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क्षुद्रग्रह हमले मानव जाति के लिए सबसे बड़े अस्तित्वगत खतरों में से एक हैं तथा ये अंतरिक्ष की निरंतर निगरानी के महत्व को रेखांकित करते हैं। हाल ही में एक खगोलशास्त्री ने विशेष रूप से बताया है कि कैसे अवांछित अंतरिक्ष चट्टानों पर नज़र रखी जाती है। अमेरिका स्थित अंतरिक्ष संस्था राष्ट्रीय वैमानिकी एवं अन्तरिक्ष प्रशासन (National Aeronautics and Space Administration-NASA) के अनुसार, पृथ्वी के निकट क्षुद्रग्रहों की संख्या पिछले साल की तुलना में 22,000 से भी अधिक है और हर हफ्ते औसतन 30 नई अंतरिक्ष चट्टान खोजों के साथ, महत्वपूर्ण रूप से घातक क्षुद्रग्रहों का पता लगाने का महत्व बढ़ रहा है। परिणामस्वरूप नासा वर्षों से क्षुद्रग्रह हमलों से पृथ्वी की रक्षा के लिए तैयार है। पृथ्वी के बहुत पास से गुजरने वाले क्षुद्रग्रह को वास्तव में पृष्ठभूमि के सितारों के आर-पार से गुजरते हुए देखा जा सकता है। क्षुद्रग्रह और धूमकेतु प्रभाव बहुत बार होते हैं लेकिन कई बड़ी वस्तुएं भी हैं, जो पृथ्वी (विशेष रूप से यूरोपीय देशों के आकार वाले छोटे देशों) से टकराने की क्षमता रखते हैं किंतु इस तरह के प्रभाव कुछ हजार वर्षों में होते हैं, इसलिए आमतौर पर हमें इसकी चिंता नहीं करनी चाहिए। लेकिन समस्या यह है कि यह एक सांख्यिकीय घटना है और वास्तव में बहुत अधिक चेतावनी के बिना किसी भी समय हो सकती है। हालांकि वर्तमान समय में कई वेधशालाएं अत्याधुनिक तकनीकों से परिपूर्ण हैं लेकिन क्षुद्रग्रह का पता लगाने में अनेकों कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। इस प्रकार ऐसी वस्तुओं की तलाश की जाती है जो तारों की पृष्ठभूमि के खिलाफ काफी तेजी से आगे बढ़ती हैं क्योंकि अत्यधिक दूरी पर होने के कारण तारे स्थानांतरित होते हुए नहीं दिखाई देते हैं। पृथ्वी के बहुत पास से गुजरने वाले क्षुद्रग्रहों को वास्तव में पृष्ठभूमि के सितारों के आर-पार जाते देखा जा सकता है। यह सब एक विशेष सॉफ़्टवेयर (Software) की मदद से किया जाता है, जो गतिमान वस्तुओं का पता लगाते हैं। सांख्यिकीय जनसंख्या अनुमानों के आधार पर, 460 फीट से बड़े पृथ्वी-निकट वस्तुओं (Near-Earth Objects- NEOs) के लगभग दो तिहाई हिस्से को अभी भी खोजा जाना बाकी है। नासा पृथ्वी के साथ टकराने की सम्भावना रखने वाले क्षुद्रग्रहों का पता लगाने में सक्षम एक अवरक्त दूरबीन (Infrared telescope) को लॉन्च (Launch) करने की योजना में तेजी ला रहा है। पृथ्वी से टकराने में सक्षम अंतरिक्ष की गतिशील वस्तुओं को पहचानने और उनका पीछा करने के लिए नासा ने ग्रह रक्षा कार्यक्रम (Planetary Defense Program) संचालित किया है। ग्रह रक्षा शब्द का उपयोग पृथ्वी के आस-पास संभावित क्षुद्रग्रह या धूमकेतु के होने की संभावना और उसके प्रभाव का पता लगाने और चेतावनी देने के लिए किया जाता है, जिसके बाद इनके प्रभावों को रोकने या कम करने का प्रयास किया जाता है। इसके अंतर्गत पृथ्वी के आस-पास गति कर रही वस्तुओं की पहले खोज की जाती है और फिर उनका पीछा किया जाता है। जब क्षुद्रग्रह खोज लिया जाता है उसके बाद संस्था इसकी कक्षा, प्रक्षेप पथ, आकार, आकृति, द्रव्यमान, रचना, घूर्णी गतिकी और अन्य मापदंडों को निर्धारित करती है। यह विशेषज्ञों को संभावित घटना के प्रभाव की गंभीरता को निर्धारित करने, इसके समय और संभावित प्रभावों की चेतावनी देने और प्रभाव को कम करने के साधनों की गणना करने की अनुमति देता है। इसके माध्यम से ऐसे क्षुद्रग्रह जिन्हें रोका नहीं जा सकता उनके प्रभावों को कम करने का प्रयास किया जाता है या उनके मार्ग को बाधित किया जाता है।
