वायरलेस फोन जेनेरेशन(Wireless Phone Generation) तथा इनका विकास

संचार एवं संचार यन्त्र
28-03-2019 09:30 AM
वायरलेस फोन जेनेरेशन(Wireless Phone Generation) तथा इनका विकास

वायरलेस डिवाइस के बारे में कौन नहीं जानता, वो डिवाइस जो बिना किसी केवल(Cable) या तार के काम करते हैं जैसे मोबाईल फोन, रिमोट कंट्रोल, आदि। आप सभी मोबाईल फोन का इस्तेमाल करते होंगे, लेकिन क्या आप जानते हैं कि मोबाईल फोन जेनेरेशन(Generation) क्या है ओर ये कैसे एक जेनेरेशन से दूसरे में बदलता रहता है। शायद नहीं तो आइये जानते हैं मोबाईल फोन की बदलती हुई प्रौद्योगिकी के बारे में।

मोबाईल जेनेरेशन को अगर सही माइनों में समझा जाए तो वायरलेस मोबाईल जेनेरेशन(Wireless Mobile Generation) को विकास के कई पड़ावों से गुजरना पड़ा है। पहली जेनेरेशन मोबाईल फोन 1979ई॰ में प्रसारित होने के बाद विश्व भर में कनैक्शन(connection) की मांग को देखते हुए, मोबाईल फोन की तकनीकों में तेजी से विकास हुआ।

वायरलेस टेक्नोलॉजी का इतिहास
टेलीफ़ोन 19वीं सदी के मध्य में विकसित हुआ। केवल कनैक्शन वाले फोन और नेटवर्क की कमी के कारण, इंजीनियरों ने एक ऐसा उपकरण बनाने का सोचा जिसे किसी केबल या तार की जरूरत न हो ओर जो आसानी से कहीं भी ले जाया जा सके।

1970 ई॰ में मट्रोला कंपनी के मार्टिन कूपर(martin cooper) नामक एक इंजीनियर ने वायरलेस टेक्नोलॉजी(Wireless Technology) वाले पहले फोन का आविष्कार किया। इस फोन के कारण हमारी दुनिया में वायरलेस टेक्नोलॉजी का विकास तेजी से हुआ और एक के बाद एक जेनेरेशन विकसित हुईं।

वायरलेस मोबाईल जेनेरेशन(wireless mobile generation)
1G – first generation mobile phone
1979 के दौरान टोक्यो(tokyo) में निप्पन टेलीफ़ोन और टेलीग्राफ(Nippon telephone and telegraph) कंपनी द्वारा जापान में मोबाईल नेटवर्क की पहली पीढ़ी विकसित हुई। इस जेनेरेशन के फोन में केवल वॉइस कॉल(voice call) की ही सुविधा थी। इन फोनों की बैटरी भी इतनी ज्यादा बेहतर नहीं थी।

1G के बारे में कुछ विशेष तथ्य :-

  • 1g टेक्नोलॉजी केवल वॉइस कॉल की ही सुविधा देता है, इंटरनेट की नहीं।
  • वोयस(Voice) की गुणवत्ता अच्छी ना होने के कारण आवाज ठीक से नहीं आती।
  • 1g टेक्नोलॉजी की गति ज्यादा से ज्यादा 2.4kbps है।
  • इस जेनेरेशन के फोन की बैटरी अच्छा बैकअप(backup) नहीं देती।
  • इस जेनेरेशन के फोन बड़े होने के कारण आसानी से कहीं ले जाने में मुश्किल होती थी।

2G – second generation mobile phone
मोबाईल संचार प्रणाली की दूसरी पीढ़ी ने बेहतर विकास के लिए एक नई डिजिटल टेक्नोलॉजी(Digital Technology) की शुरुआत की जो ग्लोबल सिस्टम फॉर मोबाईल कम्युनिकेशन(Global System For Mobile Communication) (GSM) के रूप में भी जानी जाती है । जी.एस.एम टेक्नोलॉजी बाद में वायरलेस डिवाइस के लिए विकास का आधार बन गयी। यह टेक्नोलॉजी 14.4kbps से 64kbps (kbps=kilo byte per second) तक (अधिकतम) डाटा दर (जोकि एस.एम.एस और ईमेल सेवाओं के लिए पर्याप्त है) का समर्थन करती थी।

