महान मराठा किले और उनकी मजबूत दीवारों के संग: एक रोमांचक सफर

मध्यकाल 1450 ईस्वी से 1780 ईस्वी तक
27-06-2024 07:27 PM
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महान मराठा  किले और उनकी मजबूत दीवारों के संग: एक रोमांचक सफर

लंदन (London) शहर के हृदय में स्थित बार्बिकन (Barbican Estate) एक विशाल और प्रतिष्ठित आवासीय क्षेत्र है। इसके इतिहास की जड़ें 200 ईस्वी में मिलती हैं, जब शहर को सुरक्षित रखने के लिए दीवारें बनाई गई थीं। इनमें से एक प्रमुख संरचना थी एक भव्य प्रवेश द्वार, जिसे आज क्रिप्पलगेट (Cripplegate) के नाम से जाना जाता है। "बार्बिकन" शब्द का अर्थ (Barbican) है एक किलेबंद चौकी या प्रवेश द्वार, जो शहर या किले की बाहरी सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाता था। यह किसी द्वार या पुल के ऊपर स्थित टॉवर हो सकता था, जिसका मुख्य उद्देश्य रक्षा करना होता था। बार्बिकन शब्द की उत्पत्ति लो लैटिन(Latin) शब्द "बार्बेकाना" से हुई है और इसका ऐतिहासिक महत्व बेहद गहरा है। इस क्षेत्र में एक रोमन वॉचटॉवर (Roman watchtower) या स्पेकुला (specula) भी था, जो उस समय बार्बिकन कहलाने वाली गलि के 33-35 नंबर पर स्थित था। इस टॉवर को बाद में दीवार के उत्तर में किलेबंदी के हिस्से के रूप में शामिल कर लिया गया। बार्बिकन एस्टेट न केवल अपने आधुनिक आवासीय सुविधाओं के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि अपने समृद्ध इतिहास और शानदार वास्तुकला के लिए भी जाना जाता है, जो इसे लंदन के महत्वपूर्ण स्थलों में से एक बनाता है। किले की संरचना प्रायः किसी शहर या कस्बे के भीतर स्थित होती है। इन्‍हें सामाजिक समूहों की रक्षा करने के लिए डिज़ाइन किया गया था, गढ़ अक्सर संस्कृति को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते थे। हमारी सिंधु सभ्यता (लगभग 2500 ईसा पूर्व - 1700 ईसा पूर्व) में दुर्गों के कुछ प्रारंभिक उदाहरण देखे जा सकते हैं, जिनमें सैन्य, सरकारी और धार्मिक संरचनाएँ, साथ ही पानी संग्रहित करने के लिए कुंड शामिल थे। दुर्ग आमतौर पर किलेबंदी का सबसे मजबूत हिस्सा होते थे, जिनमें बुर्ज बने होते थे, जो आर्थिक उद्देश्यों के लिए बाहरी दीवारों का हिस्सा होते थे। दुर्ग में पुलिस और सेना का विकास हुआ, जो किलेबंदी प्रणाली के अन्य घटक के खतरे में पड़ने पर रक्षा करते थे। मोहनजो-दाड़ों और हड़प्पा जैसे शहर, जो दोनों आधुनिक पाकिस्तान में हैं, सिंधु सभ्‍यता के दो प्रमुख गढ़ थे। गढ़ न केवल सैन्य और सरकारी केंद्र थे, बल्कि इनका सांस्कृतिक महत्व भी था। गढ़ों में विशिष्ट खाद्य पद्धतियाँ, वास्तुकला, और कलात्मक वस्तुएँ पाई जाती थीं। इसी तरह, आधुनिक तुर्की (Turkish) में अनातोलिया (Anatolia) में लगभग 2600 ईसा पूर्व में गढ़ों के उद्भव को बढ़ावा दिया गया था, और यह संरचना ट्रॉय, कुल्टेपे (Troy, Kultepe) और अलाका हुयुक (Alaca Huyuk) जैसे शहरों के केंद्र में थी। प्रारंभिक प्राचीन यूनानी शहर में भी गढ़ ने एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वास्तव में, ये शहर गढ़ों पर आधारित थे, जो आम तौर पर केंद्र में स्थित थे। भारत के महाराष्ट्र में पश्चिमी घाट की ऊबड़-खाबड़ चट्टानों पर स्थित द्रोणागिरी किला एक समृद्ध विरासत और वास्तुशिल्प भव्यता का गवाह है। द्रोणागिरी किला, जिसे महाभारत के द्रोणाचार्य से जोड़ा जाता है, प्राचीन काल से विभिन्न राजवंशों के अधीन रहा है, जिनमें सातवाहन, चालुक्य, राष्ट्रकूट, यादव, बहमनी सल्तनत और बीजापुर के आदिल शाही शामिल हैं। 17वीं शताब्दी में, यह मराठा साम्राज्य के नियंत्रण में आया और व्यापक रूप से किलेबंद किया गया। किला एक खड़ी पहाड़ी पर स्थित है और महादरवाजा द्वारा संरक्षित है। इसमें कक्ष, प्रांगण, मंदिर और एक जल प्रबंधन प्रणाली शामिल है। किले से आसपास के क्षेत्रों का मनोरम दृश्य दिखाई देता है। किले से कई लोककथाएँ और किंवदंतियाँ जुड़ी हैं, जैसे प्राचीन योद्धाओं की आत्माएँ और राजा भोज के छिपे हुए खजाने की कहानी। द्रोणागिरी किला महाराष्ट्र की सांस्कृतिक विरासत, स्थापत्य वैभव और प्राकृतिक सुंदरता का प्रतीक है। यह इतिहासकारों, साहसी लोगों और प्रकृति प्रेमियों को आकर्षित करता है और आने वाली सदियों तक इतिहास और आश्चर्य का प्रतीक बना रहेगा। महाराष्ट्र, भारत का एक समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और ऐतिहासिक धरोहरों का प्रदेश है। इसके किले, जो