इक्लेक्टिक डेकोर स्टाइल व विभिन्न फ़र्नीचर शैलियां, बनाएंगी हमारे घरों को अद्वितीय

घर- आन्तरिक साज सज्जा, कुर्सियाँ तथा दरियाँ
13-08-2024 09:23 AM
Post Viewership from Post Date to 13- Sep-2024 (31st) day
City Subscribers (FB+App) Website (Direct+Google) Email Instagram Total
2041 100 2141
इक्लेक्टिक डेकोर स्टाइल व विभिन्न फ़र्नीचर शैलियां,  बनाएंगी हमारे घरों को अद्वितीय
जौनपुर निवासियों, क्या आपने कभी ‘इक्लेक्टिक डेकोर स्टाइल(Eclectic décor style)’ के बारे में सुना है? इक्लेक्टिक सजावट की विशेषता, इसका सावधानीपूर्वक निर्माण और अप्रत्याशितता है। इक्लेक्टिक सजावट, पुरानी और नई शैलियों का मिश्रण तथा विभिन्न कालखंडों एवं कलाओं का संगम प्रस्तुत करती है। इस प्रकार, ऐसी सजावट वाला घर, हमेशा ही, पूरी तरह से अद्वितीय होगा। तो, आज हम, इक्लेक्टिक सजावट शैली, इसके इतिहास और विशेषताओं के बारे में विस्तार से जानेंगे। इसके अलावा, हम आज दुनिया भर में सबसे प्रसिद्ध कुछ फ़र्नीचर शैलियों के बारे में चर्चा करेंगे। हम सीखेंगे कि, क्या चीज़ उन्हें अद्वितीय बनाती है, और वे इतने लोकप्रिय क्यों हैं। अंत में, हम फ़र्नीचर खरीदते समय, विचार करने योग्य, 5 सबसे महत्वपूर्ण कारकों के बारे में बात करेंगे।
इक्लेक्टिक सजावट अनूठे रंग, बनावट और अद्वितीय अन्वेषण के संयमित उपयोग पर ध्यान केंद्रित करती है। इस सजावट की विशेषता सावधानीपूर्वक निर्माण और अप्रत्याशितता है।
इक्लेक्टिक, ग्रीक शब्द एलेक्टिकोस(eklektikos) से निकला है, जिसका अर्थ – ‘चयनात्मक’ या ‘सर्वश्रेष्ठ चुनना’ है। प्रारंभ में इस शब्द का प्रयोग, दर्शनशास्त्र के तर्कों में से, सर्वश्रेष्ठ तर्क चुनने की प्रक्रिया के लिए किया गया था। लेकिन, वैश्विक फ़ैशन के प्रति विक्टोरियन युग(Victorian-era) के जुनून के साथ, यह विचार 19वीं शताब्दी से वास्तुकला में परिवर्तित हो गया। नव-शास्त्रीय पुनरुद्धार का अनुकरण करने के बजाय, इस युग के कई वास्तुकारों ने, एक नया रूप बनाने के लिए विभिन्न शैलियों से तत्वों का चयन किया।
इस इक्लेक्टिक या उदार सजावट शैली की विशेषताएं निम्नलिखित हैं:
1.) चंचल रंग संगति: दीवारों या फ़र्नीचर विकल्पों के माध्यम से, इक्लेक्टिक सजावट एक चंचल रंग संगति पेश करती है। इसमें एक मुख्य रंग पर, आकर्षक रंगों के साथ जीवंतता का स्पर्श जोड़ा जाता है। उदाहरण के लिए, आप फ़र्निशिंग को तटस्थ रंगों के साथ जोड़ सकते हैं, या उन रंगों के साथ, एक सुंदर वॉलपेपर का उपयोग कर सकते हैं।
2.) वैश्विक प्रभावों का समावेश: आधुनिक समय को ध्यान में रखते हुए, इस सजावट शैली का एक बड़ा हिस्सा, आपकी सजावट में वैश्विक प्रभावों को शामिल कर रहा है। भारतीय ब्लॉक-मुद्रित रज़ाई के साथ, एक पुरानी उज़्बेक सुजानी से सुसज्जित हेडबोर्ड इसका एक उदाहरण है।
3.) पुरानी और नई शैलियों का मिश्रण: इक्लेक्टिक डेकोर में आप, पुरानी, प्राचीन और नई वस्तुओं को एक साथ मिला सकते हैं। बस नियम यह है कि, बहुत सारा “सामान” रखने के बजाय, हमें चयनात्मक होना चाहिए।
4.) अप्रत्याशित डिज़ाइन तत्व: घर के मुख्य कक्ष के कोने में, एक लैंप से लेकर, कॉफ़ी टेबल के रूप में; या फिर, आपके बिस्तर के नीचे एक सुरक्षित ट्रंक तक, जब उदार सजावट की बात आती है, तो अप्रत्याशित की उम्मीद करें। ये, नए दरवाज़े के नॉकर(Knocker) या कैंडलस्टिक्स(Candlesticks) जैसे छोटे स्पर्श भी हो सकते हैं। या फिर, आप कुछ पूरी तरह से अलग करने का भी प्रयास कर सकते हैं।
इसी प्रकार, दुनिया भर में कुछ सबसे लोकप्रिय फ़र्नीचर शैलियां निम्नलिखित हैं:
1.) मध्य-शताब्दी का आधुनिक फ़र्नीचर: साफ़ रेखाओं, सुगठित आकार और मज़बूत वस्त्रों की विशेषता वाले, मध्य-शताब्दी के आधुनिक फ़र्नीचर, व्यावहारिक और आकर्षक होते हैं। आप इस प्रकार की साज-सज्जा को, इनके पतले पायोंऔर सरसों जैसे पीले एवं ज़ैतून जैसे हरे रंगों से पहचान सकते हैं। द्वितीय विश्व युद्ध के बाद, मध्य-शताब्दी के आधुनिक फ़र्नीचर की लोकप्रियता में वृद्धि हुई।
