जानें क्यों कम करना है हमें एयर कंडीशनर का उपयोग,पर्यावरण के लिए है यह बहुत हानिकारक

नगरीकरण- शहर व शक्ति
14-03-2023 10:13 AM
जानें क्यों कम करना है हमें एयर कंडीशनर का उपयोग,पर्यावरण के लिए है यह बहुत हानिकारक

जैसे-जैसे पृथ्वी का औसत तापमान हर साल बढ़ रहा है, वैसे-वैसे हम हमारे निवास स्थानों को ठंडा रखने हेतु एयर कंडीशनर (Air conditioner) या एसी का अधिकतम उपयोग कर रहें है। इसका नतीजा यह है कि हम अपने घरों को तो ठंडा कर लेते हैं किंतु पर्यावरण को दिन-ब-दिन और भी अधिक गर्म करते जा रहे हैं। जब भी हम एयर कंडीशनर को चालू करते हैं, तो यह कार्बन डाइऑक्साइड (Carbon dioxide) तथा अन्य ग्रीनहाउस गैसों (Greenhouse gases) को हवा में छोड़ता है। कार्बन डाइऑक्साइड के साथ-साथ ही एसी एचएफसी (HFC–Hydro Fluorocarbons) गैस को भी हवा में छोड़ती है। एचएफसी गैस, एयर कंडीशनर और रेफ्रिजरेटर (Refrigerator) में ठंडक बनाए रखने के लिए उपयोग की जाती हैं। किंतु यह गैस अंदर के वातावरण के विपरीत बाहरी वातावरण को अत्यधिक गर्म बना देती है जिसके कारण एयर कंडीशनर आज ग्लोबल वार्मिंग (Global Warming) के लिए मुख्य रूप से जिम्मेदार है।
केवल पिछली एक शताब्दी में ही पृथ्वी के औसत वैश्विक तापमान में 1 डिग्री फारेनहाइट की वृद्धि हुई है। और ये एक चिंताजनक बात है। अधिकांश अन्य विद्युत उपकरणों की तुलना में, एयर कंडीशनर बहुत अधिक ऊर्जा की खपत करता है। एक अध्ययन में कुछ शोधकर्ताओं द्वारा 6.7 मीटर लंबाई, 5.5 मीटर चौड़ाई और 3 मीटर ऊंचाई वाले कमरे पर एसी के कारण होने वाले बिजली के व्यय पर अध्ययन किया गया था। अध्ययन के समय एयर-कंडीशनर द्वारा कमरे को 22° सेल्सियस तापमान पर बनाए रखा गया था। इस प्रयोग में भवन में प्रवाहित कुल ऊष्मा 33.6 kW थी। यहां kW से अभिप्राय किलो वॉट (Kilo watt) से है,जो ऊर्जा की एक इकाई है। 1.5 टन कूलिंग क्षमता वाले एक मानक एयर कंडीशनर का प्रदर्शन गुणांक (Coefficient of performance (COP) लगभग 2.8 होता है। एयर कंडीशनिंग सिस्टम का प्रदर्शन गुणांक या सीओपी कार्य के लिए उपयोग की जाने वाली आवश्यक हीटिंग या कूलिंग (ऊर्जा) का अनुपात होता है। मान लीजिए कि एयर कंडीशनर के लिए आवश्यक पॉवर 12 kW (यानी, 33.6 kW/2.8) है। यदि मशीन को दिन में 8 घंटे इस्तेमाल करना है; तो आपूर्ति की गई बिजली की प्रति दिन 12 kWh (12 kWh × 8 घंटे = 96) या 96 यूनिट (एक kWh एक यूनिट के बराबर) की खपत होती है( जहां kWh किलो वॉट प्रति घंटा ( Kilo watt per hour) है)। और इस हिसाब से 2 रुपये प्रति यूनिट की दर से, 192/- रुपये प्रति दिन की राशि खर्च होगी।
96 kWh विद्युत शक्ति के उपयोग से 384 ग्राम कार्बन घटक भी उत्सर्जित होता है जबकि इसी एसी द्वारा प्रति दिन कार्बन उत्सर्जन की मात्रा 5344 ग्राम है। इस प्रकार 1.5 टन क्षमता वाले एसी का उपयोग करने से प्रति दिन कुल 5728 ग्राम = 5.7 किग्रा कार्बन उत्पादित होता है, जोकि प्रति माह औसतन 20 दिन एसी चलाने पर प्रति वर्ष 1368 किग्रा होगा । ऊर्जा के वैकल्पिक रूपों का उपयोग कर सकने के बावजूद यदि हम एयर कंडीशनर का व्यापक रूप से इस्तेमाल करते हैं तो इसका सीधा सीधा असर हमारी पृथ्वी के वातावरण पर पड़ेगा जो अंततः हमारे स्वयं के लिए ही हानिकारक है। इस क्षति को सीमित करने का एकमात्र तरीका उच्च ऊर्जा कुशलता वाले एयर कंडीशनर का उपयोग करना है, जिसे चलाने के लिए कम ऊर्जा की आवश्यकता होती है, और इसके साथ ही एयर कंडीशनर का उपयोग भी कम से कम किया जाना चाहिए । विशेष रूप से अधिक विकसित देशों में पर्यावरण मुद्दों के प्रति बढ़ती जागरूकता ने भवनों के लिए बड़ी संख्या में ऊर्जा संरक्षण सक्षम प्रौद्योगिकि के विकास को प्रेरित किया है। ऊर्जा बचत क्षमता (Energy savings potential–ESP) इन तकनीकों को विकसित करने के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण संकेतक है।