साहस और वास्तुकला के चमत्कारों की कहानियाँ सुनाते हैं, पश्चिमी घाट की ऊबड़-खाबड़ चोटियों से लेकर शांत तटीय मैदानों तक फैले हुए हैं। आइए महाराष्ट्र के इन शानदार किलों की यात्रा पर चलें। रायगढ़ किला: दुर्गदुर्गेश्वर रायगढ़ किला, छत्रपति शिवाजी महाराज द्वारा 17वीं शताब्दी में बनवाया गया था और मराठा साम्राज्य की राजधानी था। यह किला सह्याद्री पर्वत श्रृंखला का मनोरम दृश्य प्रस्तुत करता है और मराठा इतिहास के गौरवशाली अध्यायों को पुनर्जीवित करता है। सिंहगढ़ किला: शेर का गढ़ मराठा वीरता की गूंज को प्रतिध्वनित करते हुए, पुणे के पास स्थित सिंहगढ़ किला साहस और दृढ़ता का प्रतीक है। प्रारंभ में इसे कोंडाणा के नाम से जाना जाता था, इस किले ने सदियों से कई लड़ाइयों और विजयों का साक्षी रहा है। अपने दुर्गम भूभाग और मजबूत प्राचीर के साथ, सिंहगढ़ ने कई आक्रमणों को विफल किया है, जिससे इसे "शेर का गढ़" का उपनाम मिला। ट्रेकिंग के शौकीन इस स्थल पर आते हैं ताकि इसकी ऊँचाइयों को जीत सकें और इसके ऐतिहासिक अतीत में खुद को डुबो सकें, जिससे यह साहसिक खोजकर्ताओं और इतिहास प्रेमियों के लिए एक लोकप्रिय गंतव्य बन गया है। प्रतापगढ़ किला: पश्चिमी घाट की हरियाली में बसा प्रतापगढ़ किला, शिवाजी महाराज द्वारा अफ़ज़ल खान पर विजय की याद में बनवाया गया था। इसकी रणनीतिक स्थिति और दुर्जेय सुरक्षा इसे एक अभेद्य गढ़ बनाती है। शिवनेरी किला: जुन्नार की पहाड़ियों में स्थित शिवनेरी किला, छत्रपति शिवाजी महाराज का जन्मस्थान है। इसकी प्राचीर और जटिल नक्काशीदार द्वार मराठा योद्धा राजा की स्थायी विरासत का प्रमाण हैं। राजगढ़ किला: सह्याद्री पहाड़ों पर स्थित राजगढ़ किला, मराठा साम्राज्य की पूर्व राजधानी था। यह किला भव्यता और विलासिता की आभा बिखेरता है और मराठा वास्तुकला की भव्यता की झलक दिखाता है। महाराष्ट्र के किले साहस, सरलता और अदम्य भावना के शाश्वत स्मारक हैं। प्रत्येक किला विजय और त्रासदी की एक अनूठी कहानी बुनता है, जो आगंतुकों को महाराष्ट्र की समृद्ध विरासत की झलक प्रदान करता है। चाहे आप रोमांच, इतिहास या प्रकृति के बीच आराम की तलाश में हों, महाराष्ट्र के किले आपको अन्वेषण की यात्रा पर प्रेरित करते हैं। शाही किला (जिसे जौनपुर किला भी कहा जाता है) का एक उदाहरण हमारे जौनपुर शहर में भी देखा जा सकता है, यह गोमती नदी के किनारे स्थित है। यह किला गोमती नदी के उत्तरी तट पर ऊँची जमीन पर बना हुआ है। इस ऊँचाई का रणनीतिक महत्व था क्योंकि यह आसपास के क्षेत्र का विहंगम दृश्य प्रदान करता था। किले का निर्माण तुगलक काल का है और इसे फिरोज शाह तुगलक (शासनकाल: 1351 - 1388) द्वारा बनवाया गया था। कई गढ़ों को समय के साथ नष्ट कर दिया गया, जैसे बार्सिलोना (Barcelona) का गढ़, जिसे जेल में बदल दिया गया और बाद में पार्क में। कुछ गढ़ों को प्राकृतिक आपदाओं ने नष्ट कर दिया, जैसे कि 2003 में ईरान (Iran) का बाम गढ़ भूकंप से तबाह हो गया। कई गढ़ों को उनके ऐतिहासिक महत्व के कारण यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया है, जैसे अरबिल गढ़ (इराक) (Arbil Citadel (Iraq)), नारिन-काला (रूस) (Naryn-Kala (Russia)), और वाउबन किलाबंदी (फ्रांस) (Vauban Fortification (France))। गढ़ों का विकास और उनका सांस्कृतिक महत्व विभिन्न सभ्यताओं के इतिहास और संरचनात्मक विकास को दर्शाता है।

संदर्भ
https://rb।gy/tgngar
https://t.ly/WEWKR
https://t.ly/MUNgP
https://t.ly/iUcaC
https://t.ly/KcnHO

चित्र संदर्भ
1. रायगढ़ किले को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
2. लुईस कैसल के बार्बिकन को संदर्भित करता एक चित्रण (worldhistory)
3. सिंधु घाटी की संरचनाओं को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
4. अलाका हुयुक को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
5. रायगढ़ किले को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
6. सिंहगढ़ किले को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
7. प्रतापगढ़ किले को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
8. शिवनेरी किले को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
9. राजगढ़ किले को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
10. जौनपुर के शाही किले को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)

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