नासा के पृथ्वी-निकट वस्तु अवलोकन कार्यक्रम (Near Earth Object Observations- NEOO) को पृथ्वी के निकट स्थित वस्तुओं को खोजने, उनका पीछा करने और उन्हें चिह्नित करने का कार्य सौंपा गया है। यह उन वस्तुओं की पहचान भी करता है जो पृथ्वी के लिए खतरा पैदा कर सकते हैं। ग्राउंड-आधारित टेलीस्कोप (Ground-based telescope) और नासा के नियर-अर्थ ऑब्जेक्ट वाइड-फील्ड इन्फ्रारेड सर्वे एक्सप्लोरर (Near-Earth Object Wide-field Infrared Survey Explorer –NEOWISE) अंतरिक्ष यान पृथ्वी के निकट स्थित वस्तुओं को खोजने के वर्तमान साधन हैं। वित्त वर्ष 2013 में NEO के अवलोकन कार्यक्रम ने संचालित की जा रही 41 परियोजनाओं का समर्थन किया, जिसमें 5 खोज और ट्रैकिंग (Tracking) अभियान,10 अनुवर्ती सर्वेक्षण, 9 विशेषीकरण लक्षण वर्णन प्रयास, 3 रडार (Radar) परियोजनाएं, 4 डाटा प्रोसेसिंग (Data Processing) और प्रबंधन परियोजनाएं, 6 प्रौद्योगिकी विकास परियोजनाएं, और 4 प्रभाव शमन के लिए तकनीकों का अध्ययन शामिल हैं। देश भर की कई खगोलविद टीमें नासा के पृथ्वी-निकट वस्तु अवलोकन कार्यक्रम के तहत काम करती हैं, जिससे NEO की खोज, निगरानी और अध्ययन में मदद मिलती है। वर्तमान में NEO की अधिकांश खोज करने वाली वेधशालाएँ एरिज़ोना(Arizona) में कैटालिना स्काई सर्वे दूरबीन (Catalina Sky Survey Telescope) और हवाई(Hawaii) में पेनक्रोमाटिक सर्वेक्षण टेलीस्कोप और रैपिड रिपोर्टिंग सिस्टम (Panchromatic Survey Telescope and Rapid Reporting System -Pan-STARRS) दूरबीन हैं। नासा NEOWISEअंतरिक्ष दूरबीन भी NEO को दर्शाता है और उनके भौतिक आकार पर महत्वपूर्ण आंकड़े प्रदान करता है। पृथ्वी-निकट वस्तु अवलोकन कार्यक्रम द्वारा समर्थित अन्य खगोलविद अतिरिक्त माप हेतु खोजों का पालन करने के लिए दूरबीनों का उपयोग करते हैं। ये सभी पर्यवेक्षक अपने माप को माइनर प्लेनेट सेंटर (Minor Planet Center) में भेजते हैं, जहां इन आंकड़ों का उपयोग सभी ज्ञात पृथ्वी के निकट स्थित वस्तुओं के लिए उच्च-सटीक कक्षाओं की गणना करने और इस सम्बंध में भविष्यवाणी करने के लिए किया जाता है। नासा और उसके साथी एक खतरनाक क्षुद्रग्रह को विक्षेपित करने के लिए कई अलग-अलग तरीकों का अध्ययन कर रहे हैं। इन तकनीकों में से सबसे उन्नत को गतिज उल्का (Kinetic Impactor) कहा जाता है और इस तकनीक को प्रदर्शित करने के लिए संचालित किया गया मिशन डबल-क्षुद्रग्रह पुनर्निर्देशन परीक्षण (DART) के नाम से जाना जाता है। हेरा अंतरिक्ष मिशन (Hera Space Mission), डबल क्षुद्रग्रह पुनर्निर्देशन परीक्षण, उल्का के क्षुद्रग्रह के साथ टक्कर के प्रभाव का विश्लेषण करेगा। यह पहली बार है जब किसी क्षुद्रग्रह के विक्षेपण का प्रयास किया गया है। इसका उद्देश्य