समयसीमा 229
मानव व उनकी इन्द्रियाँ 964
मानव व उसके आविष्कार 757
भूगोल 211
जीव - जन्तु 274
मौसम के बदलने के साथ-साथ शरीर में भी कुछ बदलाव आते हैं और खानपान में बदलाव लाकर हम अपने शरीर को स्वस्थ रखने में मदद कर सकते हैं। सर्दियों में कुछ खास खाद्य पदार्थों के सेवन से हमारे शरीर को विशेष लाभ मिलता है। जैसे सर्दियों में खजूर के गुड़ का सेवन करने से काफी लाभ होता है।
फीनिक्स डेक्टीलिफ़ेरा (Phoenix dactylifera) जिसे आमतौर पर खजूर के नाम से जाना जाता है, यह पूरे लखनऊ और आस पास के क्षेत्रों में व्यापक रूप से पाए जा सकते हैं। काफी लंबे समय से इसकी खेती की जाने के कारण इसकी उत्पत्ति का कोई सटीक प्रमाण नहीं है, लेकिन ऐसा माना जाता है कि संभवत: यह मिस्र और मेसोपोटामिया के उपजाऊ क्षेत्र से उत्पन्न हुआ था। खजूर हज़ारों वर्षों से मध्य पूर्व और सिंधु घाटी का मुख्य भोजन रहा है। 6ठी सहस्त्राब्दी ईसा पूर्व से अरब में खजूर की खेती के पुरातात्विक साक्ष्य पाए गये हैं। खजूर की कुल वार्षिक विश्व उत्पादन की मात्रा 85 लाख मीट्रिक टन है, मध्य पूर्व और उत्तरी अफ्रीका इसके सबसे बड़े उत्पादकों में से एक हैं।
खजूर के पेड़ आमतौर पर 21-23 मीटर की ऊंचाई तक पहुंचते हैं और खजूर के फल अंडाकार-बेलनाकार, 3 से 7 सेंटीमीटर लंबे और लगभग 2.5 सेंटीमीटर व्यास के होते हैं, जो चमकीले लाल से लेकर चमकीले पीले रंग के होते हैं। ये बहुत मीठे होते हैं और इनमें सूखने पर लगभग 75% चीनी मौजूद होती है। इसकी पत्तियाँ 4–6 मीटर लंबी होती हैं, जिसके डंठल पर कांटे होते हैं। इनमें लगभग 30 से.मी. लंबी और 2 से.मी. चौड़ी 150 छोटी पत्तियां मौजूद होती हैं।
खजूर को आसानी से बीज से उगाया जा सकता है, लेकिन उनमें केवल 50% अंकुर ही मादा होते हैं और बीज से उगाए गये पौधों के खजूर अक्सर छोटे और खराब गुणवत्ता वाले होते हैं। इसलिए अधिकांश व्यावसायिक बागान भारी फसल वाली कटाई का उपयोग करते हैं क्योंकि कटाई से उगाए गए पौधे बीज से उगाए गए पौधों की तुलना में 2-3 साल पहले फल देना शुरू कर देते हैं।
खजूर का उपयोग विभिन्न तरीके से किया जा सकता है:
फल : सूखे या नरम खजूर को बादाम, अखरोट, संतरा और नींबू के छिलके जैसे भराव के साथ पकाया और भरा जा सकता है। खजूरों को कई प्रकार के मीठे और नमकीनी व्यंजनों में काटकर भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
पोषण मूल्य : खजूर आवश्यक पोषक तत्वों की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदान करते हैं और ये पोटेशियम (Potassium) का एक बहुत अच्छा स्रोत हैं। पके हुए खजूर में लगभग 80% चीनी की सामग्री मौजूद होती है; शेष में प्रोटीन (Protein), फाइबर (Fibre) और अन्य तत्व होते हैं जिनमें बोरोन (Boron), कोबाल्ट (Cobalt), तांबा, फ्लोरीन (Fluorine), मैग्नीशियम (Magnesium), मैंगनीज (Manganese), सेलेनियम (Selenium) और जस्ता शामिल हैं।
बीज : खजूर के बीज को पशु आहार के लिए भिगोकर, पीस दिया जाता है। इनमें मौजूद तेल साबुन और सौंदर्य प्रसाधनों में उपयोग के लिए उपयुक्त होता है। खजूर के बीज में 0.56-5.4% लॉरिक एसिड (Lauric acid) होता है।
फलों के गुच्छे : धारीदार फलों के गुच्छों का उपयोग झाड़ू के रूप में किया जाता है।चलिए अब जानते हैं शीतकालीन आहार में खजूर के गुड़ को क्यों शामिल करना चाहिए?
1) खजूर के गुड़ में कार्बोहाइड्रेट (Carbohydrate) उच्च मात्रा में पाया जाता है जो चीनी की तुलना में भोजन को तेज़ी से पचाने में मदद करते हैं। नियमित रूप से खजूर के गुड़ के एक टुकड़े का सेवन करने से शरीर को पर्याप्त ऊर्जा मिलती है जो आपको घंटों तक तरोताज़ा और ऊर्जावान बनाए रखती है।
2) इसमें फाइबर उच्च मात्रा में पाया जाता है, जो पाचन क्रिया के विकारों का इलाज करने में मदद करता है।
3) खजूर के गुड़ के औषधीय गुण माइग्रेन (Migraine) के दर्द से राहत दिलाने में मदद करते हैं। साथ ही यह कई सामान्य बीमारियों के इलाज के लिए एक प्रभावी उपाय है, जैसे कि सूखी खांसी, सर्दी और दमे को ठीक करने में मदद करता है।
4) खजूर में पाए जाने वाली पोटेशियम की भरपूर मात्रा सूजन को कम करके इलेक्ट्रोलाइटिक (Electrolytic) संतुलन बनाए रखने में मदद करती है, जो वज़न कम करने में लाभदायक होता है।
5) यह आयरन (Iron) में उच्च होता है जो हीमोग्लोबिन (Hemoglobin) के स्तर को बढ़ाकर रक्ताल्पता के इलाज में मदद करता है।
6) मासिक धर्म संबंधित रोगों के इलाज के लिए यह गुड़ एक प्रभावी प्राकृतिक उपचार है। गुड़ का सेवन करने से एंडोर्फिन (Endorphin) निकलता है जो शरीर को आराम देता है और ऐंठन और पेट में दर्द से राहत देता है।
संदर्भ:
1. https://en.wikipedia.org/wiki/Date_palm
2. https://toriavey.com/dates-history-science-uses/
3. https://bit.ly/316aLEk
चित्र सन्दर्भ:-
1. https://cdn.pixabay.com/photo/2013/12/03/23/00/date-palm-223247_960_720.jpg
2. https://pxhere.com/en/photo/1245110
3. https://pixabay.com/photos/date-palm-palm-tree-331293/
4. https://pxhere.com/en/photo/1101173
A. City Subscribers (FB + App) - This is the Total city-based unique subscribers from the Prarang Hindi FB page and the Prarang App who reached this specific post.
B. Website (Google + Direct) - This is the Total viewership of readers who reached this post directly through their browsers and via Google search.
C. Total Viewership — This is the Sum of all Subscribers (FB+App), Website (Google+Direct), Email, and Instagram who reached this Prarang post/page.
D. The Reach (Viewership) - The reach on the post is updated either on the 6th day from the day of posting or on the completion (Day 31 or 32) of one month from the day of posting.