो कि त्वचा को इन सूक्ष्म जीवों के माध्यम से स्वस्थ और संवेदनशील और अतिसंवेदनशील त्वचा को सुरक्षित और संतुलित रखने का कार्य करते हैं।

हमारी त्वचा वास्तव में इन सूक्ष्मजीवों के संतुलन के साथ मिली हुयी है और यह इसकी तमाम तरीके से सुरक्षा करती है। जब बाहरी और आतंरिक कारणों से इन सूक्ष्म जीवों की संख्या या प्रकार में कमी आती है तो त्वचा पर डर्माटाईटस (Dermatitis), मुँहासे, रोसैशिया (Rosacea) आदि हो जाते हैं। त्वचीय माइक्रोबायोटा त्वचा के प्रतिरक्षा प्रणाली को उत्तेजित करते हैं और यह प्राकृतिक शारीरिक प्रतिक्रिया को सक्रिय करते हैं।

वर्तमान काल में कॉस्मेटिक कंपनियों ने मुँहासे से एक्ज़ेमा (Eczema) तक त्वचा की स्थिति का इलाज करने के लिए ऐसे उत्पाद बाज़ार में उतारे हैं जो माइक्रोबायोम (Microbiome) का उपयोग करते हैं। अभी हालांकि हमारी त्वचा पर पाए जाने वाले इन सूक्ष्म जीवों पर अध्ययन किया जा रहा है। केमिकल एंड इंजीनियरिंग न्यूज़ (Chemical Engineering News) नामक मैगज़ीन (Magazine) की कवर स्टोरी (Cover Story) और अमेरिकन केमिकल सोसाइटी (America Chemical Society) की साप्ताहिक पत्रिका में भी इस विषय पर विस्तार से चर्चा की गयी थी। जिस प्रक्रिया के तहत त्वचा को सुन्दर करने वाले सूक्ष्म जीवों को संतुलित किया जाता है उसे प्रोबियोथेरेपी (Probiotherapy) कहा जाता है। जॉनसन एंड जॉनसन कंपनी (Johnson & Johnson Company), प्रॉक्टर एंड गैम्बल (Procter Gamble) और लोरियल (L’Oréal) जैसी कई कंपनियाँ माइक्रोबायोम आधारित उत्पादों का विकास कर रही हैं।

उपरोक्त लेख के माध्यम से हम यह पाते हैं कि मनुष्य के शरीर पर विभिन्न छोटे या अतिसूक्ष्म जीवों की अत्यंत महत्ता है और ये जीव मनुष्य की त्वचा के साथ ही साथ आतंरिक रूप से भी मददगार साबित हो सकते हैं।

संदर्भ:
1.
https://www.comfortzone.it/en/mag-news/skin/good-bacteria-protect-our-skin/
2. https://www.news-medical.net/life-sciences/Skin-Microbiota.aspx
3. https://bit.ly/34ua4qW
4. https://bit.ly/2qotRto

पिछला / Previous अगला / Next

Definitions of the Post Viewership Metrics

A. City Subscribers (FB + App) - This is the Total city-based unique subscribers from the Prarang Hindi FB page and the Prarang App who reached this specific post.

B. Website (Google + Direct) - This is the Total viewership of readers who reached this post directly through their browsers and via Google search.

C. Total Viewership — This is the Sum of all Subscribers (FB+App), Website (Google+Direct), Email, and Instagram who reached this Prarang post/page.

D. The Reach (Viewership) - The reach on the post is updated either on the 6th day from the day of posting or on the completion (Day 31 or 32) of one month from the day of posting.