भारत में इंजीनियर बनने के कितने विकल्प हैं?

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भारत में इंजीनियर बनने के कितने विकल्प हैं?

भारत के आर्थिक और तकनीकी विकास के साथ ही, देश में कई युवा इंजीनियरिंग (Engineering) के क्षेत्र में अच्छी-खासी रुचि दिखा रहे हैं। क्या आप जानते हैं कि 2021के आंकड़ों के अनुसार, भारत में सालाना लगभग पंद्रह लाख छात्र इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री प्राप्त करते हैं। हालांकि, हर साल इन सभी इंजीनियरिंग स्नातकों में से बहुत कम छात्र ही ‘भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान’ (Indian Institute of Technology (IIT), ‘राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान’ (National Institute of Technology (NIT) और ‘भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान’ (Indian Institute of Information Technology (IIIT) जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों से निकलते हैं। ये संस्थान सरकार द्वारा बनाए गए हैं, और शिक्षा गुणवत्ता के संदर्भ में शीर्ष पायदान के माने जाते हैं। 5% से कुछ अधिक स्नातक ‘विश्वविद्यालय अनुदान आयोग’ (University Grants Commission (UGC) द्वारा अनुमोदित राज्य-स्तरीय स्वायत्त संस्थानों और विश्वविद्यालयों से तथा शेष 90% या तो निजी इंजीनियरिंग संस्थानों या फिर गैर-स्वायत्त राज्य-स्तरीय संस्थानों द्वारा पोषित किए जाते हैं। इन शीर्ष इंजीनियरिंग संस्थानों (engineering institutes) में प्रवेश करने के लिए ये छात्र जेईई अर्थात संयुक्त प्रवेश परीक्षा (Joint Entrance Examination (JEE) जैसी बेहद कठिन माने जानी वाली परीक्षा उत्तीर्ण करने के लिए जी तोड़ मेहनत करते हैं। भारत में पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा इंजीनियर और इंजीनियरिंग शिक्षा संस्थान मौजूद हैं। देश में लगभग 2,500 इंजीनियरिंग कॉलेज, 1,400 पॉलिटेक्निक (polytechnic) तथा लगभग 200 योजना और वास्तुकला संस्थान स्थित हैं। इन संस्थानों को इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम पेश करने के लिए ‘अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद’ (All India Council for Technical Education (AICTE) से अनुमोदन की आवश्यकता होती है। भारत में स्नातक अध्ययन के लिए सबसे लोकप्रिय इंजीनियरिंग शाखाएँ कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग (Computer Science and Engineering), इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार इंजीनियरिंग (Electronics and Communication Engineering), इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग (Electrical and Electronic Engineering), मैकेनिकल इंजीनियरिंग (Mechanical Engineering), सिविल इंजीनियरिंग (Civil Engineering) और केमिकल इंजीनियरिंग (Chemical Engineering) हैं।
देश भर में 23 केंद्रों के साथ ‘भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान’ (आईआईटी) भारत का सबसे प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग संस्थान माना जाता है। इस संस्थान को राष्ट्रीय स्तर पर अहम् संस्थान माना जाता है और इस संस्थान का अपना खुद का पाठ्यक्रम होता है। आईआईटी के स्नातक और एकीकृत एम.टेक (Integrated M.Tech) कार्यक्रमों में प्रवेश संयुक्त प्रवेश परीक्षा-एडवांस (Joint Entrance Examination-Advanced (JEE-Advanced) के माध्यम से होता है। हालांकि इस परीक्षा के लिए बड़ी संख्या में आवेदन किए जाते हैं किंतु आवेदकों में से केवल कुछ प्रतिशत छात्रों का ही चयन किया जाता है। इसके अलावा ‘राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान’ (National Institute of Technology (NIT) भी भारत में प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी कॉलेज माने जाते हैं। इन्हें पहले क्षेत्रीय इंजीनियरिंग कॉलेज (Regional