2.)स्कैंडिनेवियाई फ़र्नीचर(Scandinavian Furniture): स्कैंडिनेवियाई फ़र्नीचर शैली की उत्पत्ति 20वीं सदी की शुरुआत में स्कैंडिनेविया में हुई थी| लेकिन, 1950 के दशक में यह संयुक्त राज्य अमेरिका में स्थानांतरित हो गई। इस फ़र्नीचर शैली को प्राकृतिक व हल्के रंग की लकड़ी के उपयोग; शैली की सादगी और कार्यक्षमता से आसानी से पहचाना जा सकता है। यह फ़र्नीचर, मात्रा से अधिक गुणवत्ता पर ज़ोर देता है।
3.) टिकाऊ और समसामयिक फ़र्नीचर: समसामयिक फ़र्नीचर, एक बदलती शैली है, जो आज के रुझानों को दर्शाती है। आज, समकालीन शैली का फ़र्नीचर, टिकाऊ साज-सज्जा से जुड़ा है, जिसमें साफ़ रेखाएं और जैविक आकार होते हैं, जो अक्सर कपास और लकड़ी जैसी प्राकृतिक सामग्री से बने होते हैं।
4.) बोहेमियन/बोहो फ़र्नीचर(Bohemian/ Boho Furniture): बोहेमियन शैली के फ़र्नीचर को सर्वोत्तम रूप से इक्लेक्टिक कहा जा सकता है। इस प्रकार के फ़र्नीचर के साथ, आप चटक रंग और प्रिंट; विभिन्न सामग्रियों से बने असबाब और शैलियों का मिश्रण देखेंगे। बोहेमियन इंटीरियर डिज़ाइन, अपने आप में स्वतंत्र है | इसलिए, आप इसमें विभिन्न प्रकार के सामान जोड़ सकते हैं। बोहेमियन शैली, पौधों और लकड़ी जैसी जैविक व प्राकृतिक तत्वों पर अधिक ज़ोर देती है।
5.) विंटेज फ़र्नीचर(Vintage Furniture): तकनीकी रूप से विंटेज फ़र्नीचर, वह फ़र्नीचर है, जो कम से कम 20 वर्ष पुराना हो। हालांकि, जब विंटेज शैली में निर्मित नए फ़र्नीचर की बात आती है, तो यह ऐसा फ़र्नीचर होगा, जो किसी भी पुरानी शैली से प्रेरित है।
6.) मिनिमलिस्ट फ़र्नीचर(Minimalist Furniture): मिनिमलिस्ट फ़र्नीचर, सादा होने के साथ साथ, सजावट से मुक्त होता है, जिसमें बहुत सारी सपाट सतहें होती हैं। यह फ़र्नीचर, सरल व आकर्षक साज-सज्जा बनाने के लिए, लकड़ी और ज्यामितीय आकृतियों का उपयोग करता है।
ऐसा सुंदर फ़र्नीचर खरीदते समय विचार करने योग्य 5 सबसे महत्वपूर्ण कारक निम्नलिखित हैं।
1.) कमरे का आकार: आप ऐसा फ़र्निचर नहीं रखना चाहेंगे, जो उपलब्ध जगह के हिसाब से, बहुत बड़ा या छोटा हो। सही आकार का फ़र्नीचर पाने के लिए, कमरे का सावधानीपूर्वक माप लें, और फिर जब आप खरीदारी करने जाएं, तो उस माप के हिसाब से उपयुक्त फ़र्नीचर चुनें।
2.) फ़र्नीचर की शैली: फ़र्नीचर की शैली, एक और महत्वपूर्ण विचार है। आप ऐसा फ़र्नीचर चुनना चाहते हैं, जो आपके घर की समग्र शैली से मेल खाता हो। उदाहरण के लिए, यदि आपके पास एक आधुनिक घर है, तो आप ऐसे फ़र्नीचर का चयन करना चाहेंगे, जिसमें साफ रेखाएं और सरल डिज़ाइन हों। दूसरी ओर, यदि आपका घर पारंपरिक है, तो आप ऐसे फ़र्नीचर का चयन करना चाहेंगे, जिसमें अधिक अलंकृत विवरण हों।
3.) सामग्री की गुणवत्ता: आप उन वस्तुओं में निवेश नहीं करना चाहेंगे, जो सस्ती सामग्री से बने हैं और जो केवल कुछ वर्षों तक ही चलेंगे। इसके बजाय, ऐसे फ़र्नीचर की तलाश करें, जो उच्च गुणवत्ता वाली सामग्री से बना हो, और जो समय की कसौटी पर खरा उतरे। लकड़ी, एक उत्कृष्ट और कालातीत सामग्री है, जो घर की किसी भी शैली के लिए बिल्कुल उपयुक्त है। यह बहुत टिकाऊ भी होती है, और उचित देखभाल के साथ कई वर्षों तक सही बनी रहती है।
4.) बजट: बेशक, फ़र्नीचर खरीदते समय आपको अपने बजट पर भी विचार करना होगा। एक बार जब आपको पता चल जाए कि, आप कितना खर्च कर सकते हैं, तो आप अपनी पसंद को सीमित करना शुरू कर सकते हैं, और ऐसी वस्तुएं ढूंढ सकते हैं, जो आपके बजट में हों।
5.) वारंटी: फ़र्नीचर के टूटने या ख़राब होने की स्थिति में, वारंटी आपकी सहायक होगी। अधिकांश फ़र्नीचर स्टोर अपने उत्पादों पर वारंटी प्रदान करते हैं। वारंटी को ध्यान से पढ़ना सुनिश्चित करें, ताकि आप उसके विवरण जान सकें।

