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आपको यह जानकर आश्चर्य होगा की तिथियों और त्योहारों के निर्धारण के लिए आज दुनिया में लगभग
चालीस 40+ प्रकार के विविध कैलेंडरों का उपयोग किया जाता है। हालांकि आमतौर पर दैनिक तिथि
निर्धारण के लिए ग्रेगोरियन कैलेंडर (Gregorian calendar) सर्वाधिक प्रयुक्त होता है, लेकिन विभिन्न
समुदायक त्योहारों और अवसरों की तिथियों के निर्धारण में आज भी धर्म अथवा संप्रदाय से जुड़े हुए कैलेंडर
ही प्रयोग किये जाते हैं। उदाहरण के तौर पर आज भी लगभग सभी इस्लामी देशों में त्योहारों सहित दैनिक
क्रियाकलापों की जानकारी प्राप्त करने के लिए भी, अन्य के बजाय इस्लामी अथवा हिजरी कालदर्शक या
कैलेंडर का प्रयोग किया जाता है।
दुनिया भर के मुसलमान धार्मिक आयोजनों और पालन की तारीखों को निर्धारित करने के लिए इस्लामिक
कैलेंडर (जिसे चंद्र या हिजरी कैलेंडर के रूप में भी जाना जाता है) का उपयोग करते हैं। 2022 इस्लामिक
कैलेंडर, 12 चंद्र महीनों पर आधारित है। इसका उपयोग अधिकांश इस्लाम में इस्लामी छुट्टियों को
निर्धारित करने के लिए किया जाता है। यह एक चंद्र कैलेंडर है, इसमें 12 महीने और 354 या 355 दिन होते
हैं। इसका मतलब है कि यह हर साल, कैलेंडर ग्रेगोरियन की तरह, सौर कैलेंडर से लगभग 11 दिन छोटा
होता है। आज सबसे अधिक उपयोग किए जाने वाले तीन प्रमुख कैलेंडर ग्रेगोरियन, हिब्रू और इस्लामी
कैलेंडर हैं।
इस्लामी पंचांग को (अरबी: التقويم الهجري; फारसी: تقویم هجری قمری ') या हिजरी कालदर्शक भी कहते हैं।
मुस्लिम देशों के अलावा पूरे विश्व के मुस्लिम भी इस्लामिक धार्मिक पर्वों को मनाने का सही समय जानने
के लिए इस्लामी पंचांग का प्रयोग करते हैं। इसे हिज्रा या हिज्री भी कहते हैं, क्योंकि इसका पहला वर्ष वह
वर्ष है जिसमें हज़रत मुहम्मद की मक्का शहर से मदीना की ओर हिज्ऱत (प्रवास) हुआ था। दो इस्लामी
देश (ईरान और अफगानिस्तान) एक अलग कैलेंडर, सौर हिजरी कैलेंडर का उपयोग करते हैं।
तिथि निर्धारण के लिए हिजिरी कैलेंडर चंद्रमा का उपयोग करता है। एक चंद्र मास 29.5 दिनों से थोड़ा
अधिक समय तक रहता है। सुविधा के लिए एक महीना इस्लामिक कैलेंडर एक के बाद एक 29 दिन या 30
दिन का होता है। तो 29-दिन के महीने के बाद 30-दिन का महीना (29+30, 29.5+29.5) के समान है।
अधिकांश वर्षों में, इसका मतलब है कि 12 महीनों का एक वर्ष 354 दिनों का होता है। लेकिन वह "थोड़ा
ओवर" हर महीने 44 मिनट का होता है, इसलिए कैलेंडर को वास्तविकता के अनुरूप रखने के लिए, लगभग
हर तीसरे वर्ष एक अतिरिक्त दिन की आवश्यकता होती है, इसलिए ये वर्ष 355 दिन लंबे होते हैं। प्राचीन
दक्षिण अरब कैलेंडर के शिलालेखों से कई स्थानीय कैलेंडर के उपयोग का पता चलता है। अल-बिरूनी और
अल-मसूदी दोनों का सुझाव है कि प्राचीन अरबों ने मुसलमानों के समान महीने के नामों का इस्तेमाल
किया था, हालांकि वे पूर्व-इस्लामी अरबों द्वारा इस्तेमाल किए गए अन्य महीनों के नाम भी दर्ज करते हैं।
हिजरी कैलेंडर मास अथवा महीने निम्नवत दिए गए हैं:
1. मुहरम محرّم (पूरा नाम: मुहरम उल-हराम)
2. सफ़र صفر (पूरा नाम: सफर उल-मुज़फ्फर)
