समयसीमा 229
मानव व उनकी इन्द्रियाँ 963
मानव व उसके आविष्कार 757
भूगोल 211
जीव - जन्तु 274
आज वैश्वीकरण के इस दौर में कई कंपनियाँ अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपना विस्तार करने में फ़्रैंचाइज़ी (Franchisee) का उपयोग दूसरे देशों में निवेश करने के लिये कर रही हैं। यह दुनिया में कई आयामों के साथ लोकप्रिय हो रहा है। फ्रेंचाइजिंग वृहत वैश्विक मान्यता वाला एक व्यापार प्रारूप है। हाल ही में आयकिया (स्वीडिश कंपनी (IKEA)) वैश्विक फ्रैंचाइज़र (Franchiser) के रूप में दुनिया के सामने उभरकर आयी है। इसने अलग-अलग देशों में अपने कई स्टोरों की स्थापना की है। आयकिया दुनिया भर में सबसे अच्छी मान्यता प्राप्त फर्नीचर ब्रांडों में से एक है और आज ये निश्चित रूप से फर्नीचर और घरेलू उत्पादों की बिक्री में सबसे प्रमुख बन गये है।
इस कंपनी की स्थापना 1943 में एक 17 वर्षीय स्वीडिश लड़के ‘इंग्वार कामप्राड’ ने की थी। सालों बाद यह लगभग 39.3 अरब डॉलर से अधिक के कुल मूल्य के साथ एक शक्तिशाली विशालकाय कंपनी बन गयी। आज इंग्वार कामप्राड विश्व में 10वें सबसे अमीर व्यक्ति हैं और यूरोप में वे दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति हैं।
हाल ही में हैदराबाद में आयकिया (IKEA) ने अपना भारत का पहला स्टोर खोला। हैदराबाद की हाईटेक सिटी (High tech City) में आयकिया का यह स्टोर 105 अरब रुपये (1.5 अरब डॉलर) निवेश के साथ 4,00,000 वर्ग फुट में बना है। इस स्टोर में 1,000 उत्पाद मिलेंगे, जिनमें से कुछ उत्पाद ऐसे हैं, जिनकी कीमत 200 रुपये से भी कम है। इस वजह से आयकिया को उम्मीद है कि प्रति वर्ष 7 मिलियन लोग स्टोर में खरीददारी करने आएंगे। आयकिया अगले साल ई-कॉमर्स वेबसाइट (e-commerce) को लांच करने की योजना भी बना रही है। कंपनी का लक्ष्य 2025 तक पूरे देश में 25 स्टोर खोलने का है। अगला स्टोर मुंबई में 2019 में खुलेगा, इसके बाद बैंगलोर, गुड़गांव और दिल्ली के बाहरी इलाके में स्टोर स्थापित किए जाने की बात कही गई है। आयकिया हैदराबाद में अपने स्टोर से सीधे 950 लोगों को रोज़गार देगा। इस स्टोर की खास बात यह है कि लोगों को फर्नीचर के अलावा यहाँ भारतीय व्यंजन जैसे समोसा और डोसे का भी स्वाद मिलेगा। आयकिया ने अपने इस स्टोर में हज़ार सीटों की क्षमता वाला एक रेस्टोरेंट भी खोला है।
कंपनी के संस्थापक इंग्वार कामप्राड खुदरा व्यापार और उनके व्यवसाय के प्रबंधन के बारे में अपने विशिष्ट विचारों के लिए जाने जाते हैं। आयकिया (IKEA) की सफलता में इंग्वार कामप्राड के खास सिद्धांतों का योगदान रहा है। आयकिया (IKEA) की सफलता की कहानी से इंग्वार कामप्राड के निम्नलिखित सिद्धांतों को जाना जा सकता है, जिन्हें उन्होंने आयकिया में लागू किया और दुनिया का सबसे बड़ा फर्नीचर साम्राज्य बनाया:
1. उत्पाद रेंज - हमारी पहचान
आयकिया के फर्नीचर अच्छी तरह से डिज़ाइन (Design) और क्रियाशील हों और उन्हें बेहद कम कीमत पर बेचा जाना चाहिए। आयकिया का लक्ष्य कम कीमतों के साथ अच्छे डिज़ाइन, अच्छा कार्य और अच्छी गुणवत्ता वाले उत्पादों को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचना है।
2. आयकिया भावना - एक मजबूत और जीवित वास्तविकता
आयकिया की असली भावना आज भी उत्साह, नवीकरण, लागत सतर्कता, ज़िम्मेदारी लेने और मदद करने के जोश, काम के प्रति नम्रता और सादगी पर आधारित है।
3. लाभ हमें संसाधन देता है
