पैरी इंडिया लिमिटेड व् अमेरिका की सबसे पुरानी बिस्कुट कंपनी नैबिस्को ने कैसे बिखेरी मिठास

स्वाद- खाद्य का इतिहास
29-05-2024 09:41 AM
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पैरी इंडिया लिमिटेड व् अमेरिका की सबसे पुरानी बिस्कुट कंपनी नैबिस्को ने कैसे बिखेरी मिठास

चीनी उद्योग की जानी-मानी' कंपनी ‘ईआईडी पैरी (इंडिया) लिमिटेड' (EID Parry (India) Limited ) की स्थापना वर्ष 1900 में हुई थी और इसका मुख्यालय चेन्नई में है। यह कंपनी चीनी उद्योग के अलावा पौष्टिक औषधि और जैव कीटनाशक जैसे क्षेत्रों में भी मौजूद है। वर्तमान में इसकी 6 चीनी मिलें हैं जिनमें प्रतिदिन 40,300 टन गन्ना पेरने, और 140 मेगावाट बिजली उत्पन्न करने का कार्य किया जाता है और इसके अलावा कंपनी की 417 KLPD की क्षमता वाली पांच डिस्टिलरीज भी हैं। जैव कीटनाशक व्यवसाय में, कंपनी द्वारा एक अद्वितीय नीम अर्क, 'एज़ाडिराक्टिन' (Azadirachtins) का उत्पादन किया जाता है जिसकी विकसित देशों के जैव कीटनाशक बाज़ार में अच्छी मांग है। इसके अलावा अपनी सहायक कंपनियों के माध्यम से ईआईडी पैरी (इंडिया) की कृषि व्यवसाय में भी महत्वपूर्ण उपस्थिति है।
कंपनी ने ऑस्ट्रेलिया (Australia) में 'गन्ना अनुसंधान संस्थान' (Sugarcane Research Institute), लुइसियाना (Louisiana) में 'चीनी प्रसंस्करण अनुसंधान संस्थान' (Sugar Processing Research Institute), यूनाइटेड किंगडम (United Kingdom) में 'टेट और लाइल इंटरनेशनल' (Tate and Lyle International) और थाईलैंड (Thailand) में 'मित्र फोल शुगर कॉर्पोरेशन लिमिटेड' (Mitr Phol Sugar Corporation Ltd) जैसे विभिन्न संगठनों के साथ हाथ मिलाकर दुनिया भर में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है। यह कंपनी गन्ने से सफेद चीनी के निर्माण में अग्रणी है। यदि इसके इतिहास को देखा जाए, तो ईआईडी पैरी इंडिया लिमिटेड, एक समृद्ध इतिहास वाली कंपनी है जो भारत में चीनी उद्योग के विकास से गहराई से जुड़ी हुई है। कंपनी की स्थापना एक ब्रिटिश व्यापारी, थॉमस पैरी (Thomas Parry) ने की थी, जो 1780 के दशक की शुरुआत में भारत आए थे। पैरी ने 1842 में तमिलनाडु के नेल्लिकुप्पम में पहली चीनी मिल की स्थापना की। 22 सितंबर, 1975 को कंपनी एक भारतीय कंपनी में परिवर्तित हो गई और कंपनी वर्ष 1981 में मुरुगप्पा समूह की सदस्य बन गई। नवंबर 1992 में, कंपनी ने तमिलनाडु के पुगलुर में एक चीनी इकाई का अधिग्रहण किया। वर्ष 2005-06 के दौरान, कंपनी ने 1.50 करोड़ रुपये की प्रारंभिक पूंजी के साथ 'पैरीज़ शुगर लिमिटेड' (Parrys Sugar Ltd) का अधिग्रहण किया। वर्ष 2007-08 के दौरान, कंपनी ने संयुक्त उद्यम इकाई, 'सिल्करोड शुगर प्राइवेट लिमिटेड' (Silkroad Sugar Private Ltd ) की इक्विटी में भी 45.92 करोड़ रुपये का निवेश किया। वर्ष 2015 के दौरान, कर्नाटक के हलियाल और बागलकोट में ईआईडी पैरी के चीनी संयंत्रों में क्षमता वृद्धि और संयंत्र आधुनिकीकरण का कार्य किया गया। इसी वर्ष पर्यावरण और वन मंत्रालय (Ministry of Environment and Forest (MOEF)) द्वारा कंपनी के नेल्लिकुप्पम चीनी कारखाने को 5000 टीसीडी (TCD )से 7500 टीसीडी )तक विस्तार के लिए पर्यावरण मंजूरी दी गई।
इसके अलावा, MOEF द्वारा हलियाल चीनी कारखाने को 4800 टीसीडी से 6000 टीसीडी और सह-उत्पादन संयंत्र को 24 मेगावाट से 34 मेगावाट तक विस्तार करने के लिए भी अपनी मंजूरी दी गई। साथ ही कंपनी द्वारा विटामिन से समृद्ध चीनी का ब्रांड 'वीटा' (Vita) खुदरा बाजार में परीक्षण के तौर पर लॉन्च किया गया था। इसी वर्ष कंपनी ने खुदरा चीनी ब्रांड 'पैरी अमृत' लॉन्च किया, जिसे ग्राहकों ने खूब सराहा। ईआईडी पैरी के समान ही पुरानी और मिठास भरी मुलायम कुरकुरी नानखताई कई लोगों की पुरानी यादें ताजा कर देती है। 'नानखताई' शब्द फ़ारसी शब्द 'नान' और 'खताई' से मिलकर बना है, जिसका अर्थ क्रमशः 'रोटी' और 'कताई' या 'कैथे' (Catai' or 'Cathay) है, जो चीन (China) का पुराना नाम है। इस प्रकार, इसका वास्तविक अर्थ 'कैथे की रोटी' (Bread of Cathay) था। पूर्वोत्तर ईरान या अफगानिस्तान में इसका एक अन्य संस्करण, एक प्रकार का बिस्कुट भी मिलता है, जिसे कुलचा-ए-खताये (Kulcha-e-Khataye) भी कहा जाता है। भारत में नानखताई का इतिहास काफी दिलचस्प है। 16वीं शताब्दी के अंत में, कुछ डच लोगों द्वारा स्थानीय डच आबादी की जरूरतों को पूरा करने के लिए सूरत में एक बेकरी की स्थापना की गई थी। भारत छोड़ते समय डच मालिकों ने बेकरी को एक बहुत ही उद्यमशील कर्मचारी, एक पारसी सज्जन फ़रामजी पेस्टनजी डोटीवाला (Faramji Pestonji Dotivala) को सौंप दिया। चूंकि ब्रेड के किण्वन के लिए ताड़ का उपयोग किया जाता था, इसलिए इसे स्थानीय भारतीयों द्वारा पसंद नहीं किया गया।
अपनी बेकरी को बचाने के लिए, डोटीवाला ने पुरानी ब्रेड और पफ, जो सूख गए थे, बहुत सस्ते दामों पर बेचना शुरू कर दिया। यह सूखा हुआ संस्करण इतना लोकप्रिय हो गया, कि उन्होंने बेचने से पहले ब्रेड को सुखाना शुरू कर दिया। बाद में इस सूखे संस्करण को 'ईरानी बिस्किट' के नाम से जाना जाने लगा। बाद में डोटीवाला ने फ़ार्मासु सुरती बतासा (Farmasu Surti Batasa) या बटर बिस्कुट बनाया, जो अत्यंत लोकप्रिय हुआ। उन्होंने सूरत की एक स्थानीय मिठाई 'दाल' के ही एक रूप में प्रसिद्ध नानखताई का आविष्कार किया जो संभवतः ईरानी या अफगान खटाई से प्रेरित थी।
अब भारत की नानखटाई के बाद बात करते हैं संयुक्त राज्य अमेरिका की सबसे पुरानी बिस्कुट कंपनी 'नैबिस्को' (Nabisco) की, जिसका एक बेहद दिलचस्प इतिहास रहा है, और जो 'नेशनल बिस्कुट कंपनी' (National Biscuit Company) का संक्षिप्त नाम है। एक शताब्दी से अधिक के समृद्ध इतिहास के साथ, नैबिस्को ने खुद को बिस्कुट उद्योग में एक अग्रणी कंपनी के रूप में स्थापित किया है, जो उपभोक्ताओं की प्राथमिकताओं के अनुसार स्वाद और गुणवत्ता में उत्कृष्टता के लिए नए मानक स्थापित करने के लिए जानी जाती है। 1889 में, विलियम मूर (William Moore) ने पियर्सन (Pearson), बेंट (Bent) और छह अन्य लोगों के साथ बिस्कुट की गुणवत्ता और दक्षता में सुधार करने के उद्देश्य से 'न्यूयॉर्क बिस्कुट कंपनी' (New York Biscuit Company) की स्थापना की।
इसी प्रकार 1890 में, एडोल्फस ग्रीन (Adolphus Green) ने लगभग 40 अन्य मध्य-पश्चिमी लोगों के साथ 'अमेरिकन बिस्कुट एंड मैन्युफैक्चरिंग कंपनी' (American Biscuit and Manufacturing Company) की स्थापना की। 1898 में, मूर और ग्रीन ने 'यूनाइटेड स्टेट्स बेकिंग कंपनी' (United States Baking Company) के साथ अपनी दोनों कंपनियों का विलय कर दिया और 'नेशनल बिस्कुट कंपनी' की स्थापना की, जिसमें 114 बेकर (Baker) कार्य करते थे। एडोल्फस ग्रीन इस नई राष्ट्रीय कंपनी के अध्यक्ष थे। कंपनी द्वारा जनता का ध्यान आकर्षित करने के लिए एक नए आकार का क्रैकर विकसित किया गया जो उस समय बन रहे किसी भी अन्य बिस्कुट की तुलना में हल्का और परतदार था। इस उत्पाद के लिए कई नामों पर विचार किया गया और अंत में इसका नाम UNEEDA बिस्कुट तय किया गया। नेशनल बिस्कुट कंपनी ने पैकेजिंग की दिशा में भी बड़ा काम किया और उनके द्वारा बिस्कुटों को इनर-सील पैकेज के साथ पैक किया गया। कंपनी द्वारा ओरिओ कुकीज़ (OREO Cookies), रिट्ज़ क्रैकर्स (RITZ Crackers) और हनी मेड ग्राहम क्रैकर्स (Honey Maid Graham Crackers) जैसे 21वीं सदी में पसंद किए जाने वाले बिस्कुट भी तैयार किए गए।

संदर्भ
https://tinyurl.com/sx8vcxs7
https://tinyurl.com/48tfrcus
https://tinyurl.com/bdf6r7se

चित्र संदर्भ
1. बिस्कुट कंपनी नैबिस्को और उसके बिस्कुट 'ओरियो' को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
2. पैरी इंडिया लिमिटेड के लोगो को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
3. पैरी इंडिया लिमिटेड के उत्पादों को संदर्भित करता एक चित्रण (facebook)
4. नानखताई को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
5. बिस्कुट कंपनी नैबिस्को और उसके बिस्कुटों को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)

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