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जौनपुर आलू उत्पादन का गढ़ है। शहर, उपज को नुकसान पहुंचाने वाले कीटों से निपटने में पूरी तरह सक्षम है, लेकिन दूसरी तरफ कुछ कीट ऐसे भी होते हैं, जो सब्जियों की अच्छी पैदावार में मदद करते हैं। सामान्य सब्जियों जैसे आलू, टमाटर, पत्ता गोभी और बाकी दूसरे पौधों की बढ़वार में मदद करने वाले कुछ कीट हैं- गुबरैला, झींगुर आदि।
आलू की फसल को नुकसान पहुंचाने वाले कीट
कोलोराडो (Colorado)
यह पूरी तरह विकसित होने पर पत्तियों को नष्ट कर देते हैं। इनका लारवा लाल गुलाबी रंग का होता है और दोनों तरफ 22 धारियां होती हैं। बड़े होने पर यह पीले रंग का हो जाता है और इस पर काली धारियां होती हैं। आकार में गोल और 3/8 इंच लंबा यह कीट पूरी गर्मी भर सक्रिय रहता है। इसकी बाई और दाहिनी दोनों तरफ एक जैसी होती हैं।
ट्यूबर फ्ली ( कंद पिस्सू (Tuber Flea)) और कैटरपिलर (Caterpillar)
इनकी दूसरे कीटों की तरह ही बनावट होती है- सिर, थोरेक्स (Thorax) ( जिसमें 3 जोड़ी टांगे होती है) और पेट( जिसमें मांसल प्रक्षेपण होते हैं, जो टांगों की तरह काम करते हैं)।
चूसने वाले कीट- इसके पांच प्रकार के आकार होते हैं- थ्रिप्स (Thrips), अफिड्स (Aphids), प्सीलिड्स (Psyllids), लीफहोप्पेर्स (Leafhoppers) और घुन (Mites)। वयस्क घुन की आठ टाँगें होती हैं। यह मकड़ी से मिलते जुलते हैं। कुछ के शरीर के दोनों भागों में काले धब्बे होते हैं। पश्चिमी पुष्पों के थ्रिप्स और प्याज के थ्रिप्स में कुछ अंतर होते हैं। पश्चिमी पुष्प थ्रिप्स में सिर के पीछे कंधे पर दो लंबे बाल होते हैं, प्याज थ्रिप्स में वह नहीं होते। पश्चिमी पुष्प थ्रिप्स में 8 एन्टीनल (Antennal) भाग होते हैं, जबकि प्याज थ्रिप्स में केवल 7 होते हैं।
पोटैटो ट्यूबर वॉर्म /मॉथ (Potato Tuber Worm/Moth)
इसके शरीर के धब्बे मुश्किल से ही दिखते हैं। इसका सिर भूरा होता है । एन्टीनाए (Antennae) भी भूरी होती है। पेट के निचले हिस्से में पीले रंग का क्षेत्र होता है। ट्यूबर वर्म (Tuber Worm) आलू के कंद को नष्ट करता है।
लाभकारी शिकारी और परजीवी
इनके उदाहरण हैं- बड़ी आंखों वाले खटमल। छोटे मुलायम शरीर के कीड़े जिसके उदाहरण हैं- थ्रिप्स (Thrips), साईल्लीड (Psyllids), अफिड्स (Aphids), छोटे कीड़े (Small Worms), कीड़ों के अंडे और माइट (Mite)।
फायदेमंद लेडीबग या गुबरैला
ये बिल्कुल अलग शक्ल के होते हैं, कुछ-कुछ घड़ियाल जैसे। लंबी पतली काली काया और उसमें उठे हुए उभार। यह मालियों और उनके बगीचों के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। लारवा और वयस्क गुबरैलै अफिड्स, मकड़ी की कुटकी और मीली बग का शिकार करते हैं।
लाभकारी बागवानी कीट : ग्राउंड बीटल (Coleopatra)
