विश्व की सबसे पहली साइकलें कैसी दिखती थीं?

य़ातायात और व्यायाम व व्यायामशाला
25-08-2022 10:40 AM
Post Viewership from Post Date to 24- Sep-2022 (30th Day)
City Subscribers (FB+App) Website (Direct+Google) Email Instagram Total
3230 36 3266
विश्व की सबसे पहली साइकलें कैसी दिखती थीं?

साइकिल मानव जाति की सबसे आधुनिक खोजों में से एक है। आज के समय में जब पूरे विश्व की जनसंख्या इतनी अधिक है और ईंधन का उपयोग अंधाधुंध तरीके से किया जा रहा है, ऐसे में पर्यावरण के अनुकूल और ईंधन के बिना चलने वाली दो पहिया वाहन साइकिल सब की पहली पसंद बन जाती है। विश्व भर में साइकिल सबसे प्रसिद्ध वाहनों में से एक है। दुनिया में शायद ही ऐसा कोई व्यक्ति होगा जो साइकिल के विषय में ना जानता हो। साइकिल का आविष्कार लगभग 200 वर्ष पूर्व हुआ था। साइकिल की पहली सवारी 12 जून 1817 में की गई थी जब जर्मनी के बैरन कार्ल फ्राईहर वॉन ड्रैस (Baron Karl Freiherr von Drais) द्वारा दो पहियों पर एक लकड़ी के हत्थे को जोड़कर पहली साइकिल बनाई गई। साइकिल शब्द का प्रयोग 1860 के दशक में फ्रांस में किया गया।
दुनिया की कुछ सबसे प्रभावशाली साइकिलें निम्नलिखित हैं: 1. ड्रैसिएन या लॉफमशइन (​Draisienne or Laufmaschine)- बेहतर संतुलन बनाए रखने के लिए इस साइकिल में एक स्टीयरिंग ( Steering) भी जोड़ा गया था। ड्रेस के द्वारा बनाई गई यह साइकिल पूरी तरह से लकड़ी से बनी हुई थी जिसमें पैडल (Pedal) भी नहीं थे, पर यह अच्छी गति ले सकती थी 2. मिचौ वेलोसिपिड (Michaux Velocipede)- पेरिस में 1860 के दशक में, पियर मिचौ (Pierre Michaux) ने दो- पहिया, फ्रंट-ड्राइव वेलोसिपेड (Front-drive Velocipede) का आविष्कार करके साइकिल को और एक आधुनिक रूप दे दिया। इसमें बस एक समस्या थी कि इसके पैडल से संतुलन बनाने में बहुत मेहनत लगती थी। 3. एरियल पेनी फार्थिंग (Ariel Penny Farthing)- 1870 में इंग्लैंड के कोवेंट्री में, जेम्स स्टारली (James Starley) और विलियम हिलमैन (William Hillman) ने एरियल पेनी फार्थिंग नाम की एक रेसिंग (Racing) साइकिल का आविष्कार किया। इस साइकिल की खास बात यह थी कि इसमें आगे का पहिया बड़ा और पीछे का पहिया आकार में छोटा होता था। यह नाम दो सिक्कों के नाम पर रखा गया जो इस साइकिल के पहियों की तरह आकार में एक दूसरे से भिन्न थे। 4. कोलंबिया हाई-व्हीलर (Columbia High-wheeler)- वर्ष 1878 से पहले अमेरिका में घरेलू साइकिल का उत्पादन नहीं किया जाता था। कर्नल अल्बर्ट ऑगस्टस पोप ने देशभर में हजारों की संख्या में साइकिलों का उत्पादन कर इसके विक्रय को गति दी। 1900 तक, पोप मैन्युफैक्चरिंग कंपनी ने लगभग पूरे अमेरिका में साइकिल का खूब उत्पादन करके इसका प्रचलन बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। 5. हैरी जे. लॉसन (Harry J. Lawson)- ब्रिटिश साइकिल डिजाइनर हैरी लॉसन ने 1870 के दशक में कई सारी साइकिलें विकसित की। उन्होंने ही चेन-चालित पहियों के साथ एक सुरक्षित साइकिल का आविष्कार किया। हालांकि लॉसन के द्वारा बनाई गई साइकिलों को व्यवसायिक विफलता का सामना करना पड़ा परंतु फिर भी उन्होंने एक प्रमुख साइकिल डिज़ाइन का आविष्कार किया था। इनके अलावा भी विश्व भर में कई प्रचलित साइकिलें मौजूद हैं जिनमें स्टारली रोवर (Starley Rover), डनलप न्युमेटिक टायर (Dunlop Pneumatic Tires), राइट ब्रदर्स' वैन क्लेव (Wright Brothers' Van Cleve), फ़्रैंकैस डियमेंट (Français Diamant) और पॉल डी विवि (Paul de Vivie) इत्यादि शामिल हैं। साइकिल के आविष्कार से संबंधित कई प्रारंभिक परंतु असत्यापित दावे किए जाते हैं। लगभग 1500 ईस्वी के एक साइकिल के चित्र का श्रेय लियोनार्डो दा विंची के शिष्य जियान गियाकोमो कैप्रोटी को दिया जाता है। लेकिन 1998 में कुछ लोगों द्वारा इसे हंस-एरहार्ड लेसिंग द्वारा एक उद्देश्यपूर्ण धोखाधड़ी कहां गया। व्यावहारिक रूप से उपयोग की जाने वाली साइकिल के लिए पहला सत्यापन योग्य दावा 1817 में जर्मन बैरन कार्ल वॉन ड्रैस ने किया जिन्होंने एक भागने वाली मशीन के रूप में अपने लॉफमशइन आविष्कार को सबके सामने प्रस्तुत किया। इस डिजाइन को उन्होंने वर्ष 1818 में पेटेंट करवाया। जो पहला मानव चलित, दोपहिया वाहन था और यह व्यावसायिक रूप से सफल भी रहा। वर्ष 2016 में उत्तर प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव जी ने लंदन के डिजाइन म्यूजियम के क्यूरेटर (Curator) एलेक्स न्यूटन (Alex Newton) द्वारा लिखी गई किताब 'फिफ्टी साइकिल्स दैट चेंज द वर्ल्ड' (50 cycles that changed the world) का अध्ययन किया और अगले वर्ष 2017 के चुनाव में साइकिल के मुद्दे को जनता के सम्मुख रखा। न्यूटन जो स्वयं साइकिल चलाने के शौकीन थे और जिन्होंने साइकिल चलाने वाले कई महान लोगों के साथ काम किया है, की भेंट अखिलेश यादव जी से उनकी ब्रिटेन यात्रा के दौरान हुई।
अखिलेश यादव जी के साइकिल के प्रति लगाव को देखकर न्यूटन ने साइकिलों के विकास और दुनिया को बदलने वाली 50 सर्वश्रेष्ठ साइकिलों का विवरण देने वाली अपनी पुस्तक को अखिलेश यादव जी को सौंप दिया। वर्ष 2012 में उत्तर प्रदेश के चुनाव जीतने के पश्चात अखिलेश यादव जी ने राज्य में साइकिल के लाभ जैसे पर्यावरण संरक्षण, अच्छा स्वास्थ्य और यातायात के सुचारु साधन के रूप में साइकिल के प्रति जनता को जागरूक करने का प्रयास किया। न्यूटन के पुस्तक में कहा गया है कि घुड़सवारी को बदलने के लिए साइकिल का आविष्कार किया गया था, जो न केवल महंगा था, बल्कि बोझिल भी था। जंगली क्षेत्रों और पहाड़ी क्षेत्रों में घोड़ों की सवारी करना एक जटिल कार्य है। इसी के समाधान हेतु साइकिल का आविष्कार किया गया है। साइकिल में पैडल को 1863 में प्रस्तुत किया गया। वर्ष 1880 में जॉन कैंप स्टार्ले (John Kamp Sterley) जिन्हें साइकिल उद्योग का जनक भी माना जाता है, ने रोवर सेफ्टी साइकिल लॉन्च की जो उस समय एक आदर्श मशीन मानी जाती थी।

संदर्भ:
https://bit.ly/3AyZgKI
https://bit.ly/3c6mFtJ
https://bit.ly/3K5N8Ei

चित्र संदर्भ
1. लकड़ी की साइकिल को दर्शाता चित्रण
2. सबसे प्राचीन बिना पेडल की साइकिल को दर्शाता चित्रण (flickr)
3. मिचौ वेलोसिपिड साइकिल को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
4. एरियल पेनी फार्थिंग को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
5. कोलंबिया हाई-व्हीलर को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
6. लॉसन की साइकिल 1879 को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
7. भारतीय साइकिल सैनिक सोम्मे को दर्शाता एक चित्रण (GetArchive)

पिछला / Previous अगला / Next

Definitions of the Post Viewership Metrics

A. City Subscribers (FB + App) - This is the Total city-based unique subscribers from the Prarang Hindi FB page and the Prarang App who reached this specific post.

B. Website (Google + Direct) - This is the Total viewership of readers who reached this post directly through their browsers and via Google search.

C. Total Viewership — This is the Sum of all Subscribers (FB+App), Website (Google+Direct), Email, and Instagram who reached this Prarang post/page.

D. The Reach (Viewership) - The reach on the post is updated either on the 6th day from the day of posting or on the completion (Day 31 or 32) of one month from the day of posting.