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आज हम, वर्ष 1938 से वर्तमान समय तक प्रसिद्ध बने रहे, स्क्रैबल(Scrabble) इस खेल को समझेंगे। यह एक मनोरंजक खेल है, जिसमें 2-4 खिलाड़ी, 225-वर्ग के बोर्ड या तख्ते पर, शब्द पहेली के समान शब्द बनाते हैं। अपनी 150 मिलियन से अधिक इकाइयों की बिक्री के साथ, स्क्रैबल अब वैश्विक पसंदीदा बोर्ड गेम बन गया है। आइए, अब दुनिया भर में खेले जाने वाले शीर्ष बोर्ड गेम्स को भी समझें। जबकि, भारत में शतरंज, चेकर्स(Checkers), मोनोपोली(Monopoly), स्क्रैबल, लूडो(Ludo), सॉरी(Sorry), सीक्वेंस(Sequence), नाइन मेन्स मॉरिस(Nine Men’s Morris), सांप सीढ़ी और बीड 12(Bead 12) आदि पसंदीदा बोर्ड गेम्स हैं। ये सभी गेम्स हमारे लखनऊ शहर में भी उपलब्ध हैं। चलिए, देखते हैं।
स्क्रैबल एक फलक व अंग्रेज़ी अक्षरों के टुकड़ों वाला खेल है। इसमें दो से चार खिलाड़ी खेल सकते हैं। खिलाड़ी 225 वर्ग के फलक पर, अक्षरों वाले टुकड़ों के साथ शब्द बनाने में प्रतिस्पर्धा करते हैं। खेल के दौरान, टुकड़ों के अक्षरों को शब्द पहेली के शब्दों की तरह, आपस में जोड़ा जाता हैं।
खिलाड़ी शुरुआत में, टुकड़ों के संग्रह से सात टुकड़े निकालते हैं, और अपनी प्रत्येक बारी के बाद, पुनः टुकड़े निकालते हैं। अक्षर संग्रह में अन्य खिलाड़ियों के टुकड़े गुप्त रखे जाते हैं, ताकि, खिलाड़ी फलक पर केवल अपने ही टुकड़े देख सके। कोई खिलाड़ी अपनी बारी खो सकता है, और संग्रह में मौजूद टुकड़ों के बदले, अपने कोई या सभी टुकड़े बदल सकता है।
जैसे-जैसे खेल आगे बढ़ता है, गुणों की गणना क्षैतिज और लंबवत बनाए गए शब्दों से संभव होती है। एक ही समय में, दो या दो से अधिक अलग–अलग शब्द बनाकर, उच्च गुण दर्ज किए जाते हैं। खेल के अंत में, जब किसी खिलाड़ी के पास कोई टुकड़ा नहीं होता है, या फलक पर शब्दों के लिए रुकावट होती है, तो सबसे अधिक अंक प्राप्त करने वाला ही खिलाड़ी विजेता बनता है। खिलाड़ियों के पास छुटे हुए, अप्रयुक्त टुकड़ों के मूल्यों को जोड़ दिया जाता है, और उनके अंकों से घटा दिया जाता है।
स्क्रैबल का आविष्कार, महामंदी के दौरान 1938 में, न्यूयॉर्क(New York) के अल्फ्रेड मोशर बट्स(Alfred Mosher Butts) नामक एक बेरोजगार वास्तुकार द्वारा किया गया था। उन्होंने सोचा था कि, निराशाजनक आर्थिक समय के दौरान अमेरिकी लोग इस खेल के साथ थोड़ा ध्यान भटका सकते हैं। बट्स ने न्यूयॉर्क के विभिन्न समाचार पत्रों के पन्नों पर अक्षरों की गिनती करके, इन टुकड़ों की आवृत्ति और वितरण को चुना, और खेल के 15 x 15 फलक को तैयार किया।
सबसे पहले, बट्स ने अपनी रचना को “इट(It)” कहा, फिर, “लेक्सिको(Lexiko)” और बाद में, “क्रिस-क्रॉस वर्ड्स(Criss-Cross Words)” भी कहा।
वैसे इस खेल के विकास में, जेम्स ब्रूनोट(James Brunot) का भी योगदान है। जेम्स ने बट्स को इस खेल की बेची गई प्रत्येक इकाई पर, रॉयल्टी देने के बदले में विनिर्माण अधिकार खरीदे थे। साथ ही, उनके अन्य योगदान में प्रतिष्ठित रंग योजना (पेस्टल गुलाबी, बेबी-ब्लू, नीला और चमकदार लाल), सभी सात अक्षरों का उपयोग करने के लिए 50-पॉइंट बोनस और “स्क्रैबल” नाम शामिल है। और, तब स्क्रैबल ब्रांड को 1948 में ट्रेडमार्क किया गया।
अगर आपको जानना है कि, इस खेल को कैसे खेलना है, तो आप नीचे प्रस्तुत की गई यूट्यूब वीडियो की सहायता ले सकते हैं।
YouTube Video Linkइसके अलावा, कुछ अन्य सबसे अधिक बिकने वाले बोर्ड गेम्स निम्न हैं –
१.शतरंज: इस खेल की बेची गई इकाइयों की कुल संख्या अज्ञात है, लेकिन, अकेले अमेरिका में ही, शतरंज की सालाना 3 मिलियन से अधिक इकाइयां बेची जाती हैं।
२.चेकर्स: इस खेल की शुरुआत के बाद से, 50 अरब इकाइयां बेची गईं हैं।
३. मोनोपोली: 275 मिलियन से अधिक इकाइयां बेची गईं हैं।
४.स्क्रैबल: 150 मिलियन से अधिक इकाइयां बिकीं हैं।
५.क्लू(Clue): 150 मिलियन से अधिक इकाइयां बिकीं हैं।
६.बैटलशिप(Battleship): 100 मिलियन से अधिक इकाइयां बेची गईं।
७.ट्राइवियल परसूट(Trivial Pursuit): 100 मिलियन से अधिक इकाइयां बेची गईं।
८.बैकगैमौन(Backgammon): इस खेल के आधुनिक संस्करण की 88 मिलियन से अधिक इकाइयां बिकीं हैं।
९.कैंडी लैंड(Candy Land): 50 मिलियन से अधिक इकाइयां बिकीं हैं।
१०.रम्मीकुब(Rummikub): 50 मिलियन से अधिक इकाइयां बिकीं हैं।
एक तरफ़, भारत में खेले जाने वाले शीर्ष बोर्ड खेल निम्न हैं –
आप हमारे शहर लखनऊ में इन गेम्स को, हैमलीज़ (hamleys), गोमती नगर फन रिपब्लिक मॉल से खरीद सकते हैं। इसके अलावा, यह खेल आप इन्दिरा नगर के खिलौने वाला इस दुकान से भी खरीद सकते हैं।
संदर्भ
चित्र संदर्भ
1. स्क्रैबल खेलते नन्हे बौद्ध भिक्षुओं को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
2. स्क्रैबल को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
3. स्क्रैबल खेलते बुज़ुर्गों को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
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