Engineering College (REC) के रूप में जाना जाता था और अब इन्हें एनआईटी के रूप में अपग्रेड (Upgrade) कर दिया गया है। वर्तमान में, पूरे भारत में 31 एनआईटी संस्थान मौजूद हैं। इन संस्थानों को पाठ्यक्रम और कार्यप्रणाली में स्वायत्तता प्राप्त है। एनआईटी में स्नातक प्रवेश पहले ‘अखिल भारतीय इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा’ (All India Engineering Entrance Examination (AIEEE) के माध्यम से होते थे और अब जेईई मेन (JEE Main) के माध्यम से होते हैं, जिसके बारे में हम आगे जानेंगे। आईआईटी, एनआईटी और आईआईआईटी के अलावा, भारत में 30 से अधिक सरकारी वित्त पोषित तकनीकी संस्थान भी हैं जो समान शैक्षणिक और प्रवेश नीतियों का पालन करते हैं।
इनके अलावा भारत में ‘बिड़ला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस, पिलानी’ (Birla Institute of Technology and Science, Pilani), अमृता विश्व विद्यापीठम, कोयंबटूर (Amrita Vishwa Vidyapeetham, Coimbatore), वेल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (Vellore Institute of Technology) और इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी, हैदराबाद (International Institute of Information Technology Hyderabad) जैसे निजी डीम्ड विश्वविद्यालयों (Private deemed universities) को अत्यंत प्रतिष्ठित माना जाता है। इन संस्थानों का पाठ्यक्रम अद्यतन और लचीला होता है। इन विश्वविद्यालयों में प्रवेश पाने के लिए जेईई मेन के साथ-साथ बिटसैट (BITSAT) और वीआईटीईईई (VITEEE) जैसी विश्वविद्यालय विशिष्ट परीक्षाओं को उत्तीर्ण करना जरूरी होता है। हालांकि संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) को सभी संस्थानों में वरीयता दी जाती है। यह भारत में उन छात्रों के लिए आयोजित की जाने वाली एक परीक्षा है जो इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्रवेश लेना चाहते हैं।
जेईई परीक्षाएं दो स्तरों पर होती हैं: जेईई-मेन और जेईई-एडवांस्ड।
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (IITs), राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (NITs), भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थानों (IIITs), और अन्य सरकारी वित्त पोषित तकनीकी संस्थानों में प्रवेश पाने के लिए जेईई-मेन या जेईई-एडवांस्ड परीक्षा में छात्र द्वारा प्राप्त रैंक पर विचार किया जाता है। इसके अलावा ‘भारतीय विज्ञान शिक्षा और अनुसंधान संस्थान’ (Indian Institutes of Science Education and Research (IISER), भारतीय पेट्रोलियम और ऊर्जा संस्थान (Indian Institute of Petroleum and Energy (IIPE), राजीव गांधी पेट्रोलियम प्रौद्योगिकी संस्थान ((Rajiv Gandhi Institute of Petroleum Technology, RGIPT), भारतीय अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी संस्थान (Indian Institute of Space Research and Technology, IIST), और भारतीय विज्ञान संस्थान जैसे कुछ अन्य संस्थान भी प्रवेश के लिए जेईई-एडवांस्ड परीक्षा में प्राप्त अंकों का उपयोग करते हैं। जेईई-मेन परीक्षा का आयोजन ‘राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी’ (National Testing Agency (NTA) द्वारा किया जाता है और इसमें दो पेपर होते हैं : पेपर- I और पेपर- II। उम्मीदवार इनमें से किसी एक या दोनों का विकल्प चुन सकते हैं। दोनों पेपरों में बहुविकल्पीय प्रश्न होते हैं। पेपर-I, बी.ई./बी.टेक पाठ्यक्रमों (B.E./B.Tech courses) में प्रवेश के लिए एक कंप्यूटर-आधारित परीक्षा होती है। जबकि पेपर- II बी.आर्क और बी.प्लानिंग पाठ्यक्रमों (B.Arch and B.Planning courses) में प्रवेश के लिए होता है और इसमें एक परीक्षण, 'ड्राइंग टेस्ट' लिखित तथा अन्य कंप्यूटर-आधारित होते हैं।
जेईई-एडवांस्ड परीक्षा का आयोजन हर साल किसी एक आईआईटी संस्थान द्वारा किया जाता है। जो छात्र जेईई-मेन में अर्हता (Qualification) प्राप्त करते हैं वे जेईई-एडवांस्ड के लिए उपस्थित होने के पात्र हो जाते हैं।
