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हमारे जीवन में वनों के महत्व को कम नहीं आंका जा सकता है। हम अपने अस्तित्व
के लिए वनों पर ही निर्भर हैं, लकडि़यां जिनका
हम उपयोग करते हैं जब वे जीवित अवस्था में होती हैं तो वे हमें वायु के माध्यम
से ऑक्सीजन प्रदान करती हैं। वन्य जीवों का आवास और मनुष्य को आजीविका प्रदान
करने के अतिरिक्त वन जल संरक्षण प्रदान करते हैं, मिट्टी को क्षरण से रोकते हैं और जलवायु परिवर्तन को कम
करते हैं। हमारी वनों पर इतनी निर्भरता होने के बावजूद भी हम इन्हें निरंतर
विलुप्ति के कगार पर लाकर खड़ा कर रहे हैं। आज वनों ने आपके जीवन को कैसे प्रभावित
किया है? आपने अपना नाश्ता किया? एक बस या कार के माध्यम
से अपने काम के लिए निकले? एक कुर्सी पर बैठे? खरीदारी की सूची बनाई? पार्किंग टिकट (parking ticket) मिला? किसी टिसू (tissue) से अपनी नाक साफ की? वन उत्पाद हमारी
कल्पना से भी अधिक हमारे दैनिक जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। 2 बिलियन से
अधिक लोग जंगलों पर भरोसा करते हैं। वन हमें आश्रय, आजीविका, पानी, भोजन और ईंधन
सुरक्षा प्रदान करते हैं। इन सभी गतिविधियों में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से
वन शामिल हैं। वनों से प्राप्त कुछ चीजों का पता लगाना आसान है जैसे-फल, कागज और पेड़ों से लकड़ी आदि। अन्य कई अप्रत्यक्ष हैं किंतु वनों का हिस्सा
ही हैं जैसे उप-उत्पाद जो दवा, सौंदर्य प्रसाधन और डिटर्जेंट (detergents) जैसी रोजमर्रा की वस्तुओं में उपयोग किए जाते हैं। दुनिया
भर में वन 13 मिलियन से अधिक लोगों के लिए रोजगार प्रदान करते हैं। इसके अलावा, 300 मिलियन लोग वनों में रहते हैं, जिनमें 60 मिलियन स्थानीय
लोग भी शामिल हैं। फिर भी, हम इन्हें समाप्त कर रहे हैं। 1990 और 2015
के बीच, विश्व से लगभग 129 मिलियन हेक्टेयर जंगल समाप्त हो गए, जिसका क्षेत्रफल लगभग दक्षिण अफ्रीका के आकार का था। जब हम जंगलों को नष्ट करते
हैं तो यह सिर्फ पेड़ नहीं होते हैं। संपूर्ण पारिस्थितिकी तंत्र होता है जो गंभीर
परिणामों के साथ हमसे अलग होना शुरू हो जाता है।
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