इनकी 2500 प्रजातियों में से लगभग सभी कीट 1/8 से डेढ़ इंच लंबे, काले, चमकदार और मजबूत कवच वाले होते हैं। इनका रंग बदलता रहता है- भूरे से काला। जमीनी कीट कंपोस्ट (Compost) के ढेर में, गीली घास में या ढके हुए स्थानों पर स्थाई पेड़ों के आसपास होते हैं। इनमें से कुछ खड़ी सुरंगे बनाते हैं ताकि कीड़ों को पकड़ सके। ज्यादातर कीट रात में घूमते हैं। दूसरे बाग के कीड़ों के मुकाबले यह कीट दीर्घायु वाले होते हैं और 1 साल से ज्यादा बाग की रक्षा करते हैं, कभी-कभी ये केचुओं को भी खा जाते हैं। इन्हें सड़ती हुई लकड़ियों के ढेर के पास पाया जा सकता है।
बगीचों की रक्षा में सनद्ध 10 प्रमुख कीट
भले ही लोगों को कीट पसंद ना हो, या उनसे डरते हो, लेकिन सच तो यह है कि कुछ प्रजातियों को नुकसानदेह, कीड़े को बिना जांचे मान लिया जाता है। वास्तव में हमें उनका धन्यवाद अदा करना चाहिए कि वह हमारा बगीचा स्वस्थ रखकर इतनी बड़ी सेवा कर रहे हैं। यहां पर ऐसे रक्षक कुछ कीटों के नाम दर्ज हैं-
लेडीबग (Ladybug)
लेसविंग (Lacewing)
होवरफ्लाई (Hoverfly)
प्रेडेटरी बग (Predatory Bug)
ग्राउंड बीटल (Ground Beetle)
वास्प्स (Wasps)
स्पाइडर (Spider)
टाचीनीद फ्लाई (Tachinid Fly)
ड्रैगनफ्लाई (Dragonfly)
हनी बी (Honey Bee)
यह सबसे अधिक महत्वपूर्ण कीटों का संग्रह है, जो बगीचे के आसपास रहता है। उनके लिए एक घर कोशिश होनी चाहिए, बदले में वह अनेक बार आपकी मदद करेंगे। हानिकारक कीटों को नष्ट करने के अलावा यह कीट देखने में भी बहुत खूबसूरत होते हैं।
ग्राउंड बीटल: जमीनी झींगुर
इनका बहुत बड़ा परिवार होता है। इनकी विश्व भर में 40,000 से ज्यादा प्रजातियां हैं, जिनमें से 2000 उत्तरी अमेरिका और 2700 यूरोप में होती हैं। 2015 में यह 10 विशिष्ट पशु परिवारों में शामिल थी।
परिचय और पारिस्थितिकी
हालांकि उनके शरीर का आकार और रंग बदलता रहता है, फिर भी मोटे तौर पर यह ज्यादातर चमकीले काले या धातु के रंग के और पंखों से ढके होते हैं। ये वायलिन बीटल (Violin Beetle) के नाम से भी जाने जाते हैं क्योंकि उनके शरीर की खास ढंग की बनावट होती है। कुछ झींगुर बॉम्बार्डियर बीटल (Bombardier beetle) कहलाते हैं। इनसे एक प्रकार का सुरक्षात्मक स्त्राव एक खास आवाज के साथ होता है।
एक लोक कथा है कि चार्ल्स डिकेंस (Charles Dickens) पर एक बार बम वर्षक झिंगुर ने आक्रमण कर दिया था। इसके बारे में उन्होंने अपनी आत्मकथा में एक पैराग्राफ (Paragraph) लिखा है।
मुख्य रूप से झींगुर पेड़ों की छालों में, चट्टानों के बीच या तालाबों और नदियों की रेत में रहते हैं। टाइगर बीटल (Tiger Beetle) 9 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से अपने शिकार के पीछे भागते हैं। अपने शरीर की लंबाई के हिसाब से यह दुनिया के सबसे तेज जमीनी पशु होते हैं।
मनुष्यों से संबंध
अधिकतर झींगुर लाभकारी जीव होते हैं। चार्ल्स डार्विन (Charles Darwin) इनका बहुत उत्साह से अपने पास संग्रह रखते थे। उस समय उनकी उम्र तकरीबन 20 साल थी। उन्होंने अपनी आत्मकथा में लिखा है- किसी कवि को अपनी पहली कविता के छपने की जितनी खुशी होती है, वह मैंने स्टीफेन के ब्रिटिश कीटों के जादुई शब्दों के चित्रण में पाया।
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