आइए, आज आनंद लें, कुछ अरबी और तुर्की गीतों का

ध्वनि 1- स्पन्दन से ध्वनि
25-08-2024 09:39 AM
Post Viewership from Post Date to 25- Sep-2024 31st day
City Subscribers (FB+App) Website (Direct+Google) Email Instagram Total
2560 119 2679

अपनी समृद्ध विविधता, जटिल लय और धुन तथा पारंपरिक वाद्ययंत्रों के उपयोग के कारण अरबी संगीत (Arabic music) को पूरे विश्व भर में बहुत पसंद किया जाता है। खालेद (Khaled), असील हमीम (Aseel Hameem), अम्र डायब (Amr Diab) और साद लैमजार्ड (Saad Lamjarred) अब तक के सबसे प्रसिद्ध अरबी गायक हैं। वहीं दूसरी ओर, यदि तुर्की संगीत (Turkish music) की बात करें, तो यह दोहराए गए नोट्स (notes) और अलंकरण, तथा ऊंचे और नरम अंशों के लिए जाना जाता है। अरबी देशों में संगीत की कई समृद्ध और विविध शैलियाँ देखने को मिलती हैं, जिसमें कई भाषाई बोलियों का समावेश भी देखने को मिलता है। यहां प्रत्येक देश और क्षेत्र का अपना पारंपरिक संगीत है। अरबी संगीत का कई अन्य क्षेत्रीय संगीत शैलियों और विधाओं के साथ संपर्क का एक लंबा इतिहास है। इसमें उन सभी लोगों के क्षेत्रों का पारंपरिक संगीत शामिल है, जो आज, अरब दुनिया का निर्माण करते हैं। यूरोपीय (European) मध्ययुगीन और शास्त्रीय संगीत में इस्तेमाल किए जाने वाले अधिकांश संगीत वाद्ययंत्रों में वे वाद्ययंत्रों शामिल हैं, जिनका सम्बंध अरब से है, या जिन्हें अरबी संगीत में उपयोग किया जाता है। कई मध्ययुगीन शंक्वाकार बोर उपकरणों (conical bore instruments) को संभवतः अरब संगीतकारों द्वारा पेश किया गया या लोकप्रिय बनाया गया, जिसमें ज़ेलामी (xelami) भी शामिल है। तो आइए, आज हम, अब तक के सबसे प्रसिद्ध अरबी और तुर्की गीतों के कुछ चलचित्र देखें। साथ ही हम, साद लैमजार्ड के LM3ALLEM, असील हमीम के 'सेर अलहयाह' (Ser Alhayah) और खालेद के 'दीदी' (Didi) जैसे अरबी गीतों का भी आनंद लेंगे। इसके अलावा, हम कुछ तुर्की गीतों जैसे 'इमराह करदुम' (Emrah Karaduman) और ‘सेन ओलसन बारी’ (Sen Olsan Bari) का भी आनंद लेंगे। 







संदर्भ:

https://tinyurl.com/38cdtb6c

https://tinyurl.com/yafc9by3

https://tinyurl.com/48nab79t

https://tinyurl.com/bdf38x5a

https://tinyurl.com/y87bdkbf

https://tinyurl.com/tfsnyvsb     

पिछला / Previous अगला / Next

Definitions of the Post Viewership Metrics

A. City Subscribers (FB + App) - This is the Total city-based unique subscribers from the Prarang Hindi FB page and the Prarang App who reached this specific post.

B. Website (Google + Direct) - This is the Total viewership of readers who reached this post directly through their browsers and via Google search.

C. Total Viewership — This is the Sum of all Subscribers (FB+App), Website (Google+Direct), Email, and Instagram who reached this Prarang post/page.

D. The Reach (Viewership) - The reach on the post is updated either on the 6th day from the day of posting or on the completion (Day 31 or 32) of one month from the day of posting.