संदर्भ
https://tinyurl.com/2s4z4rd5
https://tinyurl.com/3y5aevxu
https://tinyurl.com/3xzz4c7x

चित्र संदर्भ
1. इक्लेक्टिक डेकोर स्टाइल में कासल दे हार (1892-1913) के अतिथि कक्ष को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
2. कमरे के अंदरूनी इंटीरियर फ़र्नीचर को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
3. उदार आंतरिक डिज़ाइन को संदर्भित करता एक चित्रण (pexels)
4. मध्य-शताब्दी के आधुनिक फ़र्नीचर को संदर्भित करता एक चित्रण (flickr)
5. स्कैंडिनेवियाई फ़र्नीचर को संदर्भित करता एक चित्रण (needpix)
6. समसामयिक फ़र्नीचर को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
7. बोहेमियन फ़र्नीचर को दर्शाता चित्रण (wikimedia)
8. विंटेज फ़र्नीचर को दर्शाता चित्रण (PickPik)
9. मिनिमलिस्ट फ़र्नीचर को दर्शाता चित्रण (wikimedia)
पिछला / Previous अगला / Next

Definitions of the Post Viewership Metrics

A. City Subscribers (FB + App) - This is the Total city-based unique subscribers from the Prarang Hindi FB page and the Prarang App who reached this specific post.

B. Website (Google + Direct) - This is the Total viewership of readers who reached this post directly through their browsers and via Google search.

C. Total Viewership — This is the Sum of all Subscribers (FB+App), Website (Google+Direct), Email, and Instagram who reached this Prarang post/page.

D. The Reach (Viewership) - The reach on the post is updated either on the 6th day from the day of posting or on the completion (Day 31 or 32) of one month from the day of posting.