2G के बारे में कुछ विशेष तथ्य :-

  • 2G टेक्नोलॉजी(Technology) में एस.एम.एस सर्विस उपलब्ध थी।
  • 2G टेक्नोलॉजी(Technology) में रोमिंग की सुविधा भी प्राप्त थी।
  • 2G टेक्नोलॉजी(Technology) इंटरनेट सुविधा प्राप्त कराने में सक्षम थी।
  • 2G टेक्नोलॉजी(Technology) मोबाईल फोन में सुविधाएं कम होती थी।
  • डाटा रेट कम था।
  • सुरक्षित कॉल।
  • उपयोगकर्ता की गणना कम थी।
  • 2G टेक्नोलॉजी(Technology) मोबाईल फोन में कैमरा फोन भी शामिल थे।

3G – third generation mobile phone
3G की शुरुआत सन 1998 में हुई थी। इसके आने से डाटा स्पीड में बहुत बढ़ोतरी हुई। तीसरी जेनेरेशन विकसित होने के साथ ही फोन भी विकसित होकर स्मार्टफोन(Smart Phone) के रुप में विकसित हुए और लोगों ने इसका इस्तेमाल ज्यादा डाटा वाली सुविधओं जैसे विडियो कॉल, मोबाईल इंटरनेट, ब्राउजिंग(Browsing) आदि में प्रयुक्त करना शुरू कर दिया।

3G टेक्नोलॉजी(Technology) तकनीकी के नजरिये से एक बहुत बड़ा विकास था। इस जेनेरेशन में मोबाईल फोन 2mbps mbps=megabyte per second) तक की डाटागति (Data Speed) थी। जिसकी मदद से उपयोगकर्ता स्मार्ट फोन पर तेज ब्राउजिंग, ईमेल सर्विस आदि का आनंद ले सकते थे।

3G के बारे में कुछ विशेष तथ्य :-

  • हाई स्पीड इंटरनेट
  • विडियो कॉल
  • एक ही समय पर कई लोगों से बात कर सकते हैं।
  • 2G के मुक़ाबले ज्यादा सुरक्षित
  • आसानी से बड़े ईमेल भेजे जा सकते हैं।
  • इसकी डाउनलोडिंग(Downloading) स्पीड 2G से बेहतर है

4G – forth generation mobile phone
4G टेक्नोलॉजी 3G टेक्नोलॉजी का ही उच्चतम रूप है, जो की अनेक मल्टीमीडिया(Multimedia) सेवाओं को संभालने में मददगार है। 4G अब तब की सबसे बेहतरीन मोबाईल फोन जेनेरेशन है।

4G के बारे में कुछ मुख्य तथ्य :-
यह सबसे सुरक्षित जेनेरेशन है।

  • इसकी स्पीड 1gbps है।
  • हाई स्पीड विडियो और गेम्स को सपोर्ट करता है।
  • इतनी बेहतर तकनीक और तेज़ इंटरनेट होने के कारण यह अब तक का सबसे महंगा मोबाईल फोन जेनेरेशन हैं।

5G – fifth generation mobile phone
यह एक ऐसी टेक्नोलॉजी है, जिसे अभी तक प्रयोग में नहीं लाया गया है। माना जाता है कि 5G जेनेरेशन को 4G टेक्नोलॉजी से भी बेहतर और तेज बनाया गया है। यानि कि कहा जा सकता है कि वर्तमान का LTE(Long Term Evolution) नेटवर्क भविष्य के सुपरचार्ज्ड 5G नेटवर्क में बादल जाएगा। 5G में हाई स्पीड इंटरनेट, ज्यादा डाटा रेट के साथ साथ उर्जा बचत(Energy Saving) आदि तकनीकों का इस्तेमाल हो सकता है।

5G के बारे में कुछ मुख्य तथ्य :-

  • अल्ट्रा स्पीड इंटरनेट 20gbps
  • ज्यादा सुरक्षित और सक्षम
  • मल्टीमीडिया टेक्नोलॉजी(Multimedia Technology) का प्रयोग
  • फोन मेमोरी(Phone Memory) , डाइलिंग स्पीड(Dialing Speed) और ऑडियो/विडियो(Audio/Video) कॉल मे इजाफा।
  • संदर्भ:-
    1.
    https://www.rfpage.com/evolution-of-wireless-technologies-1g-to-5g-in-mobile-communication/
    2. http://net-informations.com/q/diff/generations.html

    पिछला / Previous अगला / Next

    Definitions of the Post Viewership Metrics

    A. City Subscribers (FB + App) - This is the Total city-based unique subscribers from the Prarang Hindi FB page and the Prarang App who reached this specific post.

    B. Website (Google + Direct) - This is the Total viewership of readers who reached this post directly through their browsers and via Google search.

    C. Total Viewership — This is the Sum of all Subscribers (FB+App), Website (Google+Direct), Email, and Instagram who reached this Prarang post/page.

    D. The Reach (Viewership) - The reach on the post is updated either on the 6th day from the day of posting or on the completion (Day 31 or 32) of one month from the day of posting.