समयसीमा 229
मानव व उनकी इन्द्रियाँ 963
मानव व उसके आविष्कार 757
भूगोल 211
जीव - जन्तु 274
आज के समय में विकासशील और विकसित देशों में शहरीकरण काफी आम हो गया है। यह एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसमें लोग अच्छे स्वास्थ्य, शिक्षा, अच्छी साफ-सफाई, अच्छे निवास और व्यवसायिक अवसरों की तलाश में ग्रामीण क्षेत्रों से शहरों की ओर पलायन करते हैं। शहरीकरण एक क्रमिक प्रकिया है, जो कई सारी आर्थिक, राजनैतिक और भौगोलिक कारणों पर निर्भर करती है। सामान्य तौर से शहरीकरण शहरों और गाँवों की उस वृद्धि को दिखाता है, जिसमें लोग ग्रामीण क्षेत्रों से शहरों की ओर अच्छे जीवन की तलाश में जाते हैं। यही कारण है कि आज के समय में विश्व भर में शहरी जनसंख्या में इज़ाफा होता जा रहा है। इसलिए शहरीकरण को कस्बों और शहरों में लोगों की प्रगतिशील वृद्धि के रुप में भी देखा जा सकता है। शहरीकरण आज के दौर में विश्व भर में आर्थिक वृद्धि का सबसे महत्वपूर्ण पहलू बन चुका है क्योंकि शहरीकरण और आर्थिक वृद्धि दोनों एक दूसरे से परस्पर जुड़े हुए हैं। किसी देश की आर्थिक तरक्की उस देश के प्रति व्यक्ति आय में वृद्धि को दर्शाती है। शहरीकरण की प्रक्रिया कुछ औद्योगिक शहरी केंद्रों के क्रमिक विकास के साथ-साथ ग्रामीण से शहरी क्षेत्रों की बची हुई आबादी के स्थांनातरण पर भी निर्भर करती है। जहां यह देश के आर्थिक विकास में सहायक हैं वहीं कुछ नकारात्मक प्रभावों की ओर भी अग्रसर हैं। इसके उद्देश्यों को प्राप्त करना इतना आसान नहीं है। शहरीकरण के सकारात्मक प्रभावों को प्राप्त करने हेतु इसके सामने कुछ चुनौतियां हैं जिनमें से कुछ निम्नलिखित हैं:
• सार्थक सार्वजनिक नीति के अभाव में शहरीकरण के सकारात्मक प्रभाव आसानी से प्रदूषण, यातायात की भीड़ और जीवन यापन की उच्च लागत के कारण विफल हो जाते हैं।A. City Subscribers (FB + App) - This is the Total city-based unique subscribers from the Prarang Hindi FB page and the Prarang App who reached this specific post.
B. Website (Google + Direct) - This is the Total viewership of readers who reached this post directly through their browsers and via Google search.
C. Total Viewership — This is the Sum of all Subscribers (FB+App), Website (Google+Direct), Email, and Instagram who reached this Prarang post/page.
D. The Reach (Viewership) - The reach on the post is updated either on the 6th day from the day of posting or on the completion (Day 31 or 32) of one month from the day of posting.