इन मेहनती बुनकरों के कारण, बनारसी साड़ियों को देखते ही चमक उठती हैं आपकी आँखें!

स्पर्शः रचना व कपड़े
04-06-2023 08:12 AM
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बनारसी साड़ी का नाम सुनते ही भारतीय गृहणियों की आँखें चमक उठती हैं! उनकी भावनाएं इन साड़ियों के साथ, गहराई से जुड़ी हुई हैं। लेकिन इन खूबसूरत साड़ियों को बनाने वाले बनारसी बुनकरों की भी अपनी अलग कहानी है। इन साड़ियों को बनाने के लिए ये बुनकर बहुत मेहनत करते हैं, लेकिन ज्यादा पैसा नहीं कमा पाते हैं। हालांकि, उनका अभी भी यह मानना है कि जो लोग हथकरघे का मूल्य समझते हैं, वे हाथ से निर्मित साड़ियों को खरीदना और संजोना हमेशा पसंद करेंगे। बनारसी बुनाई को जो चीज खास बनाती है वह है जैक्वार्ड (Jacquard) नामक एक विशेष तकनीक का उपयोग,, जिससे बुनकरों को कपड़े पर जटिल पैटर्न (pattern) और डिजाइन(design) बनाने में मदद मिलती है। इन डिजाइनों को बनाने के लिए उन्हें प्रकृति, इतिहास और ज्यामिति से प्रेरणा मिलती है। ये बुनकर बहुत कुशल होते हैं और करघे पर काम करते समय बारीक से बारीक पहलुओं पर ध्यान देते हैं। जैसे-जैसे वे बुनाई करते हैं, वैसे कपडे की सुंदरता भी बढ़ने लगती है। कपड़े को भव्य और शाही दिखाने के लिए, ये बुनकर उसमें ज़री का काम करते हैं, जो सोने और चांदी के धागों से बना होता है। बुनाई समाप्त होने के बाद, यह कपड़ा धोने, सुखाने और सही आकार देने के लिए, दबाने की प्रक्रिया से गुजरता है। हाथ से बुनी बनारसी साड़ियों की उत्कृष्टता का एक लंबा इतिहास रहा है। इन्हे अपने जटिल पैटर्न, पुष्प डिजाइन और सुनहरे ब्रोकेड (Golden Brocades) के लिए जाना जाता हैं। ये साड़ियां अक्सर शादियों में पहनी जाती हैं और डिजाइनर स्टूडियो में लोकप्रिय हैं। हालांकि, बुनकर खुद इन साड़ियों को बेचकर ज्यादा पैसा नहीं कमाते हैं। हमें बनारसी बुनकरों की मेहनत और प्रतिभा की सराहना करनी चाहिए। इन खूबसूरत साड़ियों को बनाने के लिए वह काफी मेहनत करते हैं। उनके काम को और बेहतर समझने के लिए, आइए ऊपर दिए गए वीडियो को देखते हैं, जो उनकी शिल्प कौशल और समर्पण को दर्शाता है।
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