संयुक्त राष्ट्र UN का शांति संगठन रूप में कार्य‚ शाखाएं तथा भारत में इनका संचालन

आधुनिक राज्य: 1947 से अब तक
20-12-2021 10:15 AM
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संयुक्त राष्ट्र  UN का शांति संगठन रूप में कार्य‚ शाखाएं तथा भारत में इनका संचालन

“संयुक्त राष्ट्र” (United Nations) दुनिया का सबसे बड़ा और सबसे परिचित एक ऐसा अंतरराष्ट्रीय संगठन है‚ जिसका उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा बनाए रखना‚ राष्ट्रों के बीच मैत्रीपूर्ण संबंध विकसित करना‚ अंतर्राष्ट्रीय सहयोग प्राप्त करना और राष्ट्रों के कार्यों में सामंजस्य स्थापित करना इत्यादि है। संयुक्त राष्ट्र का मुख्यालय न्यूयॉर्क (New York) शहर में अंतरराष्ट्रीय क्षेत्र में है‚ और जिनेवा (Geneva)‚ नैरोबी (Nairobi)‚ वियना (Vienna) और हेग (Hague) में अन्य मुख्य कार्यालय हैं।
संयुक्त राष्ट्र की स्थापना द्वितीय विश्व युद्ध के बाद भविष्य के युद्धों को रोकने के उद्देश्य से की गई थी। 1945 में द्वितीय विश्व युद्ध समापन के समय दुनिया शांति चाहती थी। जिसे ध्यान में रखते हुए 25 अप्रैल से 26 जून 1945 तक सैन फ्रांसिस्को‚ कैलिफोर्निया (San Francisco‚ California) में संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन का आयोजन किया गया और एक नया अंतर्राष्ट्रीय संगठन बनाया गया जिसे संयुक्त राष्ट्र कहा गया। इससे आशा की गई थी की यह एक और विश्व युद्ध को रोक देगा। सैन फ्रांसिस्को सम्मेलन समाप्त होने के चार महीने बाद‚ संयुक्त राष्ट्र आधिकारिक रूप से 24 अक्टूबर 1945 को शुरू हुआ। अब 76 से अधिक वर्षों के बाद भी संयुक्त राष्ट्र अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा बनाए रखने‚ जरूरतमंद लोगों को मानवीय सहायता देने‚ मानवाधिकारों की रक्षा करने और अंतर्राष्ट्रीय कानून को बनाए रखने के लिए काम कर रहा है। संयुक्त राष्ट्र के छह प्रमुख अंग हैं‚ महासभा‚ सुरक्षा परिषद‚ आर्थिक और सामाजिक परिषद‚ न्यासी परिषद‚ अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय न्याय‚ और संयुक्त राष्ट्र सचिवालय। संयुक्त राष्ट्र‚ संयुक्त राष्ट्र प्रणाली का एक हिस्सा है‚ जिसमें संयुक्त राष्ट्र के अलावा‚ कई निधि‚ कार्यक्रम और विशेष एजेंसियां शामिल हैं‚ जिनका कार्य नेतृत्व करना है और बजट का अपना क्षेत्र है। संयुक्त राष्ट्र इन संयुक्त राष्ट्र प्रणाली संस्थाओं के साथ अपने काम का समन्वय करता है‚ जो अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करने के लिए संगठन के साथ सहयोग करता है। संयुक्त राष्ट्र एजेंसी के कई रूप हैं जैसे;
1. “संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम” (United Nations Development Programme UNDP)‚ इसका मुख्यालय न्यूयॉर्क शहर‚ अमेरिका में है। संयुक्त राष्ट्र की विकास एजेंसी के रूप में‚ यह सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने में देशों की मदद करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
2. इसी तरह 1972 में “स्थापित संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम” (United Nations Environment Programme UNEP)‚ की इस संयुक्त राष्ट्रप्रणाली के भीतर पर्यावरण के लिए आवाज है‚ इसका मुख्यालय नैरोबी‚ केन्या (Nairobi‚ Kenya) में है। यह वैश्विक पर्यावरण के सही उपयोग तथा सतत विकास को बढ़ावा देने के लिए उत्प्रेरक के रूप में कार्य करता है।
3. “संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष” (United Nations Population Fund UNFPA)‚ संयुक्त राष्ट्र की प्रमुख एजेंसी है‚ जिसके प्रमुख कार्यों में परिवार नियाजन‚ प्रजनन अधिकारों को बाढ़ावा देना‚ मातृ मृत्‍यु दर को कम करना तथा यौन और प्रजनन स्‍वास्‍थ्‍य तक सार्वभौमिक पहुंच प्राप्‍त करना शामिल है‚ इसका मुख्यालय न्यूयॉर्क शहर‚ अमेरिका में है।
4. “संयुक्त राष्ट्र मानव बस्ती कार्यक्रम” (United Nations Human Settlements Programme UN-HABITAT) का लक्ष्य सामाजिक और पर्यावरणीय रूप से स्थायी मानव बस्तियों के विकास और सभी के लिए पर्याप्त आश्रय की उपलब्धता को विकसित करना है‚ इसका मुख्यालय नैरोबी‚ केन्या में है।
5. “संयुक्त राष्ट्र बाल कोष” (United Nations Children’s Fund UNEP UNICEF)‚ 190 देशों और क्षेत्रों में बच्चों के जीवन को बचाने‚ उनके अधिकारों की रक्षा करने और बचपन से किशोरावस्था तक उनकी क्षमता को पूरा करने में सहायता करता है‚ इसका मुख्यालय न्यूयॉर्क शहर‚ अमेरिका में है।