पृथ्वी को प्रभावित करने वाले क्षुद्रग्रह के जोखिम को पहचानना है। अपने वर्तमान व्यवस्था विन्यास में, परियोजना अमेरिका द्वारा डिज़ाइन किए गए DART उल्का और हेरा ऑर्बिटर (Orbiter) को जोड़ती है, जो टकराव के बाद क्षुद्रग्रह के विक्षेपण को मापेगा। हेरा क्षुद्रग्रह के भौतिक गुणों और संरचना का विस्तृत वर्णन भी करेगी। मिशन द्विआधारी क्षुद्रग्रह डिडीमोस (Didymos) को लक्षित करेगा, जो DART द्वारा प्रभावित होगा। द्विआधारी निकाय को लक्षित करने से तुरंत विक्षेपण के प्रभावों का निरीक्षण करने में मदद मिलेगी। हालांकि DART/ हेरा मिशन का लक्ष्य ग्रहों की रक्षा रणनीतियों पर केंद्रित है, लेकिन एकत्रित किए गए आंकड़े न केवल उन वैज्ञानिकों, जो छोटी आकाशीय वस्तुओं का अध्ययन करते हैं, के लिए बहुत रुचि वाले होंगे बल्कि अंतरिक्ष में संभावित शोषणकारी संसाधनों से संबंधित लोगों के लिए भी रुचिकर होंगे। DART का लक्ष्य डिडिमोस बी (Didymos B) नामक एक बड़े क्षुद्रग्रह का चंद्रमा है। कार के आकार का DART अंतरिक्ष यान 13,000 मील प्रति घंटे की गति से फुटबॉल-स्टेडियम (Football stadium) के आकार के डिडिमोस B से टकरायेगा। इससे न केवल लक्ष्यीकरण प्रणाली की मजबूती की पुष्टि होगी बल्कि यह भी पता चलेगा कि टक्कर डिडिमोस के आसपास क्षुद्रग्रह चंद्रमा की कक्षा को कितना बदल देगी। वैज्ञानिक जमीन से B की कक्षा को निर्धारित करेंगे और DART टक्कर के बाद (यह देखने के लिए कि कक्षा कितनी बदल गई है) कक्षा को फिर से मापेंगे। इससे हमें पता चलेगा कि गतिज उल्का सूर्य के चारों ओर एक क्षुद्रग्रह का मार्ग कितना बदल सकता है। यदि एक संभावित प्रभाव से पहले खतरनाक क्षुद्रग्रह एक दशक या उससे अधिक के समय में पाया जाता है, तो यह समय क्षुद्रग्रह के लिए विक्षेपण मिशन शुरू करने का होगा और हमें इसकी कक्षा को केवल थोड़ा सा स्थानांतरित करने की आवश्यकता होगी ताकि हमारा ग्रह इस टकराव से बच सके। वर्तमान समय में वैज्ञानिक अंतरिक्ष में पृथ्वी के निकट स्थित किसी ऐसी वस्तु का पता नहीं लगा पाये हैं, जो पृथ्वी के लिए खतरनाक साबित हो किंतु यदि ऐसी स्थिति उत्पन्न होती है, तो इसके लिए वे एक काल्पनिक भयावह क्षुद्रग्रह के लिए मिशन डिजाइन करके अभ्यास कर रहे हैं।अभ्यास के लिए, नासा के विशेषज्ञों ने एक परिदृश्य तैयार किया है, जिसके अंतर्गत मार्च 2019 में वैज्ञानिकों ने एक क्षुद्रग्रह की खोज की है, जो अप्रैल 2027 में पृथ्वी पर प्रभाव डाल सकता है। यह एक काल्पनिक लेकिन यथार्थवादी परिदृश्य है। निश्चित रूप से, ऐसी स्थिति के लिए किसी भी प्रतिक्रिया का एक महत्वपूर्ण घटक अंतरिक्ष यान है। अंतरिक्ष संस्थाएं दो अलग-अलग प्रकार के मिशनों को एक साथ संचालित करना चाहती हैं: पहली पूर्व परीक्षण परियोजनाएं जो यथा संभव आत्मविश्वास से स्थिति का मूल्यांकन करने के लिए विशेषज्ञों को आवश्यक आंकड़े उपलब्ध करायेगी और दूसरी शमन परियोजनाएं जो एक आपदा को टालने में सक्षम हो सकती हैं।A. City Subscribers (FB + App) - This is the Total city-based unique subscribers from the Prarang Hindi FB page and the Prarang App who reached this specific post.
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