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लोहे के टायर (Tire) पर चलने वाली मेट्रो (Metro) रेल तो आपने देखी ही होगि परन्तु क्या आप जानते हैं कि पेरिस जैसे शहरों में मेट्रो रेल के टायर रबर (Rubber) के होते हैं और उसके चालक उसे रास्ते पर भी चला सकते हैं। इन मेट्रो में रबर के टायर के साथ पहिये भी होते हैं जिससे टायर विफल होने पर कोई दिक्कत ना हो। इन मेट्रो की तरह ही बस भी होती हैं जो रेल ट्रैक (Rail track) पर चलती हैं जिसे लोग ‘ट्राम ऑन टायर्स’ (Trams on Tires) के नाम से भी जानते हैं। इस तरह की बस या मेट्रो में चालक को स्टीयरिंग (Steering) का उपयोग नहीं करना पड़ता क्योकि यह रेल की पटरी पर चलती है।
रबर के टायर वाला मेट्रो पहली बार आर.ए.टी.पी समूह (RATP Group) द्वारा बनाया गया था ताकि लोगों की सेवा आवृति में वृद्धि हो सके, साथ ही साथ पड़ोसी इमारतों में शोर और कंपन को कम किया जा सके। पर समय के साथ रबर के टायर वाले मेट्रो कम होते गए और फिर वे लोहे के टायर पर चलने लगे।
रबर के मेट्रो के कुछ लाभ और नुकसान नीचे दिए गए हैं।
रबर-टायर्ड मेट्रो सिस्टम (Rubber-tired metro system) के लाभ (स्टील रेल पर स्टील पहिये की तुलना में):
• यह बहुत ही आरामदायक होता है और इसमें सफ़र करने में कोई परेशानी भी नहीं होती है।
• यह मेट्रो काफी तेज़ त्वरण की होती हैं।
• लोग इससे खुली हवा में शांत सवारी का आनंद उठा पाएंगे। (निवासियों और ट्रेन के बाहर के लिए)
उच्च घर्षण और बढ़ते रोलिंग (Rolling) प्रतिरोध के कारण नुकसान (स्टील रेल पर स्टील पहिये की तुलना में):
• रबर के मेट्रो ज्यादा ऊर्जा की खपत करते हैं।
• अधिक गर्मी उत्पन्न होती है।
• टायर प्रतिस्थापन लागत के कारण यह महंगा होता है।
संदर्भ:
1.http://www.railsystem.net/rubber-tyred-metro-2/
2.http://www.emdx.org/rail/metro/principeE.html
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