 हर साल 2 लाख से अधिक छात्र जेईई-एडवांस के लिए पात्र बनते हैं। हालांकि, पिछले कुछ वर्षों में जेईई परीक्षा प्रणाली में बदलाव आया है। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (Central Board of Secondary Education (CBSE) ने 2012 में एआईईई और आईआईटी-जेईई परीक्षाओं की जगह जेईई की शुरुआत की। जेईई-मेन एनआईटी, आईआईआईटी और अन्य केंद्रीय वित्त पोषित तकनीकी संस्थानों के लिए है, जबकि जेईई-एडवांस्ड विशेष रूप से आईआईटी के लिए होती है। हाल ही में एनटीए ने आईआईटी जेईई मेन 2023 की परीक्षा देने वाले छात्रों की जानकारी साझा की है। जेईई मेन 2023 के दोनों सत्रों में उपस्थित होने वाले उम्मीदवारों की कुल संख्या 11,13,325 है। सत्र 2 में, पंजीकृत 9,31,334 उम्मीदवारों में से 8,83,367 परीक्षा के लिए उपस्थित हुए। आईआईटी जेईई 2023 के जनवरी सत्र में कुल 8.6 लाख छात्रों ने आवेदन किया था और 8.22 लाख उम्मीदवार परीक्षा के लिए उपस्थित हुए थे। इसका मतलब यह है कि जेईई मेन्स 2023 जनवरी परीक्षा के लिए आवेदन करने वाले 95.79% छात्रों ने वास्तव में परीक्षा दी।
हालाँकि, कई संस्थान ऐसे भी हैं जो जेईई अंको के बिना अपने इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों में प्रवेश प्रदान करते हैं। कुछ इंजीनियरिंग कॉलेज अपनी स्वयं की प्रवेश परीक्षा आयोजित करते हैं, जबकि अन्य केवल 12वीं कक्षा के अंकों के आधार पर भी छात्रों को प्रवेश देते हैं। जबकि तमिलनाडु, पंजाब एवं राजस्थान जैसे कुछ राज्य, राज्य स्तरीय प्रवेश परीक्षाएं भी आयोजित करते हैं।
यदि आप 12वीं कक्षा के बाद जेईई परीक्षा दिए बिना इंजीनियरिंग करने में रुचि रखते हैं, तो यहां आपके लिए कुछ विकल्प दिए गए हैं:
- मणिपाल प्रवेश परीक्षा (Manipal Entrance Test (MET 2023): मणिपाल एकेडमी ऑफ हायर एजुकेशन (Manipal Academy of Higher Education (MAHE) बीटेक पाठ्यक्रमों सहित विभिन्न कार्यक्रमों में प्रवेश के लिए मणिपाल प्रवेश परीक्षा (Manipal Entrance Test (MET) आयोजित करती है।
- वीआईटी इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा (VIT Engineering Entrance Exam (VITEEE 2023): वेल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (Vellore Institute of Technology (VIT) इस परीक्षा का आयोजन करता है, और उत्तीर्ण उम्मीदवार चार वीआईटी परिसरों में से एक में प्रवेश पा सकते हैं। पात्र होने के लिए उम्मीदवारों को कक्षा 12 में भौतिकी, रसायन विज्ञान और गणित या जीव विज्ञान में न्यूनतम 60% अंक प्राप्त करने होंगे।
- गुजरात कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (Gujarat Common Entrance Test (GUJCET)
- पश्चिम बंगाल संयुक्त प्रवेश परीक्षा (West Bengal Joint Entrance Examination (WBJEE)
- एसआरएम संयुक्त इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा (SRM Joint Engineering Entrance Examination (SRMJEEE)
- अमृता प्रवेश परीक्षा - इंजीनियरिंग (Amrita Entrance Examination - Engineering)


संदर्भ
https://tinyurl.com/2entb778
https://tinyurl.com/38t3j3xb
https://tinyurl.com/3c5rrmj8
https://tinyurl.com/38hfsbbh
https://tinyurl.com/m6nc5cwt

चित्र संदर्भ

1. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान गुवाहाटी में 14वें दीक्षांत समारोह को संबोधित करते डॉ ए पी जे अब्दुल कलाम को दर्शाता चित्रण (wikimedia)
2. भारत में 23 आईआईटी के स्थानों को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
3. आईआईटी बी.एच.यू. में पुस्तकालय को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
4. चेन्नई में आईआईटी मद्रास रिसर्च पार्क को दर्शाता चित्रण (wikimedia)
5. परीक्षा को दर्शाता चित्रण (Nationalistbharat)

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