कामप्राड लिखते हैं- हमारा उद्देश्य जनता के लिए बेहतर रोज़मर्रा की जिंदगी देना है। उस तक पहुंचने के लिए, आयकिया को वित्तीय संसाधनों की आवश्यकता है। वित्तीय संसाधनों का निर्माण करने में हमारा उद्देश्य लंबी अवधि में अच्छे नतीजे तक पहुंचना है। उसके लिये सबसे कम कीमतों पर बिक्री करनी होगी, और उन्हें अच्छी गुणवत्ता भी देनी होगी। संसाधनों को बर्बाद किए बिना कंपनी को लाभ और प्रगति के मार्ग पर ले जाना होगा।
4. छोटे साधनों के साथ अच्छे परिणाम तक पहुंचना
एक डेस्क डिज़ाइन करने के लिए जिसे 5000 क्रोना (स्वीडिश मुद्रा) का खर्च हुआ हो, यह कोई मुश्किल कार्य नहीं है, लेकिन एक कार्यात्मक और अच्छे डेस्क को डिज़ाइन करने के लिए जो केवल 100 क्रोना का खर्च करता है, वो सबसे अच्छे फर्नीचर डिज़ाइनर द्वारा किया जा सकता है। छोटे साधनों या बहुत सीमित संसाधनों के साथ भी अच्छे परिणाम प्राप्त किये जा सकते हैं।
5. सरलता एक गुण है
कामप्राड लिखते हैं- सरल दिनचर्या का अधिक प्रभाव पड़ता है। हमें फैंसी कारों (Fancy Cars), बड़े-बड़े खिताबों, महंगे कपड़ों, या अन्य प्रतीकों की आवश्यकता नहीं है। हम अपनी ताकत और अपनी सादगी पर भरोसा करते हैं।
6. एक अलग तरीके से कार्य करना
वह लिखते हैं- नए रास्ते को अपनाकर भी प्रगति की जा सकती है। हम हमेशा पुराने तरीके ही स्वीकार कर लेते हैं, क्योंकि वे अच्छी तरह से स्थापित हैं। बल्कि नए रास्तों से भी प्रगति की जा सकती है।
7. एकाग्रता - हमारी सफलता के लिए महत्वपूर्ण है
जब एक नया मार्केट का निर्माण करते हैं, तो मार्केटिंग पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता होती है। इसी प्रकार समय की मांग के अनुसार अपना ध्यान केन्द्रित करना चाहिए।
8. जिम्मेदारी लेना - एक विशेषाधिकार
कामप्राड अपने सहकर्मियों से निर्णय और जिम्मेदारी लेने के अपने विशेषाधिकार का प्रयोग करने के लिए कहते हैं। जिम्मेदारी लेने वाले हर प्रणाली में आवश्यक होते हैं। जो औसत दर्जे के लोग हैं वो हमेशा अपने कर्तव्य से भागते हैं और अपना समय खुद को सही साबित करने में लगाते हैं। जबकि सकारात्मक व्यक्ति हमेशा आगे देखता है। उत्तरदायित्व लेने वाले हर प्रणाली में आवश्यक हैं।
9. ज्यादातर चीजें अभी भी किये जाने के लिये बाकी हैं। एक शानदार भविष्य!
लक्ष्य पूर्ण हो जाने की भावना एक प्रभावी नींद वाली गोली है। यह भावना आप में केवल ठहराव का कारण बनती है। जबकि कामप्राड के अनुसार सच्ची खुशी आपको सिर्फ लक्ष्य तक पहुंचकर नहीं मिलती है, बल्कि उस तक पहुँचने के मार्ग में मिलती है।
संदर्भ:
1.https://goo.gl/R7i3yA
2.https://nordic.businessinsider.com/ikeas-billionaire-creator-turns-90-today--heres-how-he-built-the-worlds-largest-furniture-store-2017-6/
3.https://money.cnn.com/2018/08/08/news/companies/ikea-in-india-hyderabad/index.html
A. City Subscribers (FB + App) - This is the Total city-based unique subscribers from the Prarang Hindi FB page and the Prarang App who reached this specific post.
B. Website (Google + Direct) - This is the Total viewership of readers who reached this post directly through their browsers and via Google search.
C. Total Viewership — This is the Sum of all Subscribers (FB+App), Website (Google+Direct), Email, and Instagram who reached this Prarang post/page.
D. The Reach (Viewership) - The reach on the post is updated either on the 6th day from the day of posting or on the completion (Day 31 or 32) of one month from the day of posting.