2009 के आंकड़ों के हिसाब से, लगभग 90% अमेरिकी घरों में एयर-कंडीशनर हैं, जो इस देश के सभी आवासीय ऊर्जा उपयोग का लगभग 6% खर्च करते हैं । और इसके साथ ही ये एयर- कंडीशनर हर साल लगभग 100 दशलक्ष टन कार्बन डाइऑक्साइड भी छोड़ते हैं । इस बात की गंभीरता को समझते हुए, अमेरिका की पर्यावरण संरक्षण एजेंसी (Environmental Protection Agency) ने अब रेफ्रिजरेशन और एयर-कंडीशनिंग के लिए उपयोग की जाने वाली खतरनाक ग्रीनहाउस गैसों के उपयोग और उत्पादन को तेजी से कम करने के लिए कदम उठाया है जो कि ग्लोबल वार्मिंग की गति को धीमा कर सकता है। यह विनियमन 2022 में प्रभावी होना शुरू हो गया है जिससे अगले 15 वर्षों में धीरे-धीरे संयुक्त राज्य अमेरिका में एचएफसी के उत्पादन और आयात को 85% तक कम कर दिया जाएगा । वर्तमान में, लगभग 13% भारतीय घरों में एयर कंडीशनर है, जिनकी संख्या 2040 तक बढ़कर 69% हो जाएगी। भारत के साथ-साथ अन्य देशों जैसे कि इंडोनेशिया (Indonesia) में भी इस संख्या में वर्तमान 9% से 61% तक की तीव्र वृद्धि देखी जाएगी, जबकि ब्राजील (Brazil) और मैक्सिको (Mexico) देशों के मामले में, यह संख्या 29% के वर्तमान स्तर से क्रमश: 85% और 53% तक बढ़ जाएगी।
ऐसा अनुमान है कि अगले 20 वर्षों में एसी के इस्तेमाल करने की दर बढ़ जाएगी, जिससे इन चार देशों में आधे से अधिक घरों में एसी स्थापित हो जाएंगे । इससे बिजली की खपत में भी काफी वृद्धि होगी, जो भारत और इंडोनेशिया में तीन गुना और मेक्सिको और ब्राजील में लगभग दोगुनी हो जाएगी। जैसा कि बिजली का निर्माण भी पर्यावरण पूरक नही होता है तो क्या आप अब इससे होने वाले पर्यावरण के नुकसान के बारे में कल्पना भी कर सकते है ? इसके अलावा एसी के उपयोग में इतनी तेज वृद्धि के बावजूद, इन चार देशों में 64 से 100 दशलक्ष परिवार तब भी अपनी शीतलन आवश्यकताओं को पूरा करने में सक्षम नहीं होंगे, जिससे वे संभावित असुविधा की स्थिति में होंगे। यह स्थिति विशेष रूप से उच्च शहरीकरण, गर्म और आर्द्र जलवायु स्तर, या खराब आर्थिक स्थिति वाले राज्यों में देखी जाएगी । इसके साथ ही उभरती हुई अर्थव्यवस्था में गर्म जलवायु परिस्थितियों के जवाब में एयर कंडीशनर खरीदने का निर्णय घर की सामाजिक-आर्थिक परिस्थितियों से भी दृढ़ता से जुड़ा हुआ है। उदाहरण के लिए, भारत में, पश्चिम बंगाल, असम, उत्तर प्रदेश और उड़ीसा में सबसे अधिक गर्म और आर्द्र दिन देखे जाते हैं, लेकिन ये राज्य एयर- कंडीशनर के व्यापक उपयोग में सबसे पीछे ही हैं जिसका एक प्रमुख कारण यहां पर लोगों की कमजोर आर्थिक स्थिति भी है जो कि सामाजिक भेदभाव के एक रूप को जन्म देती है ।
एसी द्वारा कार्बन के उत्सर्जन के आंकड़े चौंकाने वाले हैं। एसी के उपयोग के बारे में ये तथ्य हमें इससे होने वाली पर्यावरण हानि पर विचार करने के लिए मजबूर करते हैं । हालांकि हमारे हाथ में एक प्रयत्न ज़रूर है कि हम जितना हो सके उतना एसी का उपयोग कम करें। क्योंकि अगर ऐसा ही चलता रहा, तो भारत में भी अमेरिका जैसे विनियमन की आवश्यकता होगी। इससे अच्छा तो समय रहते हम ही कुछ कदम उठाए!

संदर्भ
https://bit.ly/3ygYwrJ
https://nyti.ms/3kNJ6Iz
https://nyti.ms/3F3GOvP
https://bit.ly/3SSMi1Y

चित्र संदर्भ
1. एयर कंडीशनर को ठीक करते मैकेनिक को संदर्भित करता एक चित्रण (flickr)
2. एक वाणिज्यिक कार्यालय भवन के बाहर एयर कंडीशनर कंडेनसर इकाइयों की एक सरणी को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
3. ऑस्ट्रिया में शॉपिंग मॉल पैसेज के शीर्ष पर एक औद्योगिक वातानुकूलन इकाई को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
4. कमरों के बाहर लगे एयर कंडीशनर को संदर्भित करता एक चित्रण (flickr)
5. एक हरित ईमारत को संदर्भित करता एक चित्रण (Needpix)

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