6. “विश्व खाद्य कार्यक्रम” (World Food Programme WFP) इसका उद्देश्य भूख और कुपोषण को मिटाना है। इस कार्यक्रम को 2020 में नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था‚ इसका मुख्यालय रोम‚ इटली (Rome‚ Italy) में स्थित है। संयुक्त राष्ट्र की विशेष एजेंसियों को संयुक्त राष्ट्र द्वारा उभरती जरूरतों को पूरा करने के लिए बनाया गया था। जिनमें से कुछ प्रमुख एजेंसियों में :
“खाद्य और कृषि संगठन” (FAO)‚
“अंतर्राष्ट्रीय नागर विमानन संगठन” (ICAO)‚
“कृषि विकास अंतर्राष्ट्रीय कोष” (IFAD)‚
“संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक‚ वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक संगठन” (UNESCO)‚
“संयुक्त राष्ट्र औद्योगिक विकास संगठन” (UNIDO)‚
“विश्व स्वास्थ्य संगठन” (WHO)‚
“विश्व बैंक” (WORLD BANK)‚
“अंतर्राष्ट्रीय समुद्री संगठन” (IMO)‚
“अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ” (ITU)‚
“संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संगठन” (UNWTO)‚
“यूनिवर्सल पोस्टल यूनियन” (UPU)‚
“विश्व बौद्धिक संपदा संगठन” (WIPO)‚
“विश्व मौसम विज्ञान संगठन” (WMO) आदि कई संगठन शामिल हैं।
भारत में संयुक्त राष्ट्र प्रणाली में 26 संगठन शामिल हैं‚ जिन्हें भारत में सेवा करने का विशेषाधिकार प्राप्त है। रेजिडेंट कोऑर्डिनेटर (Resident Coordinator)‚ सरकार के संयुक्त राष्ट्र महासचिव के नामित प्रतिनिधि हैं‚ जो संयुक्त राष्ट्र के जनादेश की वकालत करने के लिए‚ पूरे संयुक्त राष्ट्र‚ परिवार के समर्थन और मार्गदर्शन पर चित्रण करते हुए‚ संयुक्त राष्ट्र की टीम का नेतृत्व करते हैं। भारत में कुछ प्रमुख एजेंसियां स्थापित हैं जैसे; “प्रौद्योगिकी के हस्तांतरण के लिए एशियाई और प्रशांत केंद्र” (Asian and Pacific Centre for Transfer of Technology APCTT)‚ यह एशिया और प्रशांत क्षेत्र के लिए संयुक्त राष्ट्र आर्थिक और सामाजिक आयोग (United Nation Economic and Social Commission for Asia and the Pacific UNESCAP) की एक क्षेत्रीय संस्था है‚ जो एशिया-प्रशांत क्षेत्र की सेवा करती है। यह प्रौद्योगिकी सूचना‚ प्रौद्योगिकी हस्तांतरण और नवाचार प्रबंधन से संबंधित गतिविधियों पर ध्यान केंद्रित करता है‚ जो पर्यावरण की दृष्टि से जिम्मेदार और लिंग के प्रति जागरूक हैं। “अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन” (International Labour Organization ILO) की स्थापना 1919 में सरकारों‚ नियोक्ताओं और श्रमिकों को सामाजिक न्याय और हर जगह बेहतर जीवन स्थितियों को लाने के लिए की गई थी। “अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष” (International Monetary Fund IMF) 1945 में बनाया गया‚ 189 देशों का एक संगठन है‚ जो वैश्विक मौद्रिक सहयोग को बढ़ावा देने‚ वित्तीय स्थिरता को सुरक्षित करने‚ अंतर्राष्ट्रीय व्यापार को सुविधाजनक बनाने‚ उच्च रोजगार और सतत आर्थिक विकास को बढ़ावा देने और दुनिया भर में गरीबी को कम करने और अन्य कई कार्य के लिए काम कर रहा है। “प्रवासन के लिए अंतर्राष्ट्रीय संगठन” (International Organization for Migration IOM) का लक्ष्य मुख्य रूप से प्रवासियों के अधिकारों की रक्षा करना‚ प्रवासन स्वास्थ्य में वृद्धि और प्रवास के जेंडर आयाम को मुख्य धारा में लाना है तथा यह इस सिद्धांत के लिए प्रतिबद्ध है कि मानवीय और व्यवस्थित प्रवासन से प्रवासियों और समाज को लाभ होता है। अपनी गतिविधियों के माध्यम से‚ संगठन का उद्देश्य अंतर्राष्ट्रीय प्रवासन कानून‚ नीतिगत बहस और मार्गदर्शन को बढ़ावा देना है। इसी प्रकार कुछ अन्य एजेंसियां भी संयुक्त राष्ट्र में शामिल हैं जो भारत में अपनी सेवाएं प्रदान कर रही हैं।

संदर्भ:

https://bit.ly/3E2ELod
https://bit.ly/3me9Ejx
https://bit.ly/3E4qWpu
https://bit.ly/3J178qI
https://bit.ly/32biXK6

चित्र संदर्भ

1. जिनेवा (स्विट्जरलैंड) में संयुक्त राष्ट्र कार्यालय संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय (न्यूयॉर्क शहर) के बाद संयुक्त राष्ट्र का दूसरा सबसे बड़ा केंद्र है। जिसको दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
2. संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देशों को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
3. एशिया और प्रशांत के लिए संयुक्त राष्ट्र आर्थिक और सामाजिक आयोग के सदस्य राज्यों को दिखाने वाला नक्शा। जिसको दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)

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