काबुल ब्यूटी स्कूल: शिक्षा और साहस के परिणाम दिखाती एक प्रेरक किताब

सिद्धान्त 2 व्यक्ति की पहचान
11-05-2024 09:13 AM
Post Viewership from Post Date to 11- Jun-2024 (31st Day)
City Subscribers (FB+App) Website (Direct+Google) Email Instagram Total
2097 100 2197
काबुल ब्यूटी स्कूल: शिक्षा और साहस के परिणाम दिखाती एक प्रेरक किताब

आपने तालिबान शासित देश ‘अफ़ग़ानिस्तान’ के बारे में तो सुना ही होगा। लेकिन क्या आप आज वहां जाना चाहेंगे? अफ़ग़ानिस्तान के बारे में जितनी भी कहानियां हमने सुनी हैं, उसके बाद आप शायद ही काबुल में बाबर के मकबरे या हिंदूकुश पहाड़ों जैसी जगहों पर जाना चाहेंगे। हालाँकि, “काबुल ब्यूटी स्कूल (Kabul Beauty School)” जैसी एक बेहतरीन कहानी आपको एक स्थान पर बैठे-बैठे, ‘अफ़ग़ानिस्तानी’ समाज की जड़ो में पल रहे विचारों से भी रूबरू करा सकती है।
"काबुल ब्यूटी स्कूल" पुस्तक की लेखिका, डेबोरा रोड्रिग्ज (Deborah Rodriguez) ने अपनी इस पुस्तक के माध्यम से हमें युद्ध से प्रभावित देश अफगानिस्तान, में अपने द्वारा बिताए गए समय की मीठी और कड़वी यादो से अवगत करवाया है| गहरी भावनाओं के साथ लिखी गई उनकी यह अद्भुत कहानी हमें यह स्पष्ट रूप से बताती है कि कठिन समय का सामना करने के बावजूद, ‘अफ़ग़ानिस्तानी’ महिलाएं मानसिक रूप से कितनी मजबूत और दृढ़निश्चई होती हैं। डेबोरा रोड्रिग्ज एक प्रसिद्ध अमेरिकी लेखिका, हेयरड्रेसर और महिला अधिकारों की समर्थक मानी जाती हैं। उनका जन्म और पालन-पोषण मिशिगन (Michigan) के हॉलैंड (Holland) नामक एक छोटे शहर में हुआ था। उन्हें हेयर स्टाइल और सौंदर्यवर्धक कामों में रुचि थी तथा यहाँ उनके एक अपना ब्यूटी सैलून भी था। लेकिन उनका जीवन तब बदल गया ‘जब उन्होंने स्वेच्छा से युद्ध ग्रसित देश, अफगानिस्तान में काम करने का फैसला किया।’ डेबोरा रोड्रिग्ज, ने अफगानिस्तान में (2002 से 2007 तक) पांच साल बिताए। इस दौरान, उन्हें युद्धग्रस्त देश में रहने के दैनिक खतरों का सामना करना पड़ा था। अफगानिस्तान में काम करने के दौरान अर्जित अनुभव ने उन्हें अपनी लोकप्रिय पुस्तक (काबुल ब्यूटी स्कूल) लिखने के लिए प्रेरित किया। काबुल में उन्होंने ‘काबुल ब्यूटी स्कूल’ की स्थापना की, जिसे अफगानिस्तान में पहली आधुनिक सौंदर्य अकादमी माना गया था। उनके द्वारा काबुल में ब्यूटी स्कूल खोलने का उद्देश्य वहां की स्थानीय महिलाओं को हेयरड्रेसिंग और मेकअप (Hairdressing And Makeup) संबंधी कौशल प्रदान करके सशक्त बनाना था। "काबुल ब्यूटी स्कूल" पुस्तक में, डेबोरा रोड्रिग्ज ने युद्ध से प्रभावित शहर काबुल, में अपनी यात्रा की यादें साझा की है। जब वह अफगानिस्तान पहुची थी, उस समय भी वह देश तालिबान के शासन से उबर रहा था।
रोड्रिग्ज ने काबुल की महिलाओं के लिए एक सुरक्षित जगह बनाने की चाहत में, वहां एक ब्यूटी स्कूल शुरू करने का फैसला किया। हालांकि इस दौरान उन्हें कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। इनमें पितृसत्तात्मक समाज के विरोध का सामना करना और रुधिवादी स्थानीय संस्कृति को मानने जैसी चुनौतियां भी शामिल थी, लेकिन वह हार नहीं मानती। ब्यूटी स्कूल चलाने के लिए जब रोड्रिग्ज ने अपने प्रशिक्षकों की टीम को जोड़ना शुरू किया, तब उन्होंने अनुभव किया कि उनके छात्र कितने बहादुर और मजबूत हैं। रोड्रिग्ज के पास सीखने के लिए आने वाली प्रत्येक छात्रा की अपनी ही अनूठी कहानी होती थी। अपने नए दोस्तों और छात्रों के साथ मिलकर रोड्रिग्ज उन्हें हेयरस्टाइल, मेकअप और अन्य कौशल सिखाती है। इसके बाद काबुल ब्यूटी स्कूल की महिलाओं को आराम, आत्मविश्वास और एक नया उद्देश्य मिलता है।