3. रबी अल-अव्वल (रबी उणन्नुर्) - मीलाद उन-नबी - ईद ए मीलाद - ربيع الأول
4. रबी अल-थानी (या रबी अल-थानी, रबी अल-आखिर) (Rabī' II) ربيع الآخر أو ربيع الثاني
5. जमाद अल-अव्वल या जमादि उल अव्वल (जुमादा I) جمادى الاولى
6. जमाद अल-थानी या जमादि उल थानी या जमादि उल आखिर (या जुमादा अल-आखीर)
(जुमादा II) جمادى الآخر أو جمادى الثاني
7. रज्जब या रजब رجب (पूरा नाम: रज्जब अल-मुरज्जब)
8. शआबान شعبان (पूरा नाम: शाअबान अल-मुआज़म) या साधारण नाम शाबान
9. रमजा़न या रमदान رمضان (पूरा नाम: रमदान अल-मुबारक)
10. शव्वाल شوّال (पूरा नाम: शव्वाल उल-मुकरर्म)
11. ज़ु अल-क़ादा या ज़ुल क़ादा - ذو القعدة
उक्त सभी महीनों में, रमजान का महीना, सबसे पाक माना जाता है। मुस्लिम समुदाय इस पूरे महीने को
बड़ी सादगी के साथ व्यतीत करता है। क्यों की मान्यता है की इस्मे प्यारे नबी सल्ल्ल््लाहु अल््य्ही
व्स्ल्ल्म की पैदाइष (उन्होंने जन्म लिया था) हुई। इस्लामी वर्ष यानी हिजरी वर्ष के पहले माह को इस्लाम
के चार पवित्र महीनों में शुमार किया जाता है। मुहर्रम इस्लामी कैलेंडर की शुरुआत का प्रतीक है। इस मास
में रोजा रखने की खास अहमियत दी जाती है। हजरत मुहम्मद (सल्ल.) ने एक बार मुहर्रम का जिक्र करते
हुए इसे अल्लाह का महीना कहा। हदीस के अनुसार हजरत मुहम्मद (सल्ल.) ने कहा है कि रमजान के
अलावा अल्लाह के महीने यानी मुहर्रम में रखे गए सबसे उत्तम रोजे हैं। कहा जाता है कि इस दिन अल्लाह
के नबी हजरत नूह (अ.) की किश्ती को किनारा मिला था। इसके साथ ही इस्लाम में मुहर्रम का त्योहार
अन्याय पर न्याय की जीत और असत्य पर सत्य की जीत का प्रतीक है। महीने के दौरान, अलेविस शिया
इस्लाम के 12 इमामों को सम्मान देने और शोक मनाने के लिए 12 दिनों के लिए उपवास करते हैं। शिया
मुसलमान इस दौरान हुसैन के बारे में एक किताब ज़ियारंत अशूरा भी पढ़ते हैं। मुहर्रम पर कर्बला की लड़ाई
के दौरान मारे गए और सिर काट दिए गए पैगंबर मुहम्मद के पोते मुहर्रम पर हुसैन इमाम की मौत पर
शोक व्यक्त किया जाता हैं। इन दिनों इस्लाम द्वारा युद्ध की मनाही है और इसे रमजान के बाद दूसरा
सबसे पवित्र महीना माना जाता है।
अन्य सभी की भांति इस्लामी कैलेंडर के भी सात सप्ताही दिन होते हैं जो क्रमशः हैं
इस्लामी कैलेंडर के अनुसार आने वाले वर्ष 2022 की महत्वपूर्ण धार्मिक तिथियां निम्नवत दी गई हैं
रमजान शुरू - 2 अप्रैल 2022
ईद उल फितर - 2 मई 2022
पहली धुल हिज्जा - 30 जून 2022
अराफा का दिन - 8 जुलाई 2022
ईद उल अधा - 9 जुलाई 2022
इस्लामी नया साल (पहला मुहर्रम 1443) - 30 जुलाई 2022
आशूरा का दिन (10 वां मुहर्रम) – 8 अगस्त 2022
12वीं रबी अल अव्वल - 8 अक्टूबर 2022
*ये तिथियां चंद्रमा के दर्शन पर निर्भर करती हैं!
संदर्भ
https://bit.ly/3mrYxUo
https://en.wikipedia.org/wiki/Muharram
https://en.wikipedia.org/wiki/Islamic_calendar
https://www.islamic-relief.org.uk/islamic-calendar/
चित्र संदर्भ
1. इस्लामी कैलेंडर LACMA M.89.21 को दर्शाता एक चित्रण (flickr)
2. ओल्ड सिटी, जेरूसलम में एक पुस्तकालय की सिविल और हिजरी स्थापना तिथियों को दर्शाता एक चित्रण (flickr)
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