इस पुस्तक की कहानी का प्रत्येक अध्याय जबरन विवाह और दुर्व्यवहार की कहानियों से लेकर व्यक्तिगत विकास, और शक्ति की कहानियों तक एक अलग पक्ष दिखाता है।
जैसे-जैसे स्कूल का विस्तार, वहां की महिलाओं के लिए आशा का प्रतीक बन जाता है, वैसे-वैसे रोड्रिग्ज खुद को राजनीतिक और सांस्कृतिक समस्याओं में फंसता हुआ पाती है। पहले उनका सौंदर्य विद्यालय, खुशी का केंद्र और नारी शक्ति का प्रतीक बन गया था, लेकिन अब समाज की प्रतिक्रिया और रूढ़िवादी समूहों के गुस्से के कारण उसका अस्तित्व ही खतरे में पड़ जाता है। पूरी किताब में, रोड्रिग्ज का लेखन अफगानिस्तान को जीवंत बनाए रखते हुए वहां के लोगों, स्थानों और विवरणों को दर्शाता है। पाठकों को ऐसा लगता है जैसे वे सचमुच काबुल के बाजार में घूम रहे हैं। "काबुल ब्यूटी स्कूल" शिक्षा, सशक्तिकरण और महिलाओं के आत्मसम्मान की शक्ति को दर्शाता है। रोड्रिग्ज समाज के नियमों के खिलाफ लड़ती हैं, और कठिन समय में आशा की किरण साबित होती है। "काबुल ब्यूटी स्कूल" दिखाता है, कि कैसे शिक्षा और नौकरी प्रशिक्षण, युद्ध से प्रभावित देश अफगानिस्तान में भी महिलाओं के जीवन को बदल सकते हैं। इसका एक उदाहरण रोशन्ना है, जिसकी बहुत कम उम्र में ही शादी हो गई थी, और वह खुद को एक पत्नी और मां की भूमिका में फंसी हुई महसूस करती थी। लेकिन जब वह ब्यूटी स्कूल में दाखिला लेती है, तो उसे मेकअप के प्रति गहरा लगाव महसूस होता है। वह सौंदर्य उद्योग में काम करने के लिए आवश्यक कौशल सीखती है। रोशन्ना की शिक्षा उसे अपने दम पर पैसा कमाने का एक रास्ता प्रदान करती है। अब वह खुद को सिर्फ एक पत्नी और मां के रूप में ही नहीं, बल्कि एक कुशल मेकअप आर्टिस्ट (Skilled Makeup Artist) के रूप में भी देखती हैं।
"काबुल ब्यूटी स्कूल" यह भी दिखाता है कि महिलाओं को शिक्षित और सशक्त बनाने से समाज को कैसे मदद मिल सकती है। जैसे ही ब्यूटी स्कूल की महिलाएं आर्थिक रूप से स्वतंत्र हो जाती हैं, वे अपने परिवार और समुदायों की मदद करने लगती हैं। वे भविष्य की अफगान महिलाओं के लिए रोल मॉडल (Role Models) बन जाती हैं, महिलाओं की पारंपरिक भूमिकाओं को चुनौती देती हैं और समाज को नारीसंगत और समावेशी बनाती हैं। इसका असर एक तरह से तब दिखता है, जब ज़हरा नाम की एक छात्रा अपना खुद का ब्यूटी सैलून खोलती है। एक सफल व्यवसाय चलाकर, ज़हरा न केवल अन्य महिलाओं को नौकरियां प्रदान करती हैं, बल्कि समाज के नियमों और रूढ़ियों को भी चुनौती देती हैं। उनका सैलून महिलाओं के लिए मिलने, अपनी भावनायें साझा करने और एक-दूसरे का समर्थन करने के लिए एक सुरक्षित स्थान बन जाता है।
खदीजा, रोशन्ना और ज़हरा जैसी महिलाओं की कहानियों के माध्यम से, यह पुस्तक अफगान महिलाओं के जीवन पर व्यापार सीखने के बड़े प्रभाव को दर्शाती है। यह दर्शाता है कि कैसे शिक्षा उन्हें व्यावहारिक कौशल प्रदान करती है और उन्हें आत्मनिर्भर और स्वतंत्र बनाती है। "काबुल ब्यूटी स्कूल" अफगान महिलाओं के ताकत और उनके जीवन में शिक्षा की शक्ति का एक प्रमाण है। यह मार्मिक कहानी न केवल हमें अफगान महिलाओं की दृढ़ इच्छाशक्ति दिखाती है, बल्कि हमें यह भी याद दिलाती है कि शिक्षा कैसे जीवन बदल सकती है और अपने सपनों को पूरा करना कितना महत्वपूर्ण है। इस प्रकार "काबुल ब्यूटी स्कूल" दुखद कहानी ह किंतु प्रेरणादायकभी है।

संदर्भ
https://tinyurl.com/ycyjbefs
https://tinyurl.com/4j7mk4ap
https://tinyurl.com/bddv2fwk
https://tinyurl.com/ywz2bmap

चित्र संदर्भ
1. काबुल ब्यूटी स्कूल पुस्तक और एक मेकउप आर्टिस्ट को संदर्भित करता एक चित्रण (PICRYL, amazon)
2. "काबुल ब्यूटी स्कूल" पुस्तक की लेखिका, डेबोरा रोड्रिग्ज को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
3. मेक उप करती युवती को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
4. एक अफगान युवती को संदर्भित करता एक चित्रण (PickPik)
5. समूह में बैठी अफगानी महिलाओं को दर्शाता एक चित्रण (getarchive)
6. काबुल ब्यूटी स्कूल पुस्तक के मुख्य पृष्ठ को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
7. मुस्कुराती हुई एक छोटी बच्ची को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)

पिछला / Previous अगला / Next

Definitions of the Post Viewership Metrics

A. City Subscribers (FB + App) - This is the Total city-based unique subscribers from the Prarang Hindi FB page and the Prarang App who reached this specific post.

B. Website (Google + Direct) - This is the Total viewership of readers who reached this post directly through their browsers and via Google search.

C. Total Viewership — This is the Sum of all Subscribers (FB+App), Website (Google+Direct), Email, and Instagram who reached this Prarang post/page.

D. The Reach (Viewership) - The reach on the post is updated either on the 6th day from the day of posting or on the completion (Day 31 or 32